बेटे को फंसा रहे हैं, न्याय नहीं मिला तो हम सीवान छोड़ देंगे–हिना शहाब.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार के बाहुबली नेता शहाबुद्दीन का परिवार सरकार से गुहार लगा रहा है। सीवान से MLC उम्मीदवार रईस खान पर AK-47 से फायरिंग मामले में पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के पुत्र ओसामा शहाब पर एफआईआर दर्ज हो गई है। शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब ने कहा कि बेटे को फंसाया गया है। अगर सरकार न्याय नहीं करना चाहती है तो हम लोग सीवान छोड़कर चले जाएंगे।
सीवान में 4 अप्रैल को एमएलसी प्रत्याशी रईस खान के काफिले पर एके-47 से फायरिंग में एक युवक की मौत हो गई थी। दो लोग घायल हो गए थे। इसके बाद बवाल मचा हुआ है। सीवान की जनता खासकर शहाबुद्दीन परिवार के समर्थक रईस खान को जमकर ट्रोल किया जा रहा है।
समर्थकों का कहना है कि रईस खान ओसामा शहाब को फंसाने की साजिश कर रहे हैं। वहीं इन तमाम मुद्दों पर MLC उम्मीदवार रईस खान ने भी अपने फेसबुक के माध्यम से लाइव आकर कहा है कि जल्द ही सीवान के लोगों को पता चल जाएगा कि फंसा रहा हूं या सच में ओसामा ने मेरी हत्या की प्लानिंग की थी।
हिना बोलीं- ओसामा दिल्ली में है, उसे फंसाया जा रहा है
सांसद शहाबुद्दीन की पत्नी राजद नेत्री हिना शहाब ने कहा है कि मेरे बेटे को फंसाया जा रहा है। ऐसा क्यों हो रहा है अंदाजा नहीं है। कहा कि पहले शौहर को खो दिया। अब विरोधियों द्वारा उनके बेटे को फंसाने की साजिश की जा रही है। ओसामा पिछले कई दिनों से सीवान में नहीं है। वह दिल्ली में है। बावजूद उसे फंसाने की साजिश की जा रही है।
मोहम्मद शहाबुद्दीन के पुत्र ओसामा शहाब अपने पत्नी के साथ शब-ए-बरात के दौरान अपने मरहूम पिता मोहम्मद शहाबुद्दीन के कब्र पर फातिहा पढ़ने के गए थे। तब से वह दिल्ली में हैं।
बेटे का नाम जबरदस्ती सियासी वजहों से घसीटे जाने से बेहद ही दुखी और खफा राजद नेत्री हिना शहाब ने लोगों के बीच कहा कि मैंने अपने शौहर को अपनी आंखों के सामने खो दिया। अब इकलौते बेटे को सियासी वजहों से जानबूझकर फंसाने की साजिश की जा रही है। आखिर हमारे परिवार के खिलाफ क्यों इस तरह की साजिश रची जा रही है। अगर सरकार हमारी न्याय नहीं चाहती है तो हम लोग अपना घर परिवार और सीवान छोड़कर चले जाएंगे।
मुस्लिम वोटों को लेकर चल रही राजनीति
सीवान के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के निधन के बाद उनके लाखों समर्थकों ने एक स्वर में उनके एकलौते पुत्र ओसामा शहाब को अपना नेता चुना है। लोगों का यह मानना है कि शहाबुद्दीन की जो कमी उन्हें खल रही है उसकी भरपाई आगे चलकर उनका वारिस ओसामा शहाब पूरा करेंगे। हालांकि 2022 के राजनीतिक उलटफेर ने इसकी दिशा बदल दी है, जो कभी मुस्लिम समुदाय के लोग मोहम्मद शहाबुद्दीन को अपना नेता मानते थे। वह आज दो भागों में बंटने के कगार पर हैं।
एक तरफ मोहम्मद शहाबुद्दीन का परिवार जिन्होंने मुस्लिमों को लेकर एक साथ कंधे-से कंधा मिलाकर चलने का काम किया। तो दूसरी तरफ खान ब्रदर्स के नाम से चर्चित रईस खान जो मोहम्मद शहाबुद्दीन के निधन के बाद मुस्लिमों को लेकर अपनी राजनीतिक स्थिति मजबूत करना चाहते हैं।
पिता की विरासत संभाल रहे ओसामा
कॉलेजों के दिनों से ही ओसामा राजनीतिक में सक्रिय हो गए थे। पिता शहाबुद्दीन की विरासत संभालने में लगे हैं। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी समेत कई बड़े नेताओं से अच्छे संबंध हैं।
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