NDA की बैठक के लिए जुटे दिग्गज,क्यों?
पीएम मोदी ने की बैठक की अध्यक्षता
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में संयुक्त विपक्ष की दूसरे दिन की बैठक आयोजित की गई। इस आयोजन का जवाब देने के लिए एनडीए भी तैयार है। मंगलवार को दिल्ली में एनडीए (National Democratic Alliance) की अहम बैठक हो रही है।
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जानकारी दी कि इस बैठक में 38 सहयोगी दल हिस्सा ले रहे हैं। इस बैठक को सत्ता पक्ष के शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है।
बैठक से पहले पीएम मोदी ने ट्वीट किया। ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा,” यह बेहद खुशी की बात है कि एनडीए दल के सदस्य आज बैठक में हिस्सा लेंगे। हमारा गठबंधन राष्ट्रीय प्रगति को आगे बढ़ाने और क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा करना चाहता है।”यह बैठक दिल्ली के ‘द अशोक होटल’ में आयोजित किया गया है।
बता दें कि विपक्षी दलों की दूसरी संयुक्त बैठक में यूपीए का नाम बदल दिया गया है। अब इसका नाम इंडिया यानी इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इन्क्लूसिव एलायंस कर दिया गया है। इसका मतलब यह है कि आगामी लोकसभा चुनाव में एनडीए (NDA) का मुकाबला यूपीए (UPA) से नहीं बल्कि इंडिया (INDIA) से होगा।
इस बैठक को लेकर भाजपा ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से एक ट्वीट किया। ट्वीट में लिखा गया, एनडीए देश की सेवा और मजबूती के लिए बनाया गया एक आदर्श गठबंधन है। पीएम मोदी ने आज नई दिल्ली में एनडीए के नेताओं से मुलाकात की।
एनडीए में शामिल हैं ये पार्टियां
बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी)
शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुटे)
राष्ट्रीय लोक जन शक्ति पार्टी (पारस)
लोक जन शक्ति पार्टी (रामविलास पासवान)
अपना दल (सोनेलाल)
एआईएडीएमके
एनपीपी
एनडीपीपी
एसकेएम
आईएमकेएमके
आजसू
एमएनएफ
एनपीएफ
आरपीआई
जेजेपी
आईपीएफटी (त्रिपुरा)
बीपीपी
पीएमके
एमजीपी
एजीपी
निषाद पार्टी
यूपीपीएल
एआईआरएनसी
टीएमसी (तमिल मनीला कांग्रेस)
शिरोमणि अकाली दल
सयुंक्त जनसेना
एनसीपी (अजित पवार)
हम
रालोसपा
सुभासपा
बीडीजेएस (केरल)
केरल कांग्रेस (थॉमस)
गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट
जनथिपतिया राष्ट्रीय सभा
यूडीपी
एचएसडीपी
जन सुराज पार्टी (महाराष्ट्र)
प्रहार जनशक्ति पार्टी (महाराष्ट्र).
बेंगलुरु में विपक्ष की दो दिन की बैठक मंगलवार शाम 4 बजे खत्म हो गई। इधर, दिल्ली के अशोका होटल में नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) में शामिल 38 दलों की मीटिंग शुरू हो गई है। इसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं।
NDA के 25 साल और केंद्र सरकार के 9 साल पूरे होने पर यह बैठक बुलाई गई है। इसमें 2024 लोकसभा चुनाव में एक बार फिर से NDA गठबंधन की सरकार बनाने की रणनीति पर चर्चा होगी। NDA मई 1998 में बनाई गई थी, तब इसके संयोजक जार्ज फर्नांडिस थे।
महाराष्ट्र के CM एकनाथ शिंदे शिवसेना की ओर से और NCP के बागी गुट के नेता अजित पवार-प्रफुल्ल पटेल पहली बार बैठक में शामिल हो रहे हैं। प्रफुल्ल पटेल पटना में हुई विपक्ष की पहली बैठक में भी शामिल हुए थे। शिंदे उद्वव ठाकरे से बगावत के बाद NDA में शामिल हुए हैं।
बैठक से पहले प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया पर लिखा- यह बेहद खुशी की बात है कि पूरे भारत से हमारे मूल्यवान NDA साझेदार आज दिल्ली में बैठक में भाग लेंगे। हमारा टाइम टेस्टेड गठबंधन है जो राष्ट्रीय प्रगति को आगे बढ़ाने और क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा करना चाहता है।
NDA से कुछ बिछड़े कुछ जुड़े
बीते कुछ साल में भाजपा कुछ पुराने सहयोगी दल NDA से अलग हुए हैं। इनमें कर्नाटक से जनता दल (यूनाइटेड), महाराष्ट्र से उद्धव ठाकरे की शिवसेना और पंजाब से अकाली दल बादल शामिल हैं।हालांकि, एकनाथ शिंदे की शिवसेना, अजित पवार की NCP, उत्तर प्रदेश में ओपी राजभर की सुभासपा, बिहार में जीतन राम मांझी की HAM और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी भाजपा के साथ आई हैं।
बैठक में लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पशुपति नाथ पारस भी पहुंचे। बैठक से पहले चिराग पासवान ने पीएम मोदी के पैर छुए तो प्रधानमंत्री मोदी ने भी उनको गले लगाया।
वहीं, पशुपति नाथ पारस से पीएम ने हाथ मिलाया। बिहार से 4 पार्टियां NDA की बैठक में शामिल हुई हैं। NDA की बैठक से पहले चिराग पासवान ने कहा- उनकी पार्टी अब NDA का हिस्सा है। मैंने बीजेपी नहीं, नीतीश के कारण NDA छोड़ा था।
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