उत्तराखंड चार धाम यात्रा 2023: केदारनाथ धाम के दर्शन 25 अप्रैल को खोल दिए गए हैं। धाम में दर्शन को दिल्ली-एनसीआर, गुजरात, एमपी, यूपी सहित देश-विदेश से तीर्थ यात्री दर्शन करने को पहुंच रहे हैं। धाम में तीर्थ यात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। ऐसे में अब तीर्थ यात्रियों को सलाह दी जाती है कि केदारनाथ धाम पर जाने से पहले यह काम अवश्य कर लें।
यह काम नहीं करने पर तीर्थ यात्रियों की सर्द रातों में बाहर रात बाहर गुजर सकती है। यात्रा पर जाने से पहले होटल बुकिंग का विशेष ध्यान रखें। केदारनाथ धाम में लगातार मौसम खराब होने की वजह से ठहरने की बेहतर व्यवस्थाएं नहीं हो पाई है। हालांकि, प्रशासन लगातार इंतजाम करने में जुटा है किंतु लगातार हो रही बर्फबारी से तैयारियों में मुश्किलें हो रही है।
पहले दिन ही कई लोगों को ठहरने की पर्याप्त जगह नहीं मिल सकी। केदारनाथ में पहले दिन बड़ी संख्या में तीर्थयात्री एवं स्थानीय लोग पहुंच गए। बर्फबारी के बीच लोगों को सबसे बड़ी परेशानी रात्रि ठहरने की हुई। हालांकि प्रशासन का कहना है कि वर्तमान में केदारनाथ धाम में 5 हजार लोगों के रहने की व्यवस्था है।
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जबकि] यहां इससे भी ज्यादा तीर्थयात्री पहुंच रहे हैं। उत्तराखंड सहित केदारनाथ धाम में आने वाले दिनों में यदि मौसम इसी तरह रहा तो और भी मुश्किलें हो सकती है। ऐसे में देश-विदेश से उत्तराखंड पहुंचने वाले तीर्थ यात्रियों को सतर्क रहने की हिदायत दी जाती है। तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्रशासन-पुलिस भी तैयार है।
केदारनाथ की सर्द रात को भक्ति ने दी मात
बाबा केदार पर भक्तों की अटूट आस्था इस कदर है कि केदारनाथ के सर्द मौसम पर आस्था भारी पड़ती दिखी। यहां आने वाले भक्त बाबा की आराधना में इतने डूबे कि उन्हें कड़ाके की सर्दी का भी अहसास नहीं हुआ। बर्फबारी और हाड़ कंपाने वाली ठंड में सोमवार रात मंदिर परिसर में भक्त बाबा के भजनों के साथ जागरण करते रहे।
केदारनाथ धाम में इन दिनों लगातार बर्फबारी हो रही है, जिससे यहां रात और सुबह तापमान में खासी गिरावट आ रही है। इसके बावजूद बाबा के भक्तों के उत्साह में कोई कमी नहीं है। जहां 16 किमी के पैदल मार्ग में बाबा के जयकारे लगाते हुए भक्त केदारनाथ धाम पहुंचे रहे हैं।
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वहीं केदारनाथ में पहुंचकर भक्तों ने मंदिर परिसर में बैठकर शिव भजनों से माहौल भक्तिमय कर दिया। रात 10 बजे तक कई तीर्थयात्री बम बम भोले, जय बाबा केदार, जय शिव शम्भू के जयकारे लगाते रहे जबकि इसके बाद अलाव जलाकर भक्तों ने रात्रि जागरण किया। रात 12 बजे से मंदिर के बाहर बाबा केदार के दर्शनों को श्रद्धालु लाईन में खड़े होने शुरु हो गए थे।
शिव भजन और नृत्य बना आकर्षण का केंद्र
केदारनाथ धाम में कपाट खुलने के मौके पर रूप कुमार राठौड़ एव सोनाली राठौड़ द्वारा सुंदर भजनों की प्रस्तुति दी गई। जबकि सूचना विभाग के सहयोग से आई टीम द्वारा शानदार भजनों की प्रस्तुति दी गई। इस भजन और सांस्कृतिक धार्मिक कार्यक्रम का भक्तों ने जोरदार आंनद लिया। साथ ही भक्त बाबा के भजनों पर नृत्य करते रहे।