टीएमसी नेता ने दी हिदायत- कोई अप्रिय सवाल न पूछें.
ममता ने पत्रकार को भाजपा मीडिया कहा.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस के लिए शुक्रवार (11 जून) का दिन बेहद महत्वपूर्ण रहा. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय पार्टी छोड़कर अपने पुराने दल तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गये. मुकुल का पार्टी में स्वागत करने के लिए तृणमूल कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया. इस दौरान वह पत्रकारों पर भड़क गयीं. बंगाल चुनाव 2021 से पहले तृणमूल छोड़कर भाजपा का दामन थामने वालों के भविष्य के बारे में भी बात की. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सवाल पूछे जाने पर ममता ने पत्रकारों को हिदायत दी कि वे अप्रिय सवाल न पूछें. वे तृणमूल भवन में हैं. उन्होंने सवाल पूछने वाले पत्रकार को बीजेपी मीडिया तक कह डाला.
1. अप्रिय सवाल न पूछें, माहौल खराब न करें
मुकुल राय के तृणमूल में शामिल होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों ने जब मुकुल रॉय से पूछा कि वर्ष 2017 में आप तृणमूल छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गये और अब बीजेपी छोड़कर टीएमसी में आ गये हैं. यह कौन सी विचारधारा है. जब आपने तृणमूल कांग्रेस छोड़ा था, तो ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी पर खूब हमले किये थे. इस पर ममता बनर्जी ने कहा कि मुकुल ने कभी भी तृणमूल कांग्रेस या उसके नेता के बारे में कोई गलत बात नहीं कही. ये सब बेकार की बातें हैं.
ममता ने पत्रकारों से कहा कि वे कोई ऐसा सवाल न करें, जो अप्रिय हो. माहौल खराब करने की कोशिश न करें. कुछ लोग बीजेपी मीडिया हैं. उन्हें सवाल बताये जाते हैं और पत्रकार वही सवाल करते हैं. ममता ने कहा कि यह तृणमूल भवन है, ये हमारा ऑफिस है. बिटर क्वेश्चन करके माहौल खराब न करें. जो पूछना है, मुझसे पूछें. किसी और से सवाल न करें. हमारी पार्टी शक्तिशाली पार्टी है. मुकुल ने चुनाव के दौरान हमारी पार्टी के खिलाफ कोई गलत बात नहीं बोला. मुकुल ने भी कहा कि तृणमूल से उनका कभी मतविरोध नहीं था, आज भी नहीं है और आगे भी नहीं रहेगा.
2. गद्दारों की पार्टी में वापसी नहीं
ममता बनर्जी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मुकुल ने पार्टी के खिलाफ कभी कुछ नहीं कहा. उसके साथ उनके मतभेद कभी नहीं रहे. वह बहुत अच्छा लड़का है. भाजपा में जाने के बाद काफी शोषित हुआ है. वह खुलकर कुछ बोल भी नहीं पा रहा था. उसकी सेहत काफी खराब हो गयी है. अब वह तृणमूल में लौटकर अच्छा महसूस कर रहे है. ममता ने साथ ही कहा कि कुछ लोगों ने गद्दारी की है. गद्दारों ने चुनाव से पहले भाजपा के हाथ मजबूत किये. ऐसे लोगों को कभी भी तृणमूल में नहीं लिया जायेगा.
3. चरमपंथी और नरमपंथी नेता में अंतर
तृणमूल छोड़कर भाजपा में जाने वाले नेताओं की वापसी के मुद्दे पर ममता बनर्जी ने कहा कि दो तरह के नेता हैं. चरमपंथी और नरमपंथी. चरमपंथी नेताओं ने तृणमूल कांग्रेस का काफी नुकसान किया है. उन्होंने भाजपा के हाथ मजबूत किये और टीएमसी को नुकसान पहुंचाया. ऐसे लोगों को वह कभी भी पार्टी में दोबारा शामिल नहीं करायेंगी.
4. मुकुल के साथ भाजपा में गये लोगों का क्या?
मुकुल रॉय के साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने वाले नेताओं का भविष्य अब क्या होगा? क्या ऐसे नेताओं की तृणमूल कांग्रेस में वापसी होगी? इस सवाल पर ममता बनर्जी ने कहा कि जो अच्छे लोग हैं, नरमपंथी लोग हैं, उनकी पार्टी में वापसी हो सकती है. कई लोग भाजपा छोड़कर तृणमूल में लौटेंगे. हालांकि, उन्होंने किसी का नाम नहीं बताया. सिर्फ इतना कहा कि आने वाले दिनों में सब पता चल जायेगा.
