वरुथिनी एकादशी 24 अप्रैल गुरुवार को।
श्री नारद मीडिया, दारौंदा, सिवान, बिहार।
सिवान जिला के सभी प्रखंडो सहित दारौंदा प्रखण्ड के विभिन्न क्षेत्रों में 24 अप्रैल गुरुवार को वरुथिनी एकादशी का पावन व्रत श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाएगा।
हिंदू पंचांग के अनुसार, यह व्रत वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। इसे बरुथिनी एकादशी कहा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन व्रत और पूजा से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
बरुथिनी एकादशी भगवान विष्णु को समर्पित होती है। इस दिन श्रद्धालु उपवास रहते हैं और भगवान विष्णु की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करते हैं। रात्रि जागरण और भजन-कीर्तन का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि इस एकादशी का व्रत रखने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं और वह जीवन में सुख, शांति और समृद्धि प्राप्त करता है।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, एक बार भगवान श्रीकृष्ण ने धर्मराज युधिष्ठिर को इस व्रत की महिमा बताई थी। उन्होंने कहा था कि यह व्रत अत्यंत पुण्यदायी होता है और इसे करने से मनुष्य को वैकुण्ठ लोक की प्राप्ति होती है।
व्रत रखने वाले श्रद्धालु 24 अप्रैल को पूरे दिन उपवास रखकर भगवान की आराधना करेंगे और अगले दिन पारण करेंगे।
पारण का समय:- 25 अप्रैल को सुबह 7: 56 बजे तक।
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