पूर्व शिक्षक के निधन से इलाके में शोक की लहर, साहित्यकारों ने जताया शोक
श्रीनारद मीडिया, सीवान(बिहार):
सीवान जिले के बड़हरिया प्रखंड के पट्टी भलुआं निवासी रचनाकार डॉ इरशाद अहमद के पिता और पूर्व शिक्षक वकील अहमद का शुक्रवार की रात में 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया। जनाज़े की नमाज दिन में दो बजे अदा की गई और पट्टी भलुआं गांव के क़ब्रिस्तान में उन्हें दफनाया गया।
विदित हो कि वकील अहमद का जन्म 1935 में सीवान जिले के बड़हरिया प्रखंड के मौजे पट्टी भलुआं में हुआ था।पिताजी का नाम मो इस्माइल तथा माता जी का नाम सफ़िया ख़ातून था।
उन्होंने शिक्षा एवं समाज सेवा क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाई। इस परिवार के अनेक सदस्य प्रतिष्ठित पदों पर कार्यरत हैं।कुछ लोग अमेरिका में भी निवास करते हैं। वकील साहब 1951 मैट्रिक की परीक्षा पास की। इंटर और टीचर ट्रेनिंग करने बाद 1955 में शिक्षक के रूप में उनकी नियुक्ति हो गई।
1957 में उनका स्थानांतरण राजकीय विद्यालय बहुआरा में हो गया। 1988 तक वे बहुआरा स्कूल में अपनी सेवाएं प्रदान कीं। 1995 में सुरवाला मध्य विद्यालय से सेवानिवृत्त हुए। वकील अहमद का स्वभाव सहज, सरल और विनम्र था। वे सदवृत्तिशील एवं सम्मानित व्यक्ति थे।
विदित हो कि बिहार के प्रधान सचिव आमिर सुबहानी, न्यायाधीश क़मरुल होदा, मौलाना शमशुल होदा, शायर समी बहुवारवी, नूर सुल्तानी, एहसान सीवानी, रचनाकार डॉ मो मोज़हरूल हक़, प्रो इख़लाक़ अहमद और अप्रवासी नाईमुल्लाह आदि ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा वकील अहमद से ही हासिल की थी।
जनाज़े में सभी समुदाय के लोगों की काफी संख्या थी। प्रो महमुदुल हसन अंसारी,डॉ जफ़र कमाली डॉ रेहान हसन, प्रो तनवीर नूर, डॉ आफ़ताब आलम, एहसानुल्लाह एहसान, डॉ इलतेफात अमज़दी, फ़ारूक़ सिवानी, आदि ने दुःख जताया है।
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