स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से रघुनाथपुर में कुकुरमुत्ते की तरह खुल गए हैं अल्ट्रासाउंड सेंटर
सीविल सर्जन के निर्देश पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने दो सेंटरो के खिलाफ थाने में दर्ज कराई प्राथमिकी
अभी भी दर्जनों सेंटर चल रहे है धड़ल्ले से.किसी भी अल्ट्रासाउंड सेंटर में डॉक्टर नही करते हैं सोनोग्राफी
श्रीनारद मीडिया, प्रसेनजीत चौरसिया, रघुनाथपुर, सीवान (बिहार)
बिहार का स्वास्थ्य महकमा की स्थिति दिन प्रतिदिन खराब होते जा रही है और भ्र्ष्टाचार चरम पर है.तभी तो रघुनाथपुर जैसे एक छोटे से जगह पर स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से अल्ट्रासाउंड सेंटर कुकुरमुत्ते की तरह खुल गए हैं और इन सेंटरो को मरीज सरकारी डॉक्टर देते हैं उसके एवज में मोटी रकम कमीशन के रूप में जो लेते हैं।भले ही गरीब मरीज को खेत बंधक रखकर रुपया लाना पड़े।
खानापूर्ति के लिए सीविल सर्जन सीवान के निर्देश पर रघुनाथपुर रेफलर अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डां•विजय साह ने बुधवार को बाजार के दो सेंटर राजधानी व अमृता अल्ट्रासाउंड के संचालकों के खिलाफ रघुनाथपुर थाने में मामला दर्ज कराया है।मालूम हो कि पिछले दिनों सिविल सर्जन की टीम ने किसी एक खास व्यक्ति के इशारे पर इन दोनों सेंटरो की जांच हेतु छापेमारी की गई थी लेकिन संचालक दुकान छोड़ फरार हो गए थे.उस परिस्थिति में दोनो सेंटरो को छापेमारी दल ने सील कर दिया गया था।
विदित हो कि रघुनाथपुर प्रखण्ड क्षेत्र में अब भी फर्जी/अवैध दर्जनों अल्ट्रासाउंड सेंटर प्रशासन को मैनेज कर के चल रहे हैं.और किसी भी सेंटर में सोनोग्राफी डॉक्टर नही करते हैं।
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