बदलते मौसम में बच्चों को अपना शिकार बना रहा वायरल बुखार

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श्रीनारद मीडिया‚ सेंट्रल डेस्कः

 

बदलते मौसम में बच्चों को अपना शिकार बना रहा वायरल बुखार न केवल चिकित्सकों के लिए रहस्यमय बना हुआ है, बल्कि इसके शिकार बच्चों के कई अंगों पर अटैक भी कर रहा है। बीमार बच्चों के हृदय, लीवर, फेफड़े और किडनी जैसे अंग प्रभावित हो रहे हैं। यहां तक कि बीमार बच्चों में मल्टी सिस्टम इन्फ्लेमेटरी सिंड्रोम (एमएसआईएस) जैसे लक्षण मिल रहे हैं जो कि पोस्ट कोविड के मरीजों में अबतक मिल रहे थे।

मुश्किल यह है कि वायरल फीवर के बीमार बच्चे कोरोना जांच में भी निगेटिव पाये जा रहे हैं। लक्षणों में पहली नजर में यह वायरल फीवर ही लग रहा है, लेकिन सामान्य वायरल की तुलना में बच्चों को बुखार लंबे समय तक सता रहा है, ऐसे में न केवल मरीजों को अस्पताल में रहना पड़ रहा है, बल्कि तीमारदारों और डॉक्टरों की परेशानियां भी बढ़ गयी हैं।

शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. डीके सिंह ने बताया कि इसमें बुखार 104 डिग्री फारेनहाइट तक पहुंच जा रहा है। हाई ग्रेड फीवर की वजह से शरीर के कई अंग प्रभावित हो रहे हैं। इस कारण किडनी, लिवर और लंग्स में संक्रमण मिल रहा है। यह मल्टी सिस्टम इन्फ्लेमेटरी सिंड्रोम जैसा है। हालांकि, इन बच्चों में कोविड की पुष्टि नहीं हो रही है। ऐसे में चिकित्सकों को सलाह दी जाती है कि ऐसे बीमार बच्चों का न केवल कोरोना जांच कराएं, बल्कि साथ में एंटीबॉडी जांच (आईजीजी, आईजीएम) जरूर कराएं।

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