कोहरे के कारण धीमी हुई ट्रेन की रफ्तार,कैसे?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार में ठंड में इजाफा हुआ है. अब कोहरे के कारण भी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मौसम में अचानक हुए परिवर्तन शौर कोहरे के कारण ट्रेनों की रफ्तार रुक गयी है. इसका सीधा असर उत्तर भारत से उत्तर बिहार और पूर्वोत्तर की ओर जाने वाली ट्रेनों पर पड़ रहा है. ट्रेनें काफी देर से चल रही हैं. इससे ठंड के मौसम में यात्रियों को ट्रेन के इंतजार में प्लेटफॉर्म पर अधिक देर तक बैठना पड़ रहा है.
ट्रेन में सवार यात्री पानी खत्म होने और गंदगी से परेशान हैं. एक्स हैंडिल पर इसकी शिकायत लगातार कर रहे हैं. शुक्रवार को उत्तर बिहार से मुजफ्फरपुर आने वाली 10 से अधिक ट्रेनें आठ घंटे से 19 घंटे तक देरब से पहुंचीं. इसमें 02569 दरभंगा क्लोन स्पेशल दरभंगा से और 02563 बरौनी क्लोन स्पेशल रात पौने नौ बजे तक नहीं खुली थी. दोनों ट्रेन क्रमश: 15.45 घंटे और 18.50 घंटे लेट रहीं. इसके अलावा अप 14017 रक्सौल आनंद विहार सद्भावना एक्सप्रेस 10.03 घंटे, डाउन 12566 बिहार संपर्क क्रांति 10.16 घंटे, 12554 वैशाली एक्सप्रेस 09.46 घंटे, 02570 क्लोन स्पेशल 12.05 घंटे, 02564 क्लोन स्पेशल 10.07 घंटे विलंब से जंक्शन पहुंची.
कई ट्रेनों को किया गया रद्द
भागलपुर से जम्मुतवी जाने वाली 15097 अमरनाथ एक्सप्रेस शुक्रवार को मुजफ्फरपुर सहित कई स्टेशनों से लेकर रद्द कर दिया गया. इसे सीतामढ़ी- रक्सौल रूट से बेतिया के लिए निकाला गया. बताया जाता है कि छपरा ग्रामीण में यार्ड रिमॉडलिंग को लेकर ट्रेन का अचानक रूट बदल दिया गया. इससे मुजफ्फरपुर, हाजीपुर, सोनपुर, सीवान आदि स्टेशनों के यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा.
सेफ्टी के उपाय में रेलवे ने की बढ़ोतरी
रेलवे ने कोहरे को ध्यान में रखते हुए सेफ्टी के उपाय में बढ़ोतरी कर दी है. इस संबंध में सोनपुर के डीआरएम विवेक भूषण सूद ने बताया कि सर्दियां आते ही ट्रेनों का परिचालन प्रभावित होने लगता है. कोहरा और खराब मौसम के बीच ट्रेनों की ये देरी कुछ मिनट से लेकर कई घंटों तक हो जाती है. ऐसे में यात्रियों को परेशानी होती है. ठंड के मौसम में यात्रियों को होने वाली ऐसी समस्या से निजात दिलाने के लिए रेलवे लगातार काम कर रही है.
रेलवे ने इसके लिए सभी इंजनों में फॉग सेफ डिवाइस लगाने का फैसला किया है, जिससे ट्रेनों को समय पर चलाया जा सके. ट्रेनों के सुचारू परिचालन के लिए पूर्व मध्य रेल के शत-प्रतिशत मेल, एक्सप्रेस एवं पैसेंजर ट्रेनों के लोको पायलटों के लिए फॉग सेफ डिवाइस का प्रावधान किया गया है. फॉग सेफ डिवाइस जीपीएस आधारित एक उपकरण है, जो लोको पायलट को आगे आने वाली सिग्नल की चेतावनी देता है, जिससे लोको पायलट ट्रेन की स्पीड नियंत्रित करते हैं.
फॉग मैन की हुई तैनाती
साथ ही सुरक्षा को लेकर फॉग मैन भी तैनात किये जा रहे हैं, जो कोहरे के दौरान रेल लाइन पर सिग्नल की स्थिति की निगरानी करेंगे. रेलवे लाइन फ्रैक्चर से बचाव व समय पर इसकी पहचान के लिए उच्चाधिकारियों की निगरानी में रेलकर्मियों द्वारा निरंतर पेट्रोलिंग की जा रही है. लाइनमैन व पेट्रोलमैन को जीपीएस ट्रैकर उपलब्ध कराया गया है, जिसमें उनकी खुद की भी सुरक्षा के साथ- साथ विशेष परिस्थिति में सूचनाओं को तत्काल भेजे जाने की सुविधा है. सिग्नलों की दृश्यता को बढ़ाने के लिए सिग्नल साइटिंग बोर्ड, फॉग सिग्नल पोस्ट, ज्यादा व्यस्त समपार के लिफ्टिंग बैरियर को भी एक विशेष रंग से रंगकर उसे चमकीला बनाया गया है.
