*वाराणसी में करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी के मामले में नीलगिरी इंफ्रासिटी के सीएमडी समेत तीन गिरफ्तार*
*श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी*
*वाराणसी* / करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी सहित अन्य आरोपों में चेतगंज पुलिस ने सोमवार को रियल इस्टेट कंपनी नीलगिरी इंफ्रासिटी के मुख्य प्रबंध निदेशक विकास सिंह, उसकी पत्नी प्रबंध निदेशक ऋतु सिंह व प्रबंधक प्रदीप यादव को काली महाल से गिरफ्तार किया है। आरोपित सीएमडी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की गई है। वाराणसी और चंदौली के अलग-अलग थानों में नीलगिरी इंफ्रासिटी के संचालकों के खिलाफ दर्जन भर से अधिक मुकदमे दर्ज हैं।
मलदहिया क्षेत्र की इंडियन प्रेस कालोनी स्थित नीलगिरी इंफ्रासिटी के कार्यालय में पिछले दिनों बिहार, गुजरात व झारखंड से आए निवेशकों ने जमकर हंगामा किया था। सभी का कहना था कि कंपनी ने प्लाट बेचने के नाम पर ही नहीं बल्कि टूर प्लान व सोने में निवेश के नाम पर भी कई लोगों से धोखाधड़ी की है।
सूचना के बाद पहुंची पुलिस हंगामा कर रहे लोगों को चेतगंज थाने ले गई थी, जहां निवेशकों ने कंपनी के मुख्य प्रबंध निदेशक विकास सिंह, उसकी पत्नी प्रबंध निदेशक ऋतु सिंह समेत छह के खिलाफ डेढ़ करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। इसके बाद से आरोपित भूमिगत हो गए थे। इस बीच पुलिस को सूचना मिली कि कंपनी के सीएमडी व एमडी अपने काली महाल स्थित आवास पर दिखाई पड़े हैं। इस पर पुलिस ने दबिश देकर सीएमडी विकास सिंह समेत तीन आरोपितों को दबोच लिया।
नीलगिरी इंफ्रासिटी के सीएमडी न्यायालय में प्रार्थना पत्र देकर पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर सहित 10 लोगों पर 50 लाख रुपये रंगदारी मांगने का आरोप लगाया था। अदालत में दिए गए आवेदन में वादी ने कहा था कि वह नीलगिरी इंफ्रासिटी नामक कंपनी का डायरेक्टर है। कंपनी जमीन का क्रय-विक्रय का वैध कारोबार करती है। व्यापार के संबंध में कई लोगों से ब्याज पर पैसा लिया गया। अधिकांश लोगों का पैसा वापस किया जा चुका है। आरोप है पूर्व आईपीएस ने पैसा देने वाले नौ लोगों को साजिश में लेकर 50 लाख रुपये रंगदारी की मांग की।