संसद में सुरक्षा की चूक के मामले पर सदन में हंगामा
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
देश की सबसे सुरक्षित जगह मानी जाने वाली नई संसद भवन की सुरक्षा में आज बड़ी चूक हुई। यहां दो युवक लोकसभा के अंदर सांसदों के बीच में दर्शक दीर्घा से उस वक्त कूद गए जब सदन की कार्यवाही जारी थी। इनमें से एक युवक पीछे से कूदते-फांदते हुए सांसदों के बीच जा पहुंचा और जूते से स्प्रे निकालकर पूरे सदन को धुआं-धुआं कर दिया। अब इन लोगों की पहचान सामने आई है।
- लोकसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
- विपक्ष के हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित।
- सभी ने इस घटना की निंदा की है। स्पीकर ने इस मामले का संज्ञान लिया है। हमें इस बारे में सावधान रहना होगा कि हम किसके पास जारी करते हैं: राजनाथ सिंह
- संसद की सुरक्षा में चूक को लेकर राजनाथ सिंह ने बयान दिया है।
- विपक्षी दल आज संसद के दोनों सदनों में सुरक्षा उल्लंघन का मुद्दा जोरदार ढंग से उठाएंगे।
- संसद में राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के कक्ष में विपक्षी नेताओं की बैठक हुई।
- राज्यसभा ने “अपमानजनक कदाचार” के लिए शीतकालीन सत्र के शेष भाग के लिए टीएमसी सांसद डेरेक ओ’ब्रायन को किया निलंबित।
- कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा कि यह एक बहुत ही गंभीर मुद्दा है। उन्होंने कहा कि गैस जहरीली भी हो सकती थी।
- सुरक्षा व्यवस्था में चूक के मामले को लेकर भाजपा सांसद गोपाल शेट्टी ने कहा कि सुरक्षा में किसी तरह की चूक हुई या फिर और अधिक स्तर की सुरक्षा की जरूरत है, इस मुद्दों पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है।
- सुरक्षा उल्लंघन को लेकर विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी के बीच लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 3 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
इन राज्यों से है कनेक्शन
नीलम- जींद, हरियाणा, अनमोल शिंदे- लातूर, महाराष्ट्र, सागर शर्मा- लखनऊ, यूपी, मनोरंजन- मैसूर, कर्नाटक
लोकसभा के अंदर कलर क्रैकर लेकर पहुंचे शख्स का नाम सागर शर्मा बताया जा रहा है। सागर के साथ ही कर्नाटक के मैसूर का मनोरंजन भी सदन के अंदर गया था। सागर शर्मा उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का रहने वाला है। सागर शर्मा के बारे में मिली जानकारी के मुताबिक, सागर शर्मा लखनऊ के आलमबाग के रामनगर का रहने वाला है। सागर की मां ने दावा किया है कि सागर घर में यह कहकर निकला था कि वह दिल्ली में किसी धरना प्रदर्शन में शामिल होने जा रहा है। बताया गया कि सागर बैटरी रिक्शा चलाता है और उसके पिता कारपेंटर का काम करते हैं।
संसद की सुरक्षा में चूक को लेकर बुधवार को दो मामले सामने आए हैं। एक मामले में सदन के बाहर दो लोगों ने तानाशाही नहीं चलेगी का नारा लगाते हुए प्रदर्शन शुरू किया। इनके प्रदर्शन शुरू करते ही पुलिस के जवानों ने हिरासत में ले लिया। इन दो प्रदर्शनकारियों में एक महिला भी थी। इनकी पहचान नीलम (42) निवासी जींद (हरियाणा) के रूप में हुई है। वहीं दूसरे प्रदर्शनकारी की पहचान अनमोल शिंदे (25) निवासी लातूर (महाराष्ट्र) के रूप में हुई है।
बताया जा रहा है कि संसद के बाहर तानाशाही नहीं चलेगी का नारा लगाने वाली नीलम जींद जिले के उचाना के एक गांव की है। उसके गांव में टीम रवाना कर दी गई है।
एक ही ग्रुप के हो सकते हैं चारों
माना जा रहा है कि संसद के अंदर और बाहर हुई दोनों घटनाओं में शामिल चारों लोग एक ही ग्रुप के हो सकते हैं। ट्रांसपोर्ट भवन के बाहर से पकड़े गए दो आरोपितों को ही संसद भवन थाने लाया गया है। संसद के अंदर दर्शक दीर्घा से कूदने वाले दोनों युवक अभी संसद भवन सुरक्षा कर्मियों की हिरासत में ही हैं। उन्हें अभी दिल्ली पुलिस के हवाले नहीं किया गया है। संसद भवन के सुरक्षा अधिकारी उनसे पूछताछ कर रहे हैं।
