16 अप्रैल से आयुष्मान भारत दिवस पर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों में विभिन्न कार्यक्रमों का होगा आयोजन
• कार्यपालक निदेशक ने पत्र जारी कर सिविल सर्जन को दिया आवश्यक निर्देश
• 16 अप्रैल को ई-संजीवनी प्रणाली के माध्यम से टेलीमेडिसीन की सुविधा, 17 को योगा एंड वेलनेस सत्र का आयोजन एवं 18 से 22 अप्रैल के बीच किसी एक दिन प्रखंडों में स्वास्थ्य मेला का किया जाएगा आयोजन
•आभा नंबर बनाएं और आयुष्मान भारत की डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाएं
श्रीनारद मीडिया, कटिहार (बिहार):
16 अप्रैल को आयुष्मान भारत दिवस के अवसर पर जिले के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों में विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। जिले में 16 से 22 अप्रैल तक स्वास्थ्य मेला के माध्यम से ई-संजीवनी की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। मेले में आने वाले लोगों का आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के माध्यम से हेल्थ आईडी, आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट(आभा) नंबर उपलब्ध करायी जाएगी। इस संबंध में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा निर्देश दिया है। पत्र के माध्यम से बताया गया है कि 16 अप्रैल को ई-संजीवनी प्रणाली के माध्यम से लोगों को टेलीमेडिसीन की सुविधा उपलब्ध कराया जाएगा। 17 अप्रैल को योग एवं वेलनेस सत्र का आयोजन एवं 18 से 22 अप्रैल तक किसी एक दिन प्रत्येक प्रखंड में स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया जाएगा। जानकारी हो कि आभा नंबर डिजिटल स्वास्थ्य प्रणाली का हिस्सा बनने के लिए सबसे पहला कदम है, जो आपके स्वास्थ्य रिकार्ड को कागज़ रहित बनाता है। आभा हेल्थ आईडी कार्ड एक 14 अंकों का यूनिक नंबर है, जिसके साथ आप अपने सभी स्वास्थ्य रिकॉर्ड को डिजिटल रूप से लिंक कर सकते हैं। 30 सेकेंड से कम समय में आधार नंबर या मोबाइल नंबर का उपयोग करके अपना आभा हेल्थ आईडी कार्ड बना सकते हैं। मेले में आने वाले सभी लोगों का आभा नंबर बनाया जाएगा।
आभा हेल्थ आईडी कार्ड के लाभ:
सिविल सर्जन डॉ. डी. एन. पांडेय ने बताया कि पूरे भारत के साथ जिले के अन्य लोगों को भी सत्यापित डॉक्टरों, अस्पताल एवं स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को आभा हेल्थ आईडी कार्ड देकर उनसे सभी मेडिकल रिकॉर्ड जैसे लैब रिपोर्ट, प्रिस्क्रिप्शन, अस्पताल के भर्ती एवं डिस्चार्ज के विवरण, एम आर आई रिपोर्ट आदि साझा करना चाहिए। अबलोगों को डॉक्टर से मिलने के लिए रिपोर्ट साथ ले जाने या अस्पताल का भर्ती फॉर्म भरने के लिए लंबी लाइनों मे खड़े होने की कोई ज़रूरत नहीं। बस ,अपना आभा हेल्थ आईडी कार्ड नंबर बताने से डॉक्टरों द्वारा सम्बंधित लोगों की सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी उपलब्ध हो जाएगी।
आभा या नेशनल हेल्थ आईडी कार्ड क्या है:
जिला स्वास्थ्य प्रबंधक (डीपीएम) स्वास्थ्य डॉ किशलय कुमार ने बताया कि आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट(आभा) या हेल्थ आईडी , भारतीय नागरिकों के लिए आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) के तहत भारत सरकार की एक पहल है जो उनकी सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी को एक ही जगह पर एकत्रित करती है। आभा एड्रेस के साथ, हेल्थ आईडी कार्ड या आभा नंबर बनाने से, सभी को डॉक्टरों और अन्य हेल्थ सर्विस प्रोवाइडरों से डिजिटल रूप से सभी प्रकार के मेडिकल रिपोर्ट और प्रिस्क्रिप्शन प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
लोगों को क्यों जरूरी है आभा नंबर :
• आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन से जुड़ने का पहला कदम है आभा नंबर
• रोगी पंजीकृत से लेकर उपचार तक सारी जानकारी कागज रहित तरीके से रखें
• एबीडीएम (आयुष्मान भारत डीजल मिशन) से जुड़ी डिजिटल स्वास्थ्य सेवाएं खोजें ,कनेक्ट करें और उनका लाभ लें
• एबीडीएम पंजीकृत स्वास्थ सुविधाओं में पंजीकरण के लिए लंबी कतारों से बचें.
आभा या हेल्थ आईडी कैसे बनाएं:
आभा हेल्थ आईडी 3 आसान चरणों में बना सकते हैं :
•प्रथम चरण अपना 10 अंकों का फोन नंबर दर्ज करें और ओटीपी के साथ प्रमाणित/सत्यापित करें
•द्वितीय चरण अपना नाम, लिंग और जन्मतिथि दर्ज करें और आगे बढ़ें
•तीसरा चरण अपना पीएचआर एड्रेस बनाएं, अपना राज्य और जिला चुनें और आगे बढ़ें।
यह भी पढ़े
सरसर पंचायत में अंबेदकर जयंती पर आमसभा का आयोजन
जिला सांख्यिकी पदाधिकारी ने किया फसल कटनी की निरीक्षण
भाजपाईयों ने शक्ति केन्द्रों पर बाबा साहेब की जयंती मनाई
भाजपा कार्यकर्ताओं ने मनाई चून्नुबाबू 7वी पुण्यतिथि