CBI के नए बॉस के लिये PM की अध्यक्षता में हुई हाई लेवल मीटिंग में तीन नाम शॉर्ट लिस्ट.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
CBI के नए डायरेक्टर के लिए नामों पर चर्चा शुरू हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में नए डायरेक्टर के लिए तीन नामों को शॉर्ट लिस्ट किया गया। इस पैनल में भारत के चीफ जस्टिस एनवी रमना और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी शामिल हैं।
सूत्रों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के DGP एचसी अवस्थी, SSB के DG कुमार राजेश चंद्रा और गृह मंत्रालय के विशेष सचिव वीएसके कौमुदी में से कोई CBI का डायरेक्टर चुना जाएगा। यह पद फरवरी से खाली है। अभी अतिरिक्त निदेशक प्रवीण सिन्हा 3 फरवरी से CBI के अंतरिम प्रमुख हैं। इस पद के लिए 1985 बैच के IPS अधिकारी सुबोध कुमार जायसवाल के नाम पर भी चर्चा हुई।
दावेदार 1- हितेश चंद्र अवस्थी
अभी उत्तर प्रदेश के DGP हैं। 1985 बैच के IPS अफसर हितेश चंद्र अवस्थी को एक साल पहले यह जिम्मेदारी दी गई थी। उनके पास CBI में काम करने का अनुभव भी है। 2005 से 2008 तक नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (NCRB) में DIG और डिप्टी डायरेक्टर रहे। 2008 से 2013 तक CBI में आईजी और ज्वाइंट डायरेक्टर रहे। दो बार यूपी के गृह विभाग में विशेष सचिव बनाए गए।
अवस्थी अविभाजित उत्तर प्रदेश में टिहरी गढ़वाल और हरिद्वार के SP रहे। 2016 में ADG से DG के पद पर प्रमोट हुए। DGP मुख्यालय, टेलीकॉम, होमगार्ड्स, एंटी करप्शन ऑर्गेनाइजेशन (ACO) और आर्थिक अपराध एवं अनुसंधान शाखा में DG रहे। 2017 से डीजी विजिलेंस बनाए गए। अभी यूपी के DGP हैं।
दावेदार 2 – आरके चंद्रा
IPS अधिकारी कुमार राजेश चंद्र सशस्त्र सीमा बल (SSB)के DG हैं। यह अर्धसैनिक बल नेपाल और भूटान से सटी भारतीय सीमाओं की सुरक्षा करता है। बिहार कैडर के 1985 बैच के IPS चंद्रा दिल्ली में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय के तहत नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) के डायरेक्टर रह चुके हैं। दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी से इकोनॉकिस्म में पोस्ट ग्रैजुएट चंद्रा 31 दिसंबर, 2021 को रिटायर होंगे। चंद्रा प्रधानमंत्री, पूर्व PM और उनके परिवारों की सुरक्षा करने वाले स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) में भी काम कर चुके हैं।
दावेदार 3 – वी एस के कौमुदी
वी एस के कौमुदी गृह मंत्रालय में विशेष सचिव (आंतरिक सुरक्षा) हैं। कौमुदी आंध्र प्रदेश कैडर के 1986 बैच के IPS अधिकारी हैं। वह पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो के डायरेक्टर रह चुके हैं। वह 30 नवंबर 2022 को रिटायर होंगे।
अधीर रंजन चौधरी ने सिलेक्शन प्रोसेस पर आपत्ति जताई
CBI डायरेक्टर चुनने के लिए प्रधानमंत्री आवास पर शाम लगभग 6:30 बजे मीटिंग शुरू हुई। यह बैठक 90 मिनट चली। सूत्रों ने कहा कि अधीर रंजन चौधरी ने इस पद के लिए अधिकारियों के चयन की प्रक्रिया पर आपत्ति जताई।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से प्रक्रिया का पालन किया गया, वह समिति के बहुमत के विपरीत था। 11 मई को मुझे 109 नाम दिए गए। सोमवार दोपहर 1 बजे तक 10 नामों को और शाम 4 बजे तक 6 नाम शॉर्ट लिस्ट कर दिए गए। कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग का रवैया बेहद आपत्तिजनक है।
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