Train Accident:अपने तय समय से ट्रैक पर दौड़ेगी कोरोमंडल एक्सप्रेस

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101 मृतकों की अब तक नहीं हुई पहचान

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

कोरोमंडल एक्सप्रेस बुधवार से फिर से शुरू हो जाएगी। ट्रेन पिछले शुक्रवार शाम ओडिशा के बालेश्वर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। उसके पांच दिन बाद बुधवार दोपहर कोरोमंडल एक्सप्रेस फिर शालीमार से चेन्नई के लिए रवाना होगी। दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी आदित्य चौधरी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

आदित्य चौधरी ने कहा कि यह ट्रेन पहले की तरह उसी रूट से चलेगी। बुधवार को अपराह्न 3.20 बजे कोरोमंडल एक्सप्रेस शालीमार से चेन्नई के लिए रवाना होगी। अप कोरोमंडल एक्सप्रेस पिछले शुक्रवार को बालेश्वर में बाहनगा बाजार स्टेशन के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। जिसमें जानमाल का भारी नुकसान हुआ है।

रेल मंत्री की मौजूदगी में चलाई गई मालगाड़ी

शुक्रवार रात हुए हादसे के बाद बचाव कार्य के बाद रेलकर्मियों ने शनिवार रात से ट्रेनों की आवाजाही बहाल करने का काम शुरू कर दिया था। रविवार को रात 10.40 बजे सबसे पहले डाउन लाइन पर मालगाड़ी चलाई गई। इसके बाद रात 11 बजकर 39 मिनट पर दूसरी मालगाड़ी चलाई गई। अप लाइन पर पहली ट्रेन दोपहर 12:05 बजे चली। उस वक्त रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव मौके पर मौजूद थे। सोमवार सुबह उस ट्रैक पर वंदे भारत एक्सप्रेस भी चली। कुछ देर बाद फलकनुमा एक्सप्रेस भी अप लाइन से होकर गुजरी।

रेलवे सूत्रों के मुताबिक, सोमवार को रेलवे की मरम्मत का काम पूरा हो गया। उस दिन उस लाइन से 40 से अधिक ट्रेनें चलीं। हालांकि, दुर्घटना वाले स्थान पर ट्रेन की रफ्तार महज 10 किमी प्रति घंटा थी। मंगलवार को भी उस लाइन पर कई ट्रेनें रद की गईं। बुधवार को रद ट्रेनों की संख्या चार रहेगी।

रेल हादसे के चार दिन बाद भी 101 शव ऐसे हैं जिनकी अभी पहचान नहीं हो पाई है। शुक्रवार शाम करीब सात बजे हुए इस हादसे में कम से कम 275 लोगों की मौत हुई और करीब 1000 लोग घायल हुए। अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि अभी भी 101 शवों की पहचान की जानी बाकी है।

पूर्वी मध्य रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक रिंकेश रॉय ने कहा कि ओडिशा के विभिन्न अस्पतालों में अभी भी लगभग 200 लोगों का इलाज चल रहा है। रॉय ने कहा कि दुर्घटना वाले दिन लगभग 1,100 लोग घायल हुए थे। जिनमें लगभग 900 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई। राज्य के विभिन्न अस्पतालों में लगभग 200 लोगों का इलाज किया जा रहा है। दुर्घटना में मरने वाले 275 लोगों में से 101 शवों की पहचान बाकी है।

55 शव परिजनों को सौंपे गए

भुवनेश्वर नगर निगम के आयुक्त विजय अमृत कुलंगे ने एएनआई को बताया, “भुवनेश्वर में रखे गए कुल 193 शवों में से 80 शवों की पहचान कर ली गई है। 55 शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं। बीएमसी के हेल्पलाइन नंबर 1929 पर 200 से अधिक कॉल प्राप्त हुए हैं। शवों की शिनाख्त कर परिजनों को सौंपी जा रही है।”

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