कोहरे के कारण ट्रक एवं बाइक की टक्कर
इधर, घने कोहरे के कारण वैशाली के थूकहिया में ट्रक एवं बाइक की आमने- सामने की टक्कर में एक शिक्षक की मौत हो गयी. घटना के समय शिक्षक अपने घर लालगंज थाना क्षेत्र के रिखर गांव से पारू प्रखंड के विशुनपुर सरैया स्थित जयप्रकाश नगर प्राथमिक विद्यालय में ड्यूटी पर आ रहे थे.
बिहार में पारा 10 डिग्री तक लुढ़का
पश्चिमी हिमालय और उत्तरी-पश्चिमी भारत के मैदानी इलाकों से पछुआ हवा चलने से बिहार में पारा 5 से 10 डिग्री तक गिर गया जिससे ठंड अचानक बढ़ गयी. एक जनवरी से राज्य में ठंड और बढ़ सकती है. साथ ही पूरे राज्य में कोहरा छाये रहने की आशंका है. आइएमडी की जारी रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिणी बिहार के कई जिलों में दिन और रात के तापमान में औसतन दो से पांच डिग्री सेल्सियस का अंतर रहा, जिसकी वजह से दिन में जबरदस्त ठिठुरन महसूस हुई. पटना और गया में तुलनात्मक रूप से उच्चतम तापमान में सात डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गयी.
दिन के तापमान में गिरावट
बक्सर और भोजपुर सहित कई अन्य जिलों में दिन के तापमान में 10 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट दर्ज की गयी है. पटना में न्यूनतम तापमान 13.6 और अधिकतम तापमान 18.3 डिग्री सेल्सियस रहा. कोहरे की वजह से पटना और गया में दृश्यता 50 मीटर तक सिमट गयी. राजधानी पटना सहित दक्षिण बिहार के अधिकतर हिस्सों में सूरज के दर्शन नहीं हुए. इस सीजन में व्यापक स्तर पर पहली बार कोहरा देखा गया है. वहीं राज्य में कोहरे का दायरा बढ़ने वाला है.
जानिए किन जिलों में छाएगा कोहरा
मौसम विभाग के अनुसार, 30 दिसंबर से एक जनवरी के बीच पूर्वी बिहार में मध्यम और शेष तकरीबन पूरे बिहार में घना कोहरा छाया रहेगा. अगले 48 घंटे में पटना, भभुआ, बक्सर,भोजपुर, रोहतास, औरंगाबाद, अरवल, जहानाबाद, नालंदा, शेखपुरा, लखीसराय, बेगूसराय, नवादा और गया में जबरदस्त घना कोहरा छाये रहने का पूर्वानुमान है. एक जनवरी को पूरे राज्य में मध्यम से घना कोहरा छाये रहने की आशंका है. कोहरे की दृश्यता पचास मीटर से भी नीचे जा सकती है.
कोहरा व धुंध की चपेट में पटना
मौसम के अचानक करवट लेने से पटना व आसपास के तापमान में भारी कमी आयी है. शुक्रवार को पूरे दिन कोहरा व धुंध के कारण शहर के अधिकतम तापमान में 7.2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गयी है. जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य रहा है. मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार गुरुवार को शहर का अधिकतम तापमान 25.5 डिग्री सेल्सियस था, जबकि शुक्रवार को शहर का अधिकतम तापमान 18.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं, शहर का न्यूनतम तापमान 13.6 डिग्री सेल्सियस रहा.
मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार अगले दो दिनों तक पटना व आसपास के क्षेत्रों में घना कोहरा छाये रहने की संभावना है. इससे दृश्यता कम हो सकती है. इसके अलावा शहर के अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री की गिरावट होने की संभावना व्यक्त की गयी है. मौसम पूर्वानुमान के अनुसार उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है. इसके कारण मौसम में परिवर्तन हो रहा है. शहर में दो जनवरी से एक बार फिर मौसम बदलने के आसार व्यक्त किये गये हैं. दो जनवरी से बारिश हो सकती है.
