Train Accident:आंध्र प्रदेश के CM ने भी की मुआवजा देने की घोषणा
रेल हादसे में कई बांग्लादेशी घायल
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
2 जून को ओडिशा में हुए भीषण ट्रेन हादसे में 288 लोगों ने अपनी जान गंवा दी है और लगभग एक हजार से अधिक लोग घायल हुए हैं। इन सभी के लिए पीएमओ और रेल मंत्रालय की ओर से इन सभी के लिए मुआवजे का ऐलान किया गया है, जिस बीच आंध्र प्रदेश के सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने घोषणा की है कि उनकी सरकार की ओर से भी ट्रेन हादसे के पीड़ितों को मुआवजा दिया जाएगा।
मृतकों के परिजनों के लिए 10-10 लाख का मुआवजा
ट्रेन हादसे में पीड़ितों के लिए आंध्र प्रदेश सरकार की ओर से भी मुआवजे की घोषणा कर दी गई है। सीएमओ की ओर से कहा गया है कि हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायल लोगों को 5 लाख रुपये और कम चोटिल हुए लोगों को एक लाख रुपये की मुआवजा दिया जाएगा।
पीएमओ और रेल मंत्रालय की ओर से मुआवजा
हादसे में मारे गए और घायल हुए लोगों को पीएमओ और रेल मंत्रालय की ओर से मुआवजे का ऐलान किया गया है। इस हादसे के बाद पीएमओ की ओर से मृतकों के परिवार के दो-दो लाख रुपये और घायल लोगों को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे।
इसके अलावा, इस हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को रेल मंत्रालय की ओर से 10-10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों के लिए दो लाख रुपये, मामूली रूप से चोटिलों के लिए 50,000 रुपये की सहायता राशि दी जाएगी।
तीन ट्रेनों की टक्कर से हुआ भीषण हादसा
इस हादसे में तीन ट्रेन आपस में टकराई थी, जिसमें दो पैसेंजर ट्रेन बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस और कोरोमंडल एक्सप्रेस के साथ ही एक मालगाड़ी शामिल थी। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि यह घटना इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण हुआ है।
जो भी लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं, उनकी भी पहचान कर ली गई है। रेलवे सुरक्षा आयुक्त की ओर से रिपोर्ट पेश किए जाने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
रेल हादसे में कई बांग्लादेशी घायल
ओडिशा के बालेश्वर में तीन ट्रेनों की भीषण भिड़ंत में अबतक 288 लोगों की मौत हो गई है, जबकि कई बांग्लादेशी यात्री समेत 1100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इस बीच, जानकारी मिली कि बांग्लादेश के एक वरिष्ठ राजनयिक ने रविवार को बालेश्वर जिले के सोरो अस्पताल का दौरा दिया।
बता दें कि बांग्लादेशी राजनयिक शेख मारेफत अली इस्लाम ने घायल बांग्लादेशी यात्रियों को कांसुलर सहायता प्रदान करने के लिए सोरो अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने बताया कि कुछ बांग्लादेशी यात्रियों का ओडिशा के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। हालांकि, इस हादसे में बांग्लादेश के किसी भी नागरिक के मरने की सूचना नहीं है।
बांग्लादेशी यात्रियों की दें जानकारी
इसी बीच उन्होंने कहा कि अगर घायल बांग्लादेशी मरीजों के बारे में कोई भी जानकारी है तो कृपया कोलकाता में हमारे उप उच्चायोग (9038353533 ) को जानकारी दें। दरअसल, भुवनेश्वर के कई अस्पतालों में कई लावारिस शव मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि लावारिस शवों में से क्या कोई बांग्लादेशी है? यह पता लगाना होगा।
शेख मारेफत ने विभिन्न अस्पतालों में घायल और मृत बांग्लादेशी नागरिकों का पता लगाने में सहायता प्रदान करने के लिए ओडिशा सरकार को धन्यवाद दिया। लगभग 20 लाख बांग्लादेशी हर साल इलाज के लिए भारत आते हैं, जिनमें से कई दक्षिणी राज्यों में चिकित्सा संस्थानों को तरजीह देते हैं।
कैसे हुआ था हादसा?
बंगाल के शालीमार से चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस शुक्रवार शाम 6:35 बजे बालेश्वर के बाहानागा बाजार स्टेशन से निकली थी। 6:54 बजे तक यह ट्रेन मेन लाइन पर थी, जबकि कुछ ही दूरी पर बगल की लूप लाइन पर एक मालगाड़ी खड़ी थी। सिग्नल वापस लेने के कारण 6:55 बजे कोरोमंडल एक्सप्रेस अचानक लूप लाइन पर चली गई और मालगाड़ी से टकरा गई। उस समय ट्रेन की रफ्तार 128 किलोमीटर प्रतिघंटे थी।
ट्रेन का इंजन मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गया, जबकि पीछे के सभी डिब्बे बगल की डाउन लाइन की पटरी पर गिर गए। ठीक उसी समय उस डाउन लाइन से होकर बेंगलुरु से हावड़ा जानेवाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस गुजर रही थी, जिसकी रफ्तार 117 किलोमीटर प्रतिघंटा थी। ट्रेन के ज्यादातर डिब्बे दुर्घटनास्थल से आगे बढ़ चुके थे, लेकिन पीछे के तीन डिब्बों से कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे से टकरा गए।
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