गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण से एक साथ दो जीवन की होगी रक्षा

गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण से एक साथ दो जीवन की होगी रक्षा
• गर्भवती महिला बोली- खुद और आनेवाले शिशु की रक्षा के लिए लिया टीका
• दूसरी महिलाओं को भी जागरूक करने की ली प्रेरणा
• “एक से अधूरा, दो से पूरा” के सपने को करना होगा साकार

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श्रीनारद  मीडिया‚  पंकज मिश्रा‚ छपरा (बिहार)

गर्भवती महिलाओं के कोरोना संक्रमित होने से मां और गर्भस्थ शिशु दोनों की जान पर खतरा बन सकता है। ऐसे में कोरोनारोधी टीका एक साथ दो जिंदगियों को संक्रमण से सुरक्षा प्रदान करेगा। जिले में गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण शुरू हो चुका है। प्रत्येक टीकाकरण केंद्र पर गर्भवती महिलाओं को प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण किया जा रहा है। गर्भवती माता भी खुद और अपने आनेवाले शिशुओं की स्वास्थ्य के प्रति चिंतित है। यही कारण है कि गर्भवती महिलाएं भी कोविड का टीका लेने के लिए आगे आने लगी हैं। टीकाकरण केंद्रों बिना किसी झिझक के अपना टीकाकरण कराकर खुद को और अपने शिशुओं के जीवन को रक्षा करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। स्वास्थ्य विभाग का फोकस फिलहाल इस बात पर है कि कोरोना का टीका लगाने के प्रति गर्भवती महिलाएं और उनके परिजन किसी तरह की घबराहट और हिचक महसूस न करें। गर्भवतियों और उनके परिजनों को जागरूक किया जा रहा है कि कोरोना का टीका लगाने से जच्चा-बच्चा दोनों को स्वास्थ्य सुरक्षा कवच मिलेगा।
टीकाकरण आने भविष्य को किया सुरक्षित:
मैनें खुद और अपने आनेवाले बच्चे की स्वास्थ्य की रक्षा के लिए कोविड का टीका लिया है। कोविड का टीका से एक साथ दो जीवन की रक्षा हो सकेगी । इस अभियान में हर किसी को अपना सहयोग देना चाहिए। गर्भवस्था के दौरान खुद से ज्यादा आनेवाले भविष्य की चिंता होती है। यही कारण है कि मैंने अपना टीकाकरण कराया है। अब दूसरे डोज की बारी का इंतजार है।
-चंदा देवी, गड़खा बाजार, छपरा

तीसरी लहर से बचाव के लिए जरूरी है टीकाकरण:
तीसरी लहर आये या नहीं आये। लेकिन स्वयं -बच्चे और परिवार को संक्रमण से बचाने के लिए मैनें टीकाकरण कराया है। विभाग ने हम जैसी गर्भवती महिलाओं के लिए टीकाकरण शुरू किया है। जो सराहनीय है। सभी को टीका लेना चाहिए इससे कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। इसमें हर वर्ग के लाभार्थियों को आगे आने की जरूरत है।
-अंजली देवी, गड़खा, सारण

“एक से अधूरा, दो से पूरा” के सपने को करना होगा साकार:
वैक्सीनेशन कराकर ही हम कोरोना महामारी से लड़ाई जीत सकते हैं। इसके लिए केंद्र पर आकर सभी लोग वैक्सीन जरूर लगवाएं। महामारी के बढ़ते प्रकोप से बचाव के लिए इसके अलावा कोई दूसरा उपाय नहीं है। हमें वैक्सीन लगाने के बाद कोई परेशानी नहीं हुई। मैंने अपनी जिम्मेदारी को समझी और वैक्सीन ली ।
-ललिता देवी, गड़खा सारण

हमने सुरक्षा कवच अपनाया:
मुझे मेरे आनेवाले शिशु के बेहतर स्वास्थ्य की चिंता है। तीसरी लहर की संभावना भी है। ऐसे में मैंने अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए कोविड का टीका लिया है। ताकि खुद और अपने आनेवाले शिशु के जीवन की रक्षा हो सके। टीका लेने के बाद किसी तरह की परेशानी नहीं हुई। नर्स दीदी के द्वारा काफी अच्छे से टीकाकरण के बारे में समझाया गया।
-रेखा कुमारी, बलीगांव, परसा, सारण

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