30 दिसंबर से चार जनवरी के बीच भागलपुर में तापमान सामान्य से अधिक बना रहेगा. सुबह में कोहरा रह सकता है. तीन जनवरी को हल्की बारिश की संभावना है. इसके बाद ठंड बढ़ने की संभावना है. बिहार कृषि विवि सबाैर के ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के नोडल पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार ने बताया कि आसमान में आंशिक बादल छाये रह सकते हैं. इस दौरान दक्षिण पूर्वी हवा चलने की संभावना है. शुक्रवार को अधिकतम तापमान 25.4 व न्यूनतम तापमान 10.0 डिग्री सेल्सियस रहा.
उत्तर बिहार का मौसम कैसा रहेगा?
पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवाओं ने मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल दिया है. दिसंबर अंतिम सप्ताह में पड़ रही गुलाबी ठंड ने शुक्रवार को अचानक यू-टर्न ले लिया. अब सर्दी का सितम बढ़ने का अनुमान है. मौसम विभाग ने न्यूनतम तापमान में गिरावट का संकेत दिया है. पारे में गिरावट के साथ ही पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी सिहरन पैदा करेगी. उत्तर बिहार के जिलों में देर रात से सुबह तक घना कोहरा छाया रहेगा. इस दौरान दृश्यता 25 मीटर तक रह सकती है. पछिया हवा से कनकनी महसूस होगी. मौसम के बदलाव का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मुजफ्फरपुर में 24 घंटे में दिन का पारा 4 डिग्री नीचे चला गया है, वहीं रात के तापमान दो डिग्री तक की कमी हुई है.
नये साल के प्रथम सप्ताह में बारिश की संभावना
दरअसल, इन दिनों समूचे उत्तर भारत को ठंड ने अपनी गिरफ्त में लिया हुआ है. मौसम विभाग पूसा से जारी बुलेटिन के अनुसार नये साल के प्रथम सप्ताह में बारिश की संभावना है. दो से चार जनवरी के बीच उत्तर बिहार के अधिकांश जिले में बारिश हो सकती है. इसके बाद मौसम साफ हो जाने की उम्मीद है. अगले पांच दिनों में अधिकतम तापमान 25 और न्यूनत म 11 तक रह सकता है.
गया में शुक्रवार की सुबह सोकर उठ रहे लोगों को स्वागत घना कोहरा से हुआ. इसबार के ठंड का यह पहली घना कोहरा था. विजिबिलिटी करीब 50 मीटर थी. वहीं हल्की हवा के झोंकों ने ठिठुरन को बढ़ा दिया. अधिकतम तापमान में पांच डिग्री की गिरावट दर्ज की गई. इस ठंड में पहली बार अधिकतम तापमान गिरकर 18.4 डिग्री पहुंचा है. जिससे दिन में भी लोगों को ठंड से राहत नहीं मिली. वहीं न्यूनतम तापमान 9.6 डिग्री दर्ज किया गया. सूर्योदय 06:23 व सूर्यास्त 17:10 में दर्ज किया गया. धूप नहीं निकला. सुबह सड़कों पर जरूरतमंद ही निकले. घना कोहरे के कारण विजिबिलिटी कम होने से सड़कों पर गाड़ियों रेंगती रही. माैसम विभाग की मानें तो अगले तीन से चार दिनों तक ठंड से राहत नहीं व घना कोहरा युक्त मौसम रहेगा. नये साल में हल्की बारिश के भी आसार हैं.
बिहार के 10 शहरों में 6 का AQI 300 के पार
शुक्रवार को बिहार के 10 शहरों में से छह का एक्यूआइ 300 के पार दर्ज किया गया. इसमें भागलपुर का बहुत खराब स्थिति में एक्यूआइ 380 दर्ज किया गया. इसके बाद आरा का एक्यूआइ 345, सहरसा का एक्यूआइ 344, छपरा का 339 और राजगीर का एक्यूआइ 331 दर्ज किया गया. वहीं राजधानी की वायु गुणवत्ता की स्थिति भी सबसे खराब श्रेणी में पहुंच गयी और एक्यूआइ 310 दर्ज किया गया. राजधानी में समनपुरा इलाके का सबसे खराब 370 एक्यूआइ और दानापुर का 340 एक्यूआइ दर्ज किया गया. इसके अलावा मुरादपुर का एक्यूआइ 306, शिकारपुर का एक्यूआइ 245 और तारामंडल का सबसे कम एक्यूआइ 217 दर्ज किया गया. बता दें कि दिल्ली का एक्यूआइ 382 दर्ज किया गया.
बिहार के 10 शहरों का एक्यूआइ –
- भागलपुर – 380
- छपरा- 339
- आरा – 345
- पटना – 310
- हाजीपुर- 247
- राजगीर- 331
- सासाराम – 263
- कटिहार- 252
- सहरसा- 344
- मुजफ्फरपुर- 281
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