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इंजीनिरिंग कोर्स का 11 भारतीय भाषाओं में ट्रांसलेशन के लिए टूल विकसित -पीएम. - श्रीनारद मीडिया

इंजीनिरिंग कोर्स का 11 भारतीय भाषाओं में ट्रांसलेशन के लिए टूल विकसित -पीएम.

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के एक साल पूरा होने के अवसर राष्ट्र को संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई अभियानों की शुरूआत की। देश को एनईपी 2020 के अब तक के क्रियान्वयन और किये जा रहे सुधारों की जानकारी देगें और साथ ही एनईपी के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए जरूरी विभिन्न अभियानों की आधिकारिक रूप से शुरूआत भी करेंगे। प्रधानमंत्री के संबोधन को राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) पोर्टल, pmindiawebcast.nic.in पर देखा जा सकता है।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लेकर राष्ट्र को संबोधन के आखिर में पीएम ने कहा कि भारतीय साइन लैंग्वेज को पहली बार एक भाषा विषय यानि एक Subject का दर्जा प्रदान किया गया है। अब छात्र इसे एक भाषा के तौर पर भी पढ़ पाएंगे। इससे भारतीय साइन लैंग्वेज को बहुत बढ़ावा मिलेगा, हमारे दिव्यांग साथियों को बहुत मदद मिलेगी।

पीएम ने अपने संबोधन में आगे कहा, “हमने-आपने दशकों से ये माहौल देखा है जब समझा जाता था कि अच्छी पढ़ाई करने के लिए विदेश ही जाना होगा। लेकिन अच्छी पढ़ाई के लिए विदेशों से स्टूडेंट्स भारत आयें, बेस्ट institutions भारत आयें, ये अब हम देखने जा रहे हैं। आज बन रही संभावनाओं को साकार करने के लिए हमारे युवाओं को दुनिया से एक कदम आगे होना पड़ेगा, एक कदम आगे का सोचना होगा। हेल्थ हो, डिफेंस हो, इनफ्रास्ट्रक्चर हो, टेक्नालजी हो, देश को हर दिशा में समर्थ और आत्मनिर्भर होना होगा। मुझे खुशी है कि 8 राज्यों के 14 इंजीनियरिंग कॉलेज, 5 भारतीय भाषाओं- हिंदी-तमिल, तेलुगू, मराठी और बांग्ला में इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू करने जा रहे हैं। इंजीनिरिंग के कोर्स का 11 भारतीय भाषाओं में ट्रांसलेशन के लिए एक टूल भी develop किया जा चुका है।”

संबोधन के दौरान पीएम ने कहा, “नई ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति’ युवाओं को ये विश्वास दिलाती है कि देश अब पूरी तरह से उनके साथ है, उनके हौसलों के साथ है। जिस आर्टिफिसियल इंटेलीजेंस के प्रोग्राम को अभी लॉंच किया गया है, वो भी हमारे युवाओं को future oriented बनाएगा, AI driven economy के रास्ते खोलेगा।”

राष्ट्रीय शिक्षा नीति को राष्ट्र-निर्माण में महायज्ञ मानते हुए पीएम ने कहा, “भविष्य में हम कितना आगे जाएंगे, कितनी ऊंचाई प्राप्त करेंगे, ये इस बात पर निर्भर करेगा कि हम अपने युवाओं को वर्तमान में यानि आज कैसी शिक्षा दे रहे है, कैसी दिशा दे रहे हैं। मैं मानता हूं भारत की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति राष्ट्र निर्माण के महायज्ञ में बड़े factors में से एक है।”

अपने संबोधन के दौरान, पीएम ने कहा, “नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को एक साल पूरा होने पर सभी देशवासियों और सभी विद्यार्थियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। बीते एक वर्ष में देश के आप सभी महानुभावों, शिक्षको, प्रधानाचार्यों, नीतिकारों ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को धरातल पर उतारने में बहुत मेहनत की है।”

कार्यक्रम के आरंभ में केंद्रीय शिक्षा मंत्री के संबोधन और फिर राष्ट्रीय शिक्षा नीति के एक वर्ष क्रियान्वयन पर एक शार्ट फिल्म के प्रसारण के बाद पीएम मोदी ने एनईपी के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए जरूरी कई अभियानों की आधिकारिक रूप से शुरूआत की।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने दी जानकारी

पीएम मोदी के राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के एक साल पूरा होने के अवसर पर किये जाने वाले राष्ट्र को संबोधन को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज, 29 जुलाई 2021 को ट्वीट करते हुए कहा, “एक साल पहले माननीय प्रधानमंत्री के नेतृत्व में 21वीं सदी की एक दूरदर्शी शिक्षा नीति, एनईपी 2020 – प्रत्येक छात्र की क्षमताओं को सामने लाने, शिक्षा को सार्वभौमिक बनाने, क्षमताओं का निर्माण करने और सीखने के परिदृश्य को बदलने के उद्देश्य से शुरू की गई थी। आज एनईपी के तहत परिवर्तनकारी सुधारों के एक वर्ष पूरे होने के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी कई अभियानों की शुरूआत करेंगे जो नई शिक्षा नीति के तहत परिकल्पित कई लक्ष्यों को साकार करने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होंगे और अपने संबोधन के माध्यम से पीएम हमारा मार्गदर्शन करेंगे।”

केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने इस अवसर आगे कहा, “एनईपी2020 के 1 वर्ष पर, आइए हम शिक्षा को समग्र, वहनीय, सुलभ और न्यायसंगत बनाने के अपने संकल्प को दोहराएं। आइए हम 21वीं सदी के आत्म-निर्भर भारत की आकांक्षाओं को साकार करने और भारत को एक जीवंत ज्ञान अर्थव्यवस्था बनाने के लिए मिलकर काम करें।”

 

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