इस बार बाहुबली को पता चलेगा किससे पाला पड़ा है – सोनू
सोनू-मोनू, क्यों लगाया था अपने मैनेजर के घर में ताला
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
मोकामा के बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह और सोनू मोनू गिरोह आमने सामने हो गए हैं. बुधवार को सोनू मोनू गिरोह के लोगों ने अनंत सिंह पर जानलेवा हमला किया था. इस हमले में वे बाल बाल बच गए. लेकिन अनंत सिंह के एक समर्थकों को गोली लग लगी है. इस घटना के बाद अनंत सिंह और सोनू-मोनू आमने सामने खड़े हो गए हैं.
सोनू- मोनू ने इस घटना के बाद मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह को चुनौती देते हुए कहा कि पता चल जायेगा कि किससे पाला पड़ा है. एक प्राइवेट इंटरव्यू में सोनू ने कहा कि वो अनंत सिंह को शास्त्र और शस्त्र की परिभाषा समझाएंगे. सोनू ने कहा कि वो झुकेंगे नहीं बल्कि विधायक जी इंतजार करें वक्त पर उन्हें जवाब देंगे
सोनू ने कहा कि अनंत सिंह की उम्र 80 वर्ष की है. 80 वर्ष का एक बुजुर्ग 34 साल के एक नवयुवक से लड़ने के लिए मैदान में उतर गए है. सोनू ने आगे कहा कि हमारी अनंत सिंह से कोई लड़ाई नहीं है. हम लोग विवेका पलवान के साथ रहने वाले लोग हैं. पंचायती के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस प्रकार की कोई बात नहीं है. वे मेरे घर आए और मां बहन की गाली देने लगे. मजबूरी में हमें वह सब कुछ करना पड़ा जो मैं नहीं करना चाहता था.
क्यों हुई गोलीबारी
सोनू ने इसको लेकर एक वीडियो भी शेयर किया है. उसमें सोनू ने पूरी घटना की चर्चा करते हुए कहा कि मुकेश जो कि हमारा काम देखा करता था, उसे हमने हिसाब किताब करने को कहा तो वो विधायक जी (अनंत सिंह) के पास चला गया. विधायक जी भी बिना हमसे कुछ बात किए अपने लोगों के साथ हमारे घर पर पहुंच गए. आते गाली देना शुरु कर दिया. इसके बाद ही पूरा मामला बिगड़ गया.
सोनू-मोनू, क्यों लगाया था अपने मैनेजर के घर में ताला
मोकामा के पंचमहला थाना क्षेत्र स्थित नौरंगा गांव में पूर्व विधायक अनंत सिंह व उनके समर्थकों पर विरोधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. जवाब में अनंत सिंह के समर्थकों ने भी फायरिंग की. इस दौरान 60 से 70 राउंड गोलियां चलीं. घटना उस वक्त हुई जब अनंत सिंह नौरंगा गांव पंचायती सुलझाने गये थे. इसी दौरान विरोधी गुट के ईंट भट्टा संचालक सोनू-मोनू से विवाद के बाद फायरिंग हुई.
गोलियों की तड़तड़ाहट से पूरा इलाका गूंज उठा. इसकी सूचना मिलते ही मौके पर एएसपी राकेश कुमार व कई थानों की पुलिस पहुंची. हालांकि तब तक सोनू-मोनू और अनंत सिंह के समर्थक फरार हो गये. घटना के बाद नौरंगा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है.
एएसपी राकेश कुमार ने बताया कि गोलीबारी की सूचना मिली है. मौके से तीन खोखा भी मिला है. मामले की जांच की जा रही है. इस मामले में रात आठ बजे तक सोनू-मोनू के पिता प्रमोद सिंह पंचमहला थाना आवेदन देने पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि अनंत सिंह ने अचानक से घर पर चढ़कर समर्थकों के साथ गोलियां बरसानी शुरू कर दीं.
अनंत सिंह के दो समर्थकों को लगी गोली
सूत्रों के अनुसार गोलीबारी में अनंत सिंह के दो समर्थकों को गोली लगी है. इसमें एक के बांह में और दूसरे के गर्दन को छूकर गोली निकली है. पुलिस ने दोनों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया है. हालांकि ने पुलिस गोली लगने की पुष्टि नहीं की है. घटना के बाद ग्रामीण एसपी बिक्रम सिहाग भी मौके पर पहुंचे.
सोनू-मोनू ने अपने मैनेजर घर में लगा दिया था ताला
सोनू-मोनू का ईंट-भट्टा का कारोबार है. इसका मैनेजर हेमजा गांव का मुकेश है. सोनू-मोनू ने मुकेश पर आरोप लगाया कि उसने 65 लाख रुपये का गबन कर लिया है. इसके बाद सोनू-मोनू ने मुकेश के घर में ताला लगा दिया. मुकेश ने इसकी शिकायत अनंत सिंह से की. अनंत ने पहले सोनू-मोनू से बात की, लेकिन इसके बाद भी ताला नहीं खोला. बाद में मुकेश ने पुलिस से शिकायत की और पुलिस ने ताला खुलवाया.
मुकेश के मामले का ही पंचायती करने पहुंचे थे अनंत सिंह
जानकारी के अनुसार ताला खुलने के बाद अनंत सिंह पहले मुकेश के घर पर गये. वहां सोनू-मोनू भी था. दोनों के बीच वहीं से विवाद शुरू हुआ. बाद में सभी चले गये. थोड़ी देर बाद ही अनंत व उनके समर्थक 10 गाड़ियों से सोनू-मोनू के घर पहुंच गये. और दोनों ओर से फायरिंग शुरू हो गयी. इसके बाद वहां से अनंत समर्थकों को लेकर छह किलोमीटर दूर हाथीदह चले गये.
वहां से दुबारा अनंत सिंह सोनू-मोनू के घर नौरंगा पहुंचे. इसके बाद फिर से दोनों में फायरिंग शुरू हो गयी. ग्रामीणों के अनुसार दोनों गुटों के बीच हुई ताबड़तोड़ फायरिंग में एके-47 से भी गोलियां चली है. हालांकि पुलिस फिलहाल गोलीबारी करने वालों की तलाश कर रही.
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