कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण पटना हाईकोर्ट में 30 अप्रैल तक वर्चुअल सुनवाई.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
नये नोटिस के तहत पटना हाईकोर्ट 30 अप्रैल तक वर्चुअल चलेगा। हाईकोर्ट में फिर से फिजिकल की जगह वर्चुअल कोर्ट शुरू किया गया है। पहले हाई कोर्ट में 6 अप्रैल से 17 अप्रैल तक वर्चुअल कोर्ट का नोटिस जारी किया गया था, लेकिन नए नोटिस से अब 30 अप्रैल तक वर्चुअल कोर्ट से केसों पर सुनवाई का निर्देश जारी किया गया है।
गौरतलब है कि गत 4 जनवरी से फिजिकल कोर्ट की शुरुआत की गई थी, लेकिन कोरोना संक्रमण को देखते हुए हाईकोर्ट में वर्चुअल कोर्ट की शुरुआत की गई। साथ ही कोर्ट परिसर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया।
वहीं, वर्चुअल कोर्ट से केसों पर सुनवाई किये जाने पर एडवोकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेश चंद्र वर्मा ने कहा कि वर्चुअल कोर्ट कोई स्थायी समाधान नहीं है। यह टेम्प्रोरी अरेंजमेंट हो सकता है। उनका कहना था कि और अधिक सुरक्षित उपाय कर फिजिकल कोर्ट से मुकदमों पर सुनवाई की जानी चाहिए।
केंद्र सरकार के निर्देश पर 11 से 14 अप्रैल तक आयोजित टीका उत्सव के दौरान राज्य में प्रतिदिन चार लाख लोगों को कोरोना टीका देते हुए कुल 16 लाख लोगों को कोरोना टीका देने का लक्ष्य था, वहां मात्र 5 लाख 44 हजार 269 व्यक्तियों को ही कोरोना टीका दिया गया।
टीका उत्सव के अंतिम दिन बुधवार को 1 लाख 32 हजार 426 व्यक्तियों को ही कोरोना टीका दिया गया। इनमें 1 लाख 10 हजार 248 व्यक्तियों को कोरोना टीका का पहला डोज और 22 हजार 178 व्यक्तियों को दूसरा डोज दिया गया। इनमे 60 साल से अधिक उम्र के 48,769 व्यक्तियों को कोरोना टीका का पहला डोज और 13,800 व्यक्तियों को दूसरा डोज दिया गया, जबकि 45 से 59 साल के 60,402 व्यक्तियों को पहला डोज दिया गया।
अबतक 56 लाख 64 हजार 210 को लगा टीका
राज्य में अबतक 56 लाख 64 हजार 210 व्यक्तियों को कोरोना टीका दिया जा चुका है। इनमे 47 लाख 94 हजार 078 व्यक्तियों को कोरोना टीका का पहला डोज और 6 लाख 70 हजार 132 व्यक्तियों को कोरोना टीका का दूसरा डोज दिया जा चुका है। 60 साल से अधिक उम्र के 25 लाख 07 हजार 778 व्यक्तियों को कोरोना टीका का पहला डोज और 1 लाख 29 हजार 848 व्यक्तियों को दूसरा डोज दिया जा चुका है। जबकि 45 से 59 साल के 14 लाख 68 हजार 901 व्यक्तियों को कोरोना टीका का पहला डोज और 50 हजार 013 व्यक्तियों को कोरोना टीका का दूसरा डोज दिया जा चुका है।
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जिला प्रशासन ने 14 और प्राइवेट अस्पतालों को कोविड-19 से पीड़ित मरीजों के उपचार के लिए पंजीकृत किया है। इससे पहले प्रशासन ने 33 प्राइवेट अस्पतालों को पंजीकृत किया था। इस प्रकार कुल 47 प्राइवेट अस्पताल कोविड-19 के मरीजों के लिए पंजीकृत किए जा चुके हैं। जिन 14 प्राइवेट अस्पतालों को चिह्नित किया गया है, उसमें 199 बेड हैं। इस प्रकार अब 47 प्राइवेट अस्पताल में कुल 985 बेड हो जाएंगे।
चिह्नित किये गये निजी अस्पतालों के नाम
1- श्यान मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल, फुलवारीशरीफ
2- आनंदिता हॉस्पिटल, राजेंद्र नगर
3- एसएस हॉस्पिटल, अनीसाबाद
4- आयुष्मान केयर हॉस्पिटल, दनियावां
5- सत्यदेव सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, मजिस्ट्रेट कॉलोनी
6- पाम व्यू हॉस्पिटल, अंबेडकर पथ पटना
7- मनोकामना सीसी एंड ई हॉस्पिटल, बिग्रहपुर
8- श्याम हॉस्पिटल, कंकड़बाग
9- सत्यम हॉस्पिटल, शेखपुरा बेली रोड
10- सन हॉस्पिटल, कंकड़बाग मेन रोड पटना
11- कुर्जी होली फैमिली, सदाकत आश्रम पटना
12- तारा हॉस्पिटल एंड मेडिकल रिसर्च सेंटर, बीपी कोइराला मार्ग, बैंक रोड पटना
13- एमआर हॉस्पिटल, राजा बाजार
14- सत्यव्रत हॉस्पिटल, कंकड़बाग
यहां हो सकती है कोरोना की जांच
– पीएमसीएच
– आईजीआईएमएस
– न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल
– गर्दनीबाग अस्पताल
– होटल पाटलिपुत्र अशोका
– जीजीएच, पटना सिटी
टीकाकरण केंद्र व टीका
पीएमसीएच- कोवैक्सीन
एम्स- कोवैक्सीन
एनएमसीएच- कोवैक्सीन
आईजीआईएमएस- कोविशील्ड
जीजीएच पटना सिटी- कोवैक्सीन
न्यू गार्डिनर- कोवैक्सीन
एलएनजेपी- शास्त्रीनगर कोवैक्सीन
गर्दनीबाबग- अस्पताल कोवैक्सीन
रूबन- कोविशील्ड
पारस- कोविशील्ड
मेडिवर्सल- कोविशील्ड
आयुर्वेदिक कॉलेज- कोवैक्सीन, कोविशील्ड (स्टॉक रहने तक)
जयप्रभा- कोवैक्सीन
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