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रिवर रैचिंग प्रोग्राम के तहत सिसवन के अकडा घाट पर डाले गये मछलियों के बच्चें - श्रीनारद मीडिया

रिवर रैचिंग प्रोग्राम के तहत सिसवन के अकडा घाट पर डाले गये मछलियों के बच्चें

रिवर रैचिंग प्रोग्राम के तहत सिसवन के अकडा घाट पर डाले गये मछलियों के बच्चें

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श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):

सरयू और घाघरा नदी के जल में मत्स्य पालन को बढ़ावा एवं संरक्षण के उद्देश्य से रिवर रैंचिंग कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसी के तहत सिसवन के घाघरा नदी के अकड़ा घाट में चार लाख मछली के बड़े आकार के बच्चे गंगा नदी में छोड़े गए।

गंगा और उसकी सहायक नदियों में मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए छोड़ी गये चार लाख जीरा(मत्स्य बीज) सीवान जिला के बड़हरिया प्रखंड के चौकीहसन के दी नेशनल हैचरी से सिसवन के अकड़ा घाट पर पहुंचायी गयीं। मछलियां भेजने के मौके मौजूद मत्स्य विभाग के उपनिदेशक, पटना उमेश रंजन और छपरा परिक्षेत्र के उपनिदेशक सुनील कुमार ने बताया कि रिवर रैचिंग प्रोग्राम
गंगा और उसकी सहायक नदियों के जल को शुद्ध और निर्मल करने के साथ नाइट्रोजन युक्त करने और प्रदूषण को कम करने के उद्देश्य से मत्स्य विभाग की तरफ से रिवर रैचिंग प्रोग्राम शुरू क्रिया गया है। जिसके तहत बड़हरिया के चौकीहसन दी नेशनल हैचरी चार लाख मछलियां घाघरा नदी में डाली गई।

 

उन्होंने कहा कि बड़ी होकर ये मछलियां एक तरफ नदी का पर्यावरण सही रखेंगी। वहीं मत्स्य पालन को बढ़ावा मिलेगा और मछुआरे भी खुशहाल होंगे। सरयू और घाघरा नदी के जल में मत्स्य पालन को बढ़ावा देने एवं संरक्षण के उद्देश्य से रिवर रैंचिंग कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसी के तहत घाघरा नदी के किनारे अकड़ा घाट पर चार लाख मत्स्य अंगुलिकायें (बड़े आकार के बच्चे ) में छोड़े गए।जिला मत्स्य पदाधिकारी अर्पणा कुमारी ने बताया कि यह कार्यक्रम गंगा नदी और उसकी सहायक नदियों में जैव विविधता के संरक्षण और नदी के इको सिस्टम के संतुलन तथा मत्स्य सम्पदा के नुकसान को कम करने में सहायक साबित होगा।

साथ ही इन नदियों के सहारे जीवन यापन करने वाले मछुआरों के लिए बेहतर साबित होगा। रिवर रैंचिंग कार्यक्रम से सरयू नदी की निर्मलता तो बढ़ेगी ही साथ ही नाइट्रोजन युक्त प्रदूषण को कम करने में यह कार्यक्रम सहायक होगा है और जलीय पर्यावरण भी सही रहेगा।

इस मौके पर दी नेशनल हैचरी चौकीहसन के ऑनर रमाशंकर प्रसाद निषाद,मत्स्य विभाग, पटना के उप निदेशक उमेश रंजन, मत्स्य विभाग सारण प्रमंडल के उपनिदेशक सुनील कुमार, एफडीओ मनोज कुमार, जिला मत्स्य पदाधिकारी अर्पणा कुमारी, प्रवीण कुमार ई हरेंद्र कुमार, अनिल कुमार सहित अन्य अधिकारी व मत्स्य पालक मौजूद थे।

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