विशेष अभियान के तहत ग्रामीण महिलाओं को परिवार नियोजन उपायों के प्रति किया जा रहा जागरूक
केयर इंडिया के सहयोग से संचालित अभियान में छोटा परिवार व बच्चों में अंतर रखने के महत्व की दी जा रही जानकारी
ईंट भट्ठा में काम करने वाले प्रवासी मजदूरों को परिवार नियोजन उपायों से जोड़ने पर जोर
श्रीनारद मीडिया, अररिया, (बिहार ):
अररिया जिले के दूर-दराज ग्रामीण इलाकों की महिलाओं को परिवार नियोजन उपायों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार विशेष अभियान संचालित किये जा रहे हैं। परिवार नियोजन उपायों के प्रति आम ग्रामीण महिलाओं को जागृत करने के कार्य में बीते 20 जनवरी से संचालित इस अभियान में केयर इंडिया की टीम विभाग को जरूरी सहयोग उपलब्ध करा रहा है। इसी क्रम में जागरूकता वाहन के माध्यम से प्रखंड वार ग्रामीण इलाकों में प्रचार अभियान संचालित किये जा रहे हैं। इसमें क्षेत्र की आशा कार्यकर्ताओं की मदद से महिलाओं को परिवार नियोजन के महत्व व इसके लिये उपलब्ध संसाधन की जानकारी दी जा रही है।
सामूहिक परिचर्चा व रैली निकाल कर किया जा रहा जागरूक:
अभियान से संबंधित जानकारी देते केयर इंडिया के फैमली प्लानिंग कार्डिनेटर फैयाज असरफी ने बताया कि प्रखंडवार दो जागरूकता वाहन की मदद से लगातार पांच दिनों तक सघन प्रचार अभियान का संचालन किया गया। इस क्रम में आरोग्य दिवस सत्र स्थल पर योग्य दंपति, आशा, एएनएम व सेविका के द्वारा क्षेत्र में जागरूकता रैली निकाली गयी। आरोग्य दिवस पर नवविवाहिता व एक या दो बच्चों वाले दंपति को बुलाकर परिवार नियोजन के महत्व विषय पर सामूहिक चर्चा कर उन्हें छोटे परिवार के महत्व से अवगत कराया जा रहा है।
सुखी परिवार के चार स्तंभों के बारे में दी गयी जानकारी:
परिवार नियोजन संचार अभियान के तहत ग्रामीण महिलाओं को सुखी परिवार के चार स्तंभ स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, संस्कार व समृद्धि के बारे में विस्तृत जानकारी दी जा रही है। एफटीपी केयर ने बताया कि सामूहिक परिचर्चा के दौरान सीमित परिवार के फायदे, बच्चों में अंतर रखने से होने वाले लाभ से संबंधित जरूरी जानकारी देते हुए उन्हें 20 साल की उम्र के बाद पहला बच्चा व दूसरे बच्चे में तीन से पांच साल तक का अंतर रखने के लिये प्रेरित किया जा रहा है।
ईंट भट्ठा मजदूरों को जागरूक करने पर जोर:
केयर इंडिया की डिस्ट्रिक्ट टीम लीडर पर्णा चक्रवती बताती है कि आमतौर पर ईंट भट्ठा में बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर काम करते हैं। इसमें शिक्षा का स्तर कम होने के कारण स्वास्थ्य व पोषण संबंधी जानकारियों का अभाव होता है। परिवार नियोजन को लेकर संचालित संचार अभियान में इस बार इस समूह के लोगों पर खास तौर पर फोकस किया जा रहा है। लिहाजा सिकटी प्रखंड के कई इलाके जहां संचालित ईट भट्ठों में बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर कार्यरत हैं।बइन इलाकों को चिह्नित कर विशेष अभियान का संचालन किया गया। मार्च माह में अररिया व रानीगंज प्रखंड में इस तरह का सघन अभियान संचालित किया जाना है। इसमें आशा व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की मदद से उन्हें परिवार नियोजन के अस्थायी उपायों के प्रति जागरूक करते हुए इसे अपनाने के लिये प्रेरित किया गया।
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