बड़हरिया भू-निबंधन कार्यालय कज कातिब व पूर्व बीडीसी सदस्य के निधन से क्षेत्र में शोक की लहर
* सूबेदार अहमद को हिंदी-उर्दू की लेखनी में थी महारत हासिल
श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार )
सीवान जिले के बड़हरिया में किताबत करने वाले एक मजबूत स्तंभ के रुप में चर्चित कातिब और पूर्व बीडीसी सदस्य सूबेदार अहमद की मौत हृदयगति रुक जाने से हो गयी । 63 वर्षीय कातिब सूबेदार अहमद की मौत खबर से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गयी । सूबेदार अहमद कातिब बड़हरिया थाना क्षेत्र के तेतहली गांव के रहने वाले थे,जिनका निधन बुधवार की देर रात को इलाज के दौरान गोरखपुर में हृदयगति रुकने से हो गया । गुरुवार को सूबेदार अहमद का शव पहुंचते ही उनके चाहनज वालों की बड़ी भीड़ उमड़ पड़ी। सभी उनके अंतिम दर्शन करना चाहते थे,उनके चेहरे का दीदार करना चाहते थे। सूबेदार साहब के जनाजे में सैकड़ो लोगो ने हिस्सा लिया और अपने चहेते कातिब सूबेदार अहमद को जन्नत में जगह पक्की करने के लिए अल्लाह पाक से लोगो ने दुआएं मांगीं । मृतक सूबेदार अहमद के पार्थिव शरीर को तेतहली गांव स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्दे खाक कर दिया गया । ग्रामीणों के अनुसार मृतक सूबेदार काफी मिलनसार और मृदभाषी और कुशल राजनेता थे । सूबेदार अहमद वर्ष 2001 में तेतहली पंचायत से बीडीसी सदस्य के रुप में निर्वाचित हुए थे। मृतक सूबेदार बड़हरिया सब रजिस्ट्री में पांच दशकों तक बतौर कातिब का काम करते रहे। सूबेदार साहब उर्दू और हिंदी में किताबत और सुंदर लेखनी के बेजोड़ कातिब थे । उनकी लेखनी का सभी लोग कायल थे। सूबेदार अहमद गरीबों के हमदर्द और इंसाफ पसंद व्यक्ति थे। सूबेदार साहब की मौत की खबर सुनकर बड़हरिया सब रजिस्ट्री कार्यलय में भी कातिब और कार्यालय कर्मी शोक में डूब गये । मृतक सूबेदार के जनाजे की नमाज में काफी संख्या में लोग शामिल थे । इस मौके पर पूर्व मंत्री और राजद नेता इंद्रदेव प्रसाद, प्रो अली इमाम,प्रो महमूद हसन अंसारी, राजद नेता मो मोबिन अधिवक्ता, मुजफ्फर इमाम, कमलेश प्रसाद,हरजीत मांझी,मो जलालुद्दीन अधिवक्ता सहित सैकड़ों की संख्या में गणमान्य लोग शामिल थे।
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