जवाहर लाल नेहरू की 60वीं पु‍ण्यति‍थ‍ि आज,देश ने किया याद

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आधुनिक भारत के शिल्पी’ जवाहर लाल नेहरू

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश के पहले पीएम पंडित जवाहरलाल नेहरू को उनकी 60वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी।मैं पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू जी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। अपने प्रगतिशील विचारों से भारत के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक सूत्रधार रहे पंडित नेहरू का देश की प्रगति में अमूल्य योगदान है।

पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा आधुनिक भारत के शिल्पकार, भारत को वैज्ञानिक, आर्थिक, औद्योगिक व विभिन्न क्षेत्रों में आगे ले जाने वाले, लोकतंत्र के समर्पित प्रहरी, स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री व हमारे प्रेरणास्रोत, पंडित जवाहरलाल नेहरू के अतुलनीय योगदान के बिना भारत का इतिहास अधूरा है. ‘हिन्द के जवाहर’ की पुण्यतिथि पर उन्हें हमारी विनम्र श्रद्धांजलि.

पंडित जवाहरलाल नेहरू जी ने कहा था- ‘देश की रक्षा, देश की उन्नति, देश की एकता ये हम सबका राष्ट्रीय धर्म है. ये हम अलग अलग धर्म पर चलें, अलग-अलग प्रदेश में रहें, अलग भाषा बोलें, पर उससे कोई दीवार हमारे बीच खड़ी नहीं होनी चाहिए. सब लोगों को उन्नति में बराबर का मौका मिलना चाहिए. हम नहीं चाहते कि हमारे देश में कुछ लोग बहुत बड़े अमीर हों और अधिकतर लोग गरीब हों.’ आज भी कांग्रेस पार्टी उसी ‘न्याय’ के रास्ते पर चल रही है.

‘जवाहरलाल नेहरू एक स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और 1947 में स्वतंत्रता के बाद भारत के पहले प्रधानमंत्री बने.’ नेहरू 16 वर्षों से अधिक समय तक इस पद पर रहे और 27 मई 1964 को दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई.नेहरू को भारत के गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM) का प्रणेता माना जाता है। बच्चों के प्रति उनके प्रेम के कारण उन्हें ‘चाचा नेहरू’ भी कहा जाता है और उनकी जयंती 14 नवंबर को भारत में हर साल बाल दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।

पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर, 1889 को इलाहाबाद में हुआ था। वे स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री थे, उन्होंने अपने कार्यकाल में 6 बार कांग्रेस अध्यक्ष के पद को सुशोभित किया था।   नेहरू जी ने सन 1912 में हैरो और कैम्ब्रिज में पढ़ाई की तथा बार-एट-लॉ की उपाधि ग्रहण की थी।
 अपने कार्यकाल में उन्होंने लाहौर 1929, लखनऊ 1936, फैजपुर 1937, दिल्ली 1951, हैदराबाद 1953 और कल्याणी 1954 आदि 6 बार कांग्रेस अध्यक्ष के पद रहे।
 और 1942 के ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन में वे गिरफ्तार हुए तथा अहमदनगर जेल में रहे, जहां से उन्हें 15 जून 1945 को रिहा किया गया। और आजादी के बाद सन 1947 में भारत के पहले प्रधानमंत्री बने।
. नेहरू जी ने 9 बार जेल यात्राएं कीं।  1935 में अलमोड़ा जेल में ‘आत्मकथा’ लिखी।और 1954 में उन्हें ‘भारत रत्न’ से अलंकृत किया गया।  पंडित जवाहरलाल नेहरू ने विश्व भ्रमण किया और उनके निधन तक यानि 27 मई 1964 को तक वे प्रधानमंत्री के पद पर बने रहे। जब उन्होंने चीन की तरफ मित्रता का हाथ बढ़ाया, लेकिन चीन ने धोखे से आक्रमण कर दिया। इससे जवाहरलाल नेहरू को बड़ा झटका लगा.

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