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हम CM हिमंत बिस्वा सरमा से डरते नहीं, कर लें... उन्हें जो करना है-राहुल गांधी - श्रीनारद मीडिया

हम CM हिमंत बिस्वा सरमा से डरते नहीं, कर लें… उन्हें जो करना है-राहुल गांधी

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‘गांधी परिवार सबसे भ्रष्ट’-सीएम हिमंत बिस्वा सरमा

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को देश का सबसे भ्रष्ट व्यक्ति करार दिया। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान का सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री कौन है? क्या नाम है उसका? पूरा देश और असम जानता है कि आपके मुख्यमंत्री और उनका पूरा परिवार सबसे ज्यादा भ्रष्ट है।

क्या कुछ बोले राहुल गांधी?

राहुल गांधी ने कहा कि कभी यात्रा में हमारी परिमशन रद्द कर देते हैं, कभी हमारे लोगों को आने नहीं दिया जाता, कभी हमारी झंडे जला दी जाती है… मगर इनको बात समझ नहीं आ रही है… ये राहुल गांधी की यात्रा नहीं है, असम की जनता की आवाज की यात्रा है और वो जो भी करना चाहते हैं, कर सकते हैं। राहुल गांधी और असम की जनता मुख्यमंत्री से डरते नहीं हैं, उन्हें जो करना है, कर लें।

‘छोटे दुकानदारों को GST ने बर्बाद कर दिया’

वायनाड सांसद ने कहा कि असम के युवाओं और किसानों पर अन्याय हो रहा है। यहां के युवा लाखों रुपये लगाकर स्कूल-कॉलेज जाते हैं, लेकिन फिर पता चलता है कि असम में उन्हें रोजगार नहीं मिल सकता। किसानों को फसल का सही दाम नहीं मिलता, छोटे दुकानदारों को नोटबंदी और जीएसटी से बर्बाद कर दिया गया। क्या किसी को नोटबंदी और जीएसटी से फायदा हुआ? उन्होंने कहा, असम की सरकार एक परिवार के लिए चलाई जा रही है और देश की पूरी सरकार चुनिंदा उद्योगपतियों के लिए चलाई जाती है। इसी के खिलाफ हमने ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ निकाली है।

राहुल का भाजपा को हराने का वादा

उन्होंने आगे टी गार्डन के मजदूरों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि आपके मुद्दे सुनना और उनके लिए लड़ाई लड़ना ही ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ का लक्ष्य है। आप लोगों ने हमारी मदद की, हमारी बात प्यार से सुनी, इसके लिए मैं आप सभी को दिल से धन्यवाद देता है। एक बात सुन लीजिए कि चुनाव में भाजपा को कांग्रेस भारी बहुमत से हराने जा रही है।

राहुल गांधी ने कहा कि मैं जानता हूं कि हमारे कार्यकर्ताओं को धमकाया जाता है, लेकिन आप हमारी विचारधारा के लिए लड़ते हैं। आप हमारे बब्बर शेर हैं।

‘गांधी परिवार सबसे भ्रष्ट’-सीएम हिमंत बिस्वा सरमा

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी के नेतृत्व में मणिपुर से शुरू हुई कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा अब असम पहुंच गई है। भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गांधी परिवार पर हमला बोला।राहुल गांधी के भ्रष्टचारी वाले बयान पर अब असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने पलटवार किया है। सीएम सरमा ने कहा कि गांधी परिवार से भी अधिक भ्रष्ट कोई नहीं हो सकता है।

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा असम से निकल रही है। पिछले दो दिनों के दौरान राहुल गांधी ने असम के सीएम हिमंत पर जमकर हमला बोला। उन्होंने हिमंत बिस्वा सरमा को देश का सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री बताया था।

गांधी परिवार से अधिक कोई भ्रष्ट नहीं- सरमा

हालांकि, सरमा ने राहुल के बयान पर पलटवार किया। एक्स पर लिखा- ‘कुछ भी अपमानजनक जो तथाकथित गांधी परिवार से मेरे लिए कहा जाता है। मैं उसे आशीर्वाद मानता हूं क्योंकि मुझे उस परिवार से लड़ने की ऊर्जा मिलती है जो खुद को सबसे ताकतवर मानता है। मैं एक ही बात पूछना चाहता हूं कि क्या गांधी से ज्यादा भ्रष्ट कोई हो सकता है? बोफोर्स घोटाला, नेशनल हेराल्ड घोटाला, भोपाल गैस त्रासदी, एंडरसन का पलायन, 2जी घोटाला, कोयला घोटाला। ये लिस्ट बहुत बड़ी है और यह निरंतर बढ़ती रहेगी।’

बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद में कांग्रेस

मणिपुर, नगालैंड से लेकर असम तक बीते एक हफ्ते के दौरान राहुल की यात्रा को मिले समर्थन के बाद पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव में पूर्वोत्तर राज्यों में बेहतर प्रदर्शन कर कम से कम 10 सीटें हासिल करने पर फोकस करने में जुट गई है। दशकों तक मजबूत आधार वाले पूर्वोत्तर राज्यों में कांग्रेस की स्थिति पिछले दो आम चुनावों से लगातार कमजोर हुई है।

इन राज्यों में भाजपा ने उसकी जगह केंद्रीय भूमिका ले ली है। वर्तमान में पूर्वोत्तर की 25 में से कांग्रेस के पास केवल चार लोकसभा सीटें ही होना इन राज्यों में पार्टी की कमजोर हुई दशा की झलक दिखाता है। हालांकि न्याय यात्रा के दौरान मणिपुर, नगालैंड और असम में राहुल गांधी को देखने-सुनने को उमड़ रही भीड़ ने कांग्रेस में अगले चुनाव में बेहतर संभावनाओं की आस जगाई है।

पिछले बार कांग्रेस को कितनी सीटे मिली थी?

पूर्वोत्तर के सात राज्यों को मिलाकर लोकसभा की कुल 25 सीटें हैं जिनमें सबसे अधिक 14 सीटें असम में है। तरुण गोगोई के नेतृत्व में 2016 तक लगातार तीन बार असम की सत्ता में रही कांग्रेस का इस दरम्यान लोकसभा सीटों पर भी दबदबा बना रहा मगर 2019 के आम चुनाव में पार्टी को सूबे में केवल तीन सीटें ही मिली।

हिमंत विश्व सरमा के नेतृत्व में असम में भाजपा के दूसरी बार सत्ता में आने के बाद कांग्रेस की जमीनी सियासत सूबे में और कमजोर हुई है। लेकिन बीते तीन दिनों में राहुल गांधी की यात्रा में दिखे जनसमर्थन के बाद पार्टी को असम में लोकसभा की सीटों का आंकड़ा वर्तमान की तुलना में कम से कम दोगुना होने की संभावनाएं नजर आ रही हैं।

पार्टी को मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मिजोरम और नगालैंड में भी पिछले चुनाव की तुलना में बेहतर करने की उम्मीद लग रही है। हालांकि सिक्किम और त्रिपुरा में पार्टी की राह अब भी काफी मुश्किल है।

क्या कहते हैं मणिपुर कांग्रेस के प्रभारी?

पूर्वोत्तर राज्यों में न्याय यात्रा के समन्वय का जिम्मा संभाल रहे मणिपुर कांग्रेस के प्रभारी गिरीश चोड़नकर कहते हैं कि भाजपा ने पूर्वी राज्यों के सामाजिक ताने-बाने को ध्वस्त कर दिया है। लोग बेचैन होकर कांग्रेस के दौर को याद कर रहे हैं। वे बड़ी तादाद में राहुल को समर्थन देने के लिए यात्रा में शामिल हो रहे हैं। निश्चित रूप से पूर्वोत्तर में पार्टी के लोगों के इस समर्थन के सहारे अपनी मजबूत भूमिका की वापसी के लिए कसर नहीं छोड़ेगी।

गिरीश कहते हैं कि मणिपुर इसका उदाहरण है कि भाजपा का कोई नेता यहां तक की मुख्यमंत्री अपने प्रदेश के एक से दूसरे इलाके में नहीं जा सकते और केवल राहुल गांधी ही ऐसे नेता जो मणिपुर के दोनों विभाजित समुदायों के बीच जाकर शांति और भाईचारे की बात कर सकते हैं।

राहुल और सरमा के बीच खींचतान

असम में राहुल की यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री हिमंत और कांग्रेस के बीच जबरदस्त खींचतान हुई है। कई जगह यात्रा के पोस्टर फाड़ने की घटनाएं हुई हैं। गुवाहटी में राहुल के कार्यक्रमों को मंजूरी नहीं देने को लेकर असम सरकार और कांग्रेस के बीच बयानबाजी हुई है। इससे असम कांग्रेस की सियासी सक्रियता को नई संजीवनी मिल गई है। पार्टी की चुनावी तैयारियों को आगे बढ़ाने का आधार मिल गया है।

न्याय यात्रा में राहुल गांधी के साथ चल रहे कांग्रेस के संचार महासचिव जयराम रमेश ने शनिवार को कहा भी कि असम के मुख्यमंत्री राहुल को मिल रहे समर्थन से भयभीत हो गए हैं। इसलिए यात्रा पर हमले कराने से लेकर इसमें बाधा डालने की उनकी ओर से कोशिशें की जा रही हैं।

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