जलवायु परिवर्तन के बढ़ते दुष्प्रभाव को कमतर करने हेतु, पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित किया गया
श्री नारद मीडिया प्रतीक कुमार सिंह, मोतीहारी ,बिहार
जलवायु परिवर्तन के बढ़ते दुष्प्रभाव को कमतर करने हेतु आज सामाजिक शोध एवं विकास केंद्र मेहसी द्वारा स्कूली छात्राओं का एक पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित किया गया । इस प्रतियोगिता में दर्जनों छात्राओं ने हिस्सा लेकर अपने क्रिएटिव और क्रियेभीटि को कलम से उजागर करने का प्रयास किया। छात्राओं द्वारा वृक्षारोपण, नदी जल संरक्षण, कुआ- तालाब, आहार और जलाशयों को अपने पेंटिंग के माध्यम से सुरक्षित करने का संदेश दिया। वही पशु- पक्षियों, मानव हितैषी कीट पतंगों के संरक्षण पर भी पेंटिंग बनाने का प्रयास किया है। वहीं दूसरी तरफ गैस उत्सर्जन को रोकने हेतु प्लास्टिक के उपयोग और इंधन के दुरुपयोग को रोकने का भी संदेश दिया है। इस कार्यक्रम में मिर्जापुर, रामपुर शंकर, घरयारी चक, नया टोला, समदपुरा, सराय, चकलालू, मुगलपुरा, पुरानी महसी सहित नवम एवं वर्ग की छात्राएं इसमें शामिल होकर कार्यक्रम को सफल बनाया। इस अवसर पर स्कूली छात्राओं के बीच कुमारी स्वर्ण द्वारा स्कूल बैग तथा रंगोली पैकेट देकर बच्चों का उत्साहवर्धन किया गया। बच्चों को संबोधित करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता अमर ने कहा कि आज कीटनाशक दवाओं के बढ़ते प्रभाव के कारण जहां हमारी फसलें जहरीली होती जा रही हैं, वही मानव हितैषी कीट पतंग का विनाश भी बड़े पैमाने पर हो रहा है । इतना ही नहीं फसलो, लीची फलो व फूलो को नुकसान पहुंचाने वाले स्टीम बाग नामक कीट के प्रभाव से लीची का उत्पादन संकट पूर्ण स्थिति में पहुंच चुका है। इतना ही नहीं परागण के कारण फल उत्पादन में काफी कमी देखी जा रही है। कारण की मधुमक्खियां जो अनेक प्रकार की अपने क्षेत्र में पाई जाती रही है वह भी धीरे-धीरे लुफ्त होती जा रही है। इस फल स्वरुप शहद उत्पादन पर भी इसका कुप्रभाव देखने को मिल रहा है। अतः समय रहते हुए हम सबों को अपनी जवाबदेही को समझते हुए संकल्प लेने की आवश्यकता है। कार्यक्रम को सफल बनाने में हामिद रजा एवं हसन इमाम की भूमिका काफी सराहनीय रही। मौके पर कहकशा कुलसुम, सानिया परवीन, अंजुम खातून, फरजाना खातून, इशरत परवीन, आबदा खातून, सुधा कुमारी ,मौसम कुमारी, प्रीति कुमारी, मनीषा कुमारी, सबा आजाद ,फरीदा खातून, तनुजा खातून सहित करीब 70 छात्राएं इस प्रतियोगिता में भाग ली।