निर्माणाधीन शौचालय की टंकी के अंदर सैंट्रिंग खोलने उतरे दो मजदूरों की मौत, एक रेफर
श्रीनारद मीडिया, एम सावर्ण, भगवानपुर हाट ( सिवान ):
सीवान जिला के भगवानपुर हाट थाना क्षेत्र के नगवां गांव में रविवार को एक घर के निर्माणाधीन शौचालय की टंकी का सैंट्रिग खोलने घुसे तीन मज़दूर ऑक्सीजन कम मिलने के कारण दम घुटने से फंस गए। टंकी के अंदर से अजब गजब किस्म की आवाज आने से अगल बगल के लोग दौड़ पड़े और हल्ला करना शुरू किया।
ग्रामीणों ने फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए रस्सी डाल प्रयास किया, लेकिन फंसे लोगों का कोई जबाव नहीं मिला तो थाना और सीएचसी को सूचना दी। ग्रामीणों की सूचना पर प्रशिक्षु दारोगा छपित कुमार चौबे पुलिस बलों के साथ दो एंबुलेंस लेकर पहुंचे, जहां ग्रामीणों द्वारा फंसे मजदूरों को निकालने के लिए जेसीबी से बगल में खुदाई करना शुरू कर दिया था। मजदूरों को बचाने के प्रयास में गांव का एक युवक संजय शर्मा टंकी में रस्सी के सहारे उतर गया और एक एक कर फंसे तीनों लोगों को रस्सी में बांध बांध कर बाहर निकालने में सहयोग किया।
तीनों मजदूरों को बारी बारी से एम्बुलेंस से सीएचसी लाया गया जहां इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात आयुष चिकित्सक चंद्रमोहन सिंह ने दो को मृत घोषित कर दिया तथा एक को सदर अस्पताल सिवान रेफर कर दिया। मरने वाले मजदूरों में से एक बसन्तपुर थाना क्षेत्र के मुसेपुर निवासी बिनेश्वर प्रसाद का पुत्र अवधकिशोर प्रसाद बताया जाता है, जबकि दूसरे मृतक के नाम व पता नहीं चल सका है।
गौरतलब हो कि नगवां निवासी चंदन शर्मा के निजी निर्माणाधीन 15 फीट गहरे शौचालय की टंकी का सैंट्रिंग खोलने तीन मज़दूर एक साथ घुसे। करीब एक वर्ग फीट के होल से अंदर घुसे थे, जहां घुसते हीं टंकी के अंदर ऑक्सीजन की कमी महशूस होने लगी तथा अजब गजब की आवाज करने लगे थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि करीब एक घंटे के अथक प्रयास के बाद तीनों मजदूरों को बाहर निकाला जा सका।
इमरजेंसी डीयूटी में थे आयुष चिकित्सक
श्रीनारद मीडिया, एम सावर्ण, भगवानपुर हाट ( सिवान ):
सीवान जिला के भगवानपुर हाट प्रखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भगवानपुर हाट आयुष चिकत्सक के भरोसे चल रहा है।जिसके कारण आपातकाल कालीन सेवा धवस्त हो गया है।जिससे क्षेत्र की जनता को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।रविवार को थाना क्षेत्र के नगवां गांव में शौचालय की निर्माणाधीन टंकी में सेंटरिंग खोलने पहुंचे तीन मजदूर ऑक्सीजन कम मिलने से मूर्छित हो गए थे।जिन्हे स्थानीय लोगों के सहयोग से निकाल कर एंबुलेंस से तीन मजदूर को अस्पताल लाया गया लेकिन इमरजेंसी सेवा में तैनात आयुष चिकित्सक डॉ.चंद्रमोहन सिंह जब तक कुछ करने को सोच ही रहे थे कि दो मजदूरों ने इलाज के अभाव में दम तोड़ दिया । जबकि एक मजदूर को चिंताजनक स्थिति में सदर अस्पताल रेफर कर दिया।रेफर किए गए मजदूर को सामान्य वार्ड में बिना अक्सीजन को छटपटा रहा था।जिसे देख देखने पहुंचे लोगों ने हंगामा कर दिया।इसे देख जल्दबाजी में चिकित्सक ने रेफर कर दिया।
ग्रामीणों ने लगाया था टंकी में आक्सीजन का पाइप
ग्रामीणों द्वारा सुझबुझ का परिचय देते हुए कही से आक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था का
टंकी में फंसे तीन मजदूरों को बचाने के लिए अंदर आक्सीजन देना शुरू कर दिया था ।
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