हमने तो किसी का नाम नहीं लिया- कॉमेडियन कुणाल कामरा
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे को कथित रूप से कॉमेडी शो में गद्दार बोलकर फंसे कुणाल कामरा को मद्रास हाई कोर्ट से राहत मिल गई है। कोर्ट ने कॉमेडियन को अग्रिम जमानत दे दी है। सुनवाई के दौरान कामरा के वकील ने बताया कि कॉमेडियन ने किसी का भी नाम नहीं लिया था और सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है कि व्यंग्य, पैरोडी स्वीकृत भाषा का हिस्सा है।
बार एंड बेंच के अनुसार, मद्रास हाई कोर्ट में जस्टिस सुंदर मोहन की बेंच ने कामरा की याचिका पर सुनवाई की। कामरा के वकील ने कहा, ”किसी का नाम नहीं लिया गया है, उन्होंने कई लोगों के बारे में बात की है। पैरोडी व्यंग्य का हिस्सा है, सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि व्यंग्य, पैरोडी स्वीकृत भाषण का हिस्सा है।”
कोर्ट ने यह भी पूछा कि जब एक निश्चित प्रतिवादी को नोटिस जारी किया गया है, तो याचिका कैसे पेश की जा सकती है। इस पर कामरा के वकील ने कहा कि नोटिस दिया जा सकता है, लेकिन तब तक सुरक्षा की मांग की जाती है। सुनवाई के दौरान कामरा के वकील ने कहा, ”असली धमकियां दी जा रही हैं.. सत्तारूढ़ पार्टी के मंत्रियों का रिकॉर्ड है। 500 से ज्यादा लोग।”
कामरा के वकील ने कहा कि वे कहते हैं कि वे उन्हें शिवसेना स्टाइल में सिखाएंगे। ‘शिवसेना स्टाइल’ क्या है, यह तो सभी जानते हैं। जिन लोगों ने होटल में तोड़फोड़ की – उन पर कोई गंभीर कार्रवाई नहीं की गई, उन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया। इस तरह की धमकी का सामना मैं कर रहा हूं।
कामरा के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस स्वीकार
महाराष्ट्र विधान परिषद ने स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा के खिलाफ विशेषाधिकार हनन नोटिस स्वीकार कर लिया है। कामरा पर हाल में एक कार्यक्रम के दौरान उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का कथित रूप से अपमान करने का आरोप है। नोटिस में शिवसेना (उबाठा) नेता सुषमा अंधारे का भी नाम है।
महाराष्ट्र विधान परिषद के सभापति राम शिंदे ने बृहस्पतिवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि उन्होंने ‘गद्दार’ शब्द के जरिये कटाक्ष को लेकर कुणाल कामरा के खिलाफ विशेषाधिकार हनन नोटिस स्वीकार कर लिया है और इसे विशेषाधिकार समिति के पास भेज दिया है। यह विवाद खार के हैबिटेट कॉमेडी क्लब में कामरा के हालिया शो से उपजा है, जहां उन्होंने एकनाथ शिंदे को निशाना बनाते हुए एक पैरोडी गीत प्रस्तुत किया था।
स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा (Kunal Kamra) ने पिछले दिनों हुए विवाद के बाद अपनी जान को खतरा है. उन्होंने कहा, “मैं विल्लुपुरम (तमिलनाडु) का रहने वाला हूं. अगर मुंबई वापस आऊंगा तो मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा, शिवसेना कार्यकर्ताओं से मेरी जान को खतरा है.” कुणाल कामरा ने मद्रास हाई कोर्ट से ट्रांजिट अग्रिम जमानत की मांग की है. अदालत ने दोपहर याचिका पर सुनवाई करने पर सहमति जताई है.
कुणाल कामरा ने एकनाथ शिंदे पर की गई टिप्पणी के मामले में ट्रांजिट अग्रिम जमानत के लिए मद्रास हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. चीफ जस्टिस की बेंच के समक्ष मामले की तत्काल सुनवाई के लिए उल्लेख किया गया. कुणाल कामरा के वकील ने हाई कोर्ट को बताया है कि उनके स्टैंड अप एक्ट में की गई टिप्पणियों के लिए उन्हें जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं.
क्या है पूरा मामला?
अपनी टिप्पणियों और हाजिरजवाबी से लोगों को हंसाने वाले कुणाल कामरा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया था. उन्होंने बॉलीवुड की फिल्म ‘दिल तो पागल है’ के गीत पर पैरोडी बनाया था. इस गीत के जरिये उन्होंने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे पर तीखे कमेंट किए थे. यही कमेंट शिवसेना (शिंदे गुट) के कार्यकर्ताओं को नागवार गुजरे थे.
इस वीडियो के वायरल होते ही शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता उग्र हो गए थे. वीडियो सामने आते ही शिवसैनिक नाराज हुए और उन्होंने रविवार को मुंबई के खार इलाके में स्थित स्टूडियो और होटल यूनिकॉन्टिनेंटल में तोड़फोड़ की. इस बीच कुणाल कामरा के खिलाफ MIDC पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई. शिंदे सेना विधायक मुराजी पटेल ने शिकायत दर्ज कराई.
कुणाल कामरा के इस वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना सांसद मिलिंद देवड़ा ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा था कि एकनाथ शिंदे जी का मजाक उड़ाया गया. एक ऐसा नेता जो खुद के दम पर ऑटो चालक से लेकर भारत के दूसरे सबसे बड़े राज्य का सीएम बना. उन पर की गई टिप्पणी में वर्गवादी अहंकार की बू आती है. भारत उन हकदार राजाओं और उनकी चाटुकारिता इकोसिस्टम को अस्वीकार कर रहा है जो योग्यता और लोकतंत्र का समर्थन करने का दिखावा करते हैं.
वहीं शिवसेना सांसद नरेश म्हास्के ने कामरा को चेतावनी दी थी कि पूरे देश में शिवसेना कार्यकर्ता उनका पीछा करेंगे. उन्होंने एक वीडियो संदेश में कहा कि आप भारत से भागने के लिए मजबूर हो जाएंगे.
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