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आज है अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस,प्राकृतिक आवास को बचाने के लिए जागरूकता पैदा की जाए. - श्रीनारद मीडिया
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आज है अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस,प्राकृतिक आवास को बचाने के लिए जागरूकता पैदा की जाए.

आज है अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस,प्राकृतिक आवास को बचाने के लिए जागरूकता पैदा की जाए.

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priyranjan singh
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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

हर साल दुनिया भर में 29 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया जाता है. इसे मनाने का मकसद यही है कि लोगों में बाघों के संरक्षण और उनके प्राकृतिक आवास को बचाने के लिए जागरूकता (Awareness) पैदा की जाए. बाघों को वैसे भी वन्यजीवों (Wildlife) की लुप्त होती प्रजाति की सूची में रखा गया है और इनके संरक्षण के लिए ‘सेव द टाइगर’ जैसे राष्ट्रीय अभियानों (National Campaigns) को चलाया गया है. बाघ संरक्षण को प्रोत्साहित करने और बाघों की घटती संख्या के प्रति जागरूक के लिए 2010 में रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में एक सम्मेलन आयोजित किया गया था, जिसमें अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाने की घोषणा की गई थी. इसमें 2022 तक बाघों की संख्‍या को दोगुना करने का लक्ष्य रखा गया था.

भारत में विभिन्न राज्यों में बड़ी संख्या में बाघ अभयारण्य (Tiger Sanctuary) हैं. अगर आपको बाघों को देखने का जुनून है, तो इस टाइगर डे के मौके पर आप इन सबसे अच्छे बाघ अभयारण्यों की सैर की योजना बना सकते हैं. जानिए देश के 5 मशहूर बाघ अभयारण्यों के बारे में-

जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व, उत्तराखंड
हिमालय की तलहटी में बसा जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व भारत का एक अहम टाइगर रिजर्व है. 500 वर्ग किमी के विशाल क्षेत्र में फैले इस राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना 1936 में हुई थी. उत्तराखंड में मौजूद इस जिम कॉर्बेट जैसे हरे-भरे कुछ ही बाघ अभयारण्य हैं. तो इस बार आप एक आकर्षक जंगल सफारी या जंगल के बीच एक रोमांचकारी सफर का आनंद ले सकते हैं.

रणथंभौर टाइगर रिजर्व, राजस्थान
कभी जयपुर के महाराजाओं का शिकार स्थल रहा रणथंभौर आज भारत के सबसे बड़े बाघ अभयारण्यों में से एक है. बाघों की एक बड़ी संख्‍या यहां है और यह 1.134 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है. यह विशेष रूप से बंगाल टाइगर्स के निवास के रूप में जाना जाता है. आप यहां बाघों के अलावा अन्य प्रजातियों को भी देख सकते हैं, जिनमें भालू, लकड़बग्घा, लोमड़ी और सियार शामिल हैं.

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व, मध्य प्रदेश
बांधवगढ़ बाघ अभयारण्य भारत में सर्वश्रेष्ठ बाघ अभयारण्यों की सूची में उच्च स्थान पर है. हर दिन हजारों पर्यटक यहां आते हैं. यहां रॉयल बंगाल टाइगर्स का सबसे अधिक है. 820 वर्ग किमी की दूरी में फैले इस राष्ट्रीय उद्यान में प्राचीन बांधवगढ़ किला भी है. अपनी समृद्ध जैव विविधता, प्राकृतिक सुंदरता और गौरवशाली इतिहास के साथ बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की यात्रा लोगों को यहां आने के लिए आकर्षित करती है.

पेरियार टाइगर रिजर्व, केरल
अगर आप केरल में मनमोहक सुंदरता और अद्भुत वन्य जीवन का आनंद लेना चाहते हैं तो पेरियार टाइगर रिजर्व आपके लिए बेस्‍ट ऑप्‍शन हो सकता है. यह भारत के प्रसिद्ध बाघ अभयारण्यों में से एक है और इसमें बंगाल के बाघ, सफेद बाघ, एशियाई हाथी, जंगली सूअर और सांभर की बड़ी आबादी है. लगभग 777 वर्ग किमी के कुल क्षेत्रफल के साथ इसमें एक कृत्रिम झील भी है, जो इसकी सुंदरता और आकर्षण को बढ़ाती है.

सुंदरबन टाइगर रिजर्व, पश्चिम बंगाल
सुंदरबन टाइगर रिजर्व एक विश्व धरोहर स्थल और रॉयल बंगाल टाइगर का अहम स्‍थान है. इस टाइगर रिजर्व की खासियत यह है कि इसमें जलीय स्तनधारियों, पक्षियों और सरीसृपों सहित लुप्तप्राय प्रजातियों की एक महत्वपूर्ण संख्या भी है. हालांकि देश के अधिकांश राष्ट्रीय उद्यानों के विपरीत सुंदरबन में जीप सफारी की सुविधा नहीं है. इसके बजाय आपको क्षेत्र के आस-पास के परिवहन और दर्शनीय स्थलों की यात्रा के लिए नाव का सहारा लेना होगा.

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