5. सारधा-नारद केस के लिए भाजपा जिम्मेदार
तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने सारधा चिट फंड स्कैम और नारद स्टिंग ऑपरेशन केस के मुद्दे पर कहा कि इन दोनों केस के लिए उनकी पार्टी नहीं, भाजपा जिम्मेदार है. ममता ने कहा कि 7 साल तक मामले की जांच क्यों नहीं हुई. अब जाकर केस की जांच क्यों करायी जा रही है. इतने दिनों तक जांच एजेंसियां कहां सोयी थी.
6. वन नेशन, वन राशन कार्ड
वन नेशन, वन राशन कार्ड को बंगाल में लागू करने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बारे में जब ममता बनर्जी से सवाल किया गया, तो उन्होंने पूछा- सुप्रीम कोर्ट ने कब दिया इस पर फैसला. सवाल पूछने वाले पत्रकार ने जब बंगाल की मुख्यमंत्री को बताया कि आज ही सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला आया है, तो ममता बनर्जी ने कहा- मैं पहले फैसला देखूंगी, उसके बाद जवाब दूंगी.
7. आइडियोलॉजी पर सवाल किया, तो भड़कीं दीदी
एक पत्रकार के सवाल पर ममता बनर्जी ने कहा- आइडियोलॉजी के बारे में मुझसे सवाल न पूछें. हम मुकुल का स्वागत करते हैं. हम आपको सैटिस्फाई करने के लिए नहीं हैं. सवाल पूछने वाले पत्रकार को ममता दी ने बीजेपी मीडिया तक कह डाला.
8. भाजपा पार्टी तोड़ती है, हम नहीं तोड़ते
ममता बनर्जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारतीय जनता पार्टी दूसरी पार्टियों को तोड़ती है. तृणमूल कांग्रेस किसी पार्टी को नहीं तोड़ती. मुकुल रॉय भाजपा में रहकर काम नहीं कर पा रहे थे. उनका दम घुट रहा था. इसलिए वह लौट आये. वह पहले की तरह पार्टी में काम करेंगे.
9. भाजपा जमींदारों की पार्टी
ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी को जमींदारों की पार्टी करार दिया. कहा कि मुकुल भाजपा के साथ नहीं रह सकते. यह पार्टी जमींदारों की पार्टी है. भाजपा आम लोगों की पार्टी नहीं है. इसलिए मुकुल हमारी पार्टी में आये हैं. हम उनका स्वागत करते हैं.
10. पुरानी भूमिका में रहेंगे मुकुल रॉय
ममता बनर्जी से जब पूछा गया कि भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल राय की तृणमूल कांग्रेस में क्या भूमिका होगी, तो टीएमसी सुप्रीमो ने कहा कि उनकी भूमिक बहुत अहम होगी. मुकुल रॉय पहले जिस भूमिका में थे, फिर वह उसी भूमिका में रहेंगे. उन्हें पार्टी की ओर से क्या जिम्मेदारी दी जायेगी, इसके बारे में बाद में सार्वजनिक रूप से बताया जायेगा.
11. राष्ट्रीय स्तर की पार्टी बनेगी तृणमूल
ममता बनर्जी ने संवाददाताओं से कहा कि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर की पार्टी बनेगी. बंगाल में पार्टी काफी मजबूत है. अब इसका देश के अलग-अलग राज्यों में विस्तार किया जायेगा.
12. ताश के पत्तों की तरह ढह जायेगी बीजेपी
तृणमूल सुप्रीमो ने भारतीय जनता पार्टी के भविष्य को लेकर भी बात की. उन्होंने कहा कि भाजपा में कोई राजनीतिक संदेश नहीं है. इसलिए लोग पार्टी छोड़ रहे हैं. आने वाले दिनों में यह पार्टी ताश के पत्तों की तरह ढह जायेगी.
13. ओल्ड इज गोल्ड
मुकुल रॉय की तृणमूल कांग्रेस में वापसी से प्रसन्न ममता बनर्जी ने कहा कि आने वाले दिनों में और कई लोग टीएमसी में शामिल होंगे, क्योंकि ओल्ड इज गोल्ड.
14. इन लोगों के लिए तृणमूल में जगह नहीं
ममता बनर्जी ने साफ कर दिया कि जिन लोगों ने तृणमूल कांग्रेस की आलोचना की है, पार्टी के नेताओं के बारे में भला-बुरा कहा है, उनके लिए उनकी पार्टी में कोई जगह नहीं है. उन्होंने कहा कि भद्र लोगों के लिए तृणमूल कांग्रेस के दरवाजे हमेशा खुले हैं, लेकिन जिन लोगों ने दल के साथ गद्दारी की है, उनकी कभी घरवापसी नहीं होगी.
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