यूनिसेफ़ की टीम ने कसबा में जीविका समूह के साथ सामुदायिक स्तर पर किया समन्वय स्थापित
-स्वाभिमान परियोजना के तहत चल रहे कार्यों का लिया गया जायजा:
-जीविका दीदियों के साथ किया गया बैठक का आयोजन:
श्रीनारद मीडिया‚ पूर्णिया, (बिहार)
सरकार द्वारा संचालित कार्यक्रमों में बढ़ चढ़ कर सहयोग करने वाली अंतर्राष्ट्रीय संगठन यूनिसेफ़ की राष्ट्रीय स्तर की टीम अपने 12 सदस्यीय टीम के साथ तीन दिवसीय दौरे पर है। इस टीम ने स्वास्थ्य, शिक्षा, बच्चों के सामुदायिक विकास, बुनियादी शिक्षा, लिंग के आधार पर समानता, मासूम बच्चों का हिंसा से बचाव, शारीरिक एवं मानसिक शोषण, बाल-श्रम, एचआईवी एड्स एवं इसके अलावा बच्चों के संवैधानिक अधिकारों के संघर्ष को लेकर जिला प्रशासन के अधिकारियों एवं स्थानीय स्तर पर कार्य करने वाले संगठन के कर्मियों से विस्तृत रूप से चर्चा की है। यूनिसेफ़ की राष्ट्रीय स्तर की टीम के द्वारा कसबा प्रखंड अंतर्गत फुल्लाखास पंचायत के ईदगाह में सहेली जीविका महिला संकुल स्तरीय संघ के अधिकारियों के साथ बैठक का आयोजन कर विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत रूप से चर्चा की गई। अधिकारियों द्वारा कसबा प्रखंड में जीविका एवं यूनिसेफ के सहयोग से चलाये जा रहे स्वाभिमान परियोजना के अंतर्गत हो रहे स्वास्थ्य, पोषण एवं स्वच्छता कार्यक्रम के दौरान होने वाली गतिविधियों की जानकारी ली गई।
इस दौरान यूनिसेफ़ में क्षेत्र सेवाओं की प्रमुख जलपा रत्ना, बिहार यूनिसेफ़ की प्रमुख नसिफ़ा बिंते साफ़िक, प्रोग्राम प्रबंधक शिवेंदु पांड्या, शिक्षा विशेषज्ञ पुष्पा जोशी, न्यूट्रिशन विशेषज्ञ रवि नारायण, स्वास्थ्य विशेषज्ञ सिद्धार्थ रेड्डी, सामाजिक व्यवहार में बदलाव (एसबीसी) विशेषज्ञ मोना सिंहा, शिशु सुरक्षा विशेषज्ञ गार्गी साहा, वाश विशेषज्ञ प्रभाकर सिंहा, इमरजेंसी विशेषज्ञ बंकू बिहारी सरकार, जज पवनजीत सिंह, स्वास्थ्य विभाग के क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक नजमूल होदा, यूनिसेफ़ के क्षेत्रीय सलाहकार शिव शेखर आनंद, जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक सुनिर्मल ग्रेन, कसबा प्रखंड के परियोजना प्रबंधक राजेश कुमार सहित कई अन्य अधिकारी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
-जीविका दीदियों के साथ किया गया बैठक का आयोजन:
सैकड़ों जीविका समूह की दीदियों के साथ बैठक का आयोजन कर विभिन्न तरह के कार्यक्रमों को लेकर बातचीत की गई। विशेष तौर पर ग्राम संगठन स्तर पर स्वाभिमान परियोजना अंतर्गत नव विवाहिता, गर्भवती और दो वर्ष तक के बच्चे की माताओं के साथ किए जाने वाले कार्यक्रमों को लेकर विशेष रूप से बताया गया। कुपोषित महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य के लिए किए जाने वाले मैत्री बैठक, कुपोषित महिलाओं के घर किस प्रकार गृह भ्रमण कर उन्हें किस तरह की जानकारियां दी जाती हैं। बैठक में शामिल जीविका दीदियों द्वारा अवगत कराया गया।
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