विद्यालय परिसर में जल जमाव से बच्चों में संक्रमण फैलने की खतरा बढ़ी
श्रीनारद मीडिया, एम सावर्ण, भगवानपुर हाट, सीवान (बिहार):
एक तरफ स्वच्छता अभियान के नाम पर करोड़ों रुपया पानी की तरह बहाया जा रहा है । वहीं कोरोना से बचने के लिए सफाई का नारा दिया जा रहा है । 16 अगस्त से बच्चों का विद्यालय
खुल गया लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारी को यह पता नहीं है कि किस विद्यालय की क्या स्थिति है । इस तरह का एक नौनिहालों का भविष्य संवारने का कारखाना प्रखंड मुख्यालय बाजार में अवस्थित है । जिसका नाम है उत्क्रमित मध्य विद्यालय भगवानपुर हाट ।
इस विद्यालय की दुर्दशा से प्रशासन पूरी तरह से अनभिज्ञ है । क्योंकि अगर प्रशासन इस विद्यालय के दुर्दशा से परिचित होता तो इस विद्यालय परिसर तक आने का इजाजत बच्चो नहीं देता । इस विद्यालय परिसर में जल जमाव होने से बदबू उठने लगी है । चारो तरफ जल जमाव है । शिक्षक अपनी स्वास्थ्य को हथेली पर लेकर विद्यालय आते है ।
कभी भी इस विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चो को डायरिया , हैजा , चेचक , कोरो ना जैसी बीमारी हो सकती है । बच्चो के पीने के लिए लगाए गए चपा कल तक पहुंचना का मतलब मलेरिया कालाजार अथवा डेंगू वाले मच्छर कटवाना है । बच्चों का पठन पाठन में कठिनाई हो रही है।
कोरोना संक्रमण के कारण सरकार ने बीते चार माह से अधिक दिनों तक विद्यालय को बंद था।ताकि कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को कम किया जाए।जब कोरोना का प्रभाव कम हुआ तो सरकार ने विद्यालय में 50 प्रतिशत बच्चों के उपस्थित के साथ वर्ग एक से नव कक्षा तक के विद्यालय संचालन के निर्देश के बाद विद्यालय खोले गए ।
विद्यालय की प्रधानाध्यापिका माजिदा फिरदौसी ने बताया कि विद्यालय के परिसर में लगे पानी की निकासी कराने तथा मिट्टी भराई के लिए विभाग के वरीय अधिकारियों से कई बार गुहार लगाई है लेकिन केवल आश्वासन ही मिला है।उन्होंने बताया कि जल जमाव होने के कारण पानी से बदबू निकल रहे है । बी ई ओ मो मोकिम उद्दीन ने कहा कि इस समस्या के निदान के लिए वरीय अधिकारी को लिखा जाएगा ।
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