इस बार श्रावण का सुखद संयोग 72 वर्षों बाद आया है: शास्त्री रजनीश
विधी विधान के साथ हुई महा मृत्युंजय जाप की हुई पूर्णाहुति
बनारस से पधारे प्रकांड विद्वानों ने सात दिन में कराया आयोजन
श्रीनारद मीडिया, चंद्रशेखर, छपरा (बिहार):
इस वर्ष पवित्र श्रावण मास सोमवार से प्रारम्भ हुआ है और समापन भी सोमवार को है. यह सुखद संयोग 72 वर्षो बाद बना है. इसमें श्रावण नक्षत्र, सावन माह और सोमवार दिवस एक साथ प्रारम्भ होकर एक ही साथ समाप्त होंगे. वहीं इस माह में पांच सोमवार पड़ना भी इसे खास बनाता है. यह खगोल विज्ञान में बड़ा संयोग है. ऐसा फिर कितने वर्षों बाद होगा इसका आकलन नहीं.
उक्त बातें वाराणसी के ज्योतिषाचार्य पंडित शास्त्री रजनीश मिश्र ने कहीं. श्री मिश्र अपने सानिध्य विद्वानों के साथ जिला प्रशासन के अधिकृत आयकर अधिवक्ता अजय कुमार तिवारी के आवास पर महा मृत्युंजय जाप संपन्न कराने के लिए पधारे थे. रविवार को आयोजित पूर्णाहुति पर अधिवक्ता श्री तिवारी ने बताया कि महामृत्युंजय जाप भोलेनाथ शंकर का सबसे प्रिय जाप है.
इस प्रमुख जाप का आयोजन अकाल मृत्यु के भय से सुरक्षा प्रदान करता है. पिछले सात दिनों में कुल सवा लाख जाप के पश्चात पूर्णाहुति की गयी. ज्योतिषाचार्य श्री मिश्र के साथ पधारे पंडित प्रवीण तिवारी, पंडित धन्नु मिश्र, पंडित अजय दुबे, पंडित वैदिक विशाल पांडेय, पंडित हरिओम तिवारी, पंडित प्रदीप मिश्र सनातन के द्वारा पूरे विधि विधान के साथ जाप संपन्न कराया गया.
मुख्य यजमान की भूमिका अधिवक्ता श्री तिवारी के साथ आयुष तिवारी ने निभाई. मौके पर विभा देवी, संजय कुमार तिवारी, पंकज तिवारी, अनुराग तिवारी, हैपी, सलोनी, सेबी, प्रिया देवी, अनुराग तिवारी, डॉ आरबी सिंह, गुनगुन, गुंजन, मीसा मिश्रा, सरोज पाठक, पूजा कुमारी, जदयू नेता ब्रजेश कुमार, अधिवक्ता आनंद किशोर मिश्रा, तारकेश्वर मिश्रा, धनंजय मिश्रा, संजय मिश्रा, सुनील कुमार, मोतीलाल, फागु बैठा ने पूजा में शामिल होकर भोलेनाथ का आशीर्वाद ग्रहण किया.
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