ये चारों कब और कैसे दिल्ली पहुंचे इस बारे में अलग-अलग एजेंसी इनसे पूछताछ कर रही है। कुछ घंटे बाद यह निर्णय लिया जाएगा कि चारों के खिलाफ किन धाराओं ने किस थाने में मुकदमा दर्ज किया जाए। संसद भवन थाने के बाहर मीडियाकर्मियों का जमावड़ा होने के कारण मुख्य द्वार पर बैरिकेड लगाकर इंट्री बंद कर दी गई है।
अभी स्पेशल सेल के डीसीपी राजीव रंजन सिंह अपनी टीम के साथ संसद मार्ग थाना पहुंच गए हैं। आईबी की टीम कई घंटे पहले संसद मार्ग थाना पहुंच गई थी। पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि ये चारों किसी संगठन से तो नहीं जुड़े हैं।
संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले में फरार आरोपी ललित झा पर पूरी साजिश का मास्टरमाइंड होने का संदेह है। हालांकि पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह पहलू तभी स्पष्ट हो जाएगा जब पुलिस ललित झा को पकड़ेगी। पुलिस सूत्रों ने गुरुवार को यह भी खुलासा किया कि ललित झा ने ही संसद के अंदर उल्लंघन की घटना को अंजाम देने की तारीख तय की थी। संसद में यह सुरक्षा चूक 2001 के संसद आतंकवादी हमले की बरसी पर हुआ।पुलिस सूत्रों ने बताया, ”ललित झा ने सभी को मीटिंग के लिए गुरुग्राम बुलाया था। घटना को अंजाम देने से पहले ललित ने चारों आरोपियों के फोन खुद ही अपने कब्जे में ले लिए और भाग गया।”
सूत्रों के मुताबिक, आरोपी ललित झा को आखिरी बार राजस्थान के नीमराणा में ढूंढा गया था। पुलिस सूत्रों ने आगे कहा कि फरार आरोपी चारों आरोपियों के मोबाइल फोन से सबूत मिटाने की कोशिश कर रहा होगा, जिसे वह पहले अपने साथ ले गया था। ललित झा ने घटना का एक वीडियो एनजीओ संस्थापक नीलाक्ष आइच को भी भेजा। पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में आदिवासी शिक्षा पर काम करने वाला एक एनजीओ चलाने वाले नीलाक्ष आइच ने कहा कि आरोपी ललित झा उस संगठन का सदस्य था।
‘ललित झा अपने बारे में सभी बातें रखता था गुप्त’
आरोपी के व्यवहार के बारे में पूछे जाने पर आइच ने कहा, “उसने कभी भी अपने बारे में मुझसे कुछ नहीं बताया। उसने हमेशा अपने बारे में सभी बातें गुप्त रखे। उसने कभी भी अपने ठिकाने का उल्लेख नहीं किया कि उसके परिवार में कौन है या नहीं। मैंने उसे व्यक्तिगत रूप से हिंसक होते नहीं देखा है।” 10 दिसंबर को सभी आरोपी अपने-अपने राज्यों से दिल्ली पहुंचे
पुलिस सूत्रों के मुताबिक सभी आरोपी सोशल मीडिया पेज ‘भगत सिंह फैन क्लब’ से जुड़े थे। करीब डेढ़ साल पहले सभी लोग मैसूर में मिले थे। सागर जुलाई में लखनऊ से आया लेकिन संसद भवन के अंदर नहीं जा सका। 10 दिसंबर को एक-एक करके सभी लोग अपने-अपने राज्यों से दिल्ली पहुंचे। सभी लोग इंडिया गेट के पास मिले जहां सभी को रंगीन पटाखे बांटे गए।इससे पहले, लोकसभा सचिवालय ने सुरक्षा चूक को लेकर गुरुवार को आठ सुरक्षाकर्मियों को निलंबित कर दिया था, जिसके कारण बुधवार को संसद में एक बड़ा सुरक्षा उल्लंघन हुआ था।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक सभी आरोपी सोशल मीडिया पेज ‘भगत सिंह फैन क्लब’ से जुड़े थे। करीब डेढ़ साल पहले सभी लोग मैसूरु में मिले थे। सागर जुलाई में लखनऊ से आए लेकिन संसद भवन के अंदर नहीं जा सके। 10 दिसंबर को एक-एक करके सभी लोग अपने-अपने राज्यों से दिल्ली पहुंचे। सभी लोग इंडिया गेट के पास मिले जहां सभी को रंगीन पटाखे बांटे गए। पुलिस इनसे लगातार पूछताछ कर रही है कि इनके पीछे का मास्टरमाइंड कौन है, शुरुआती जांच के मुताबिक मुख्य साजिशकर्ता कोई और है।
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