बिहार में बदला मौसम,बारिश होने की संभावना!
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
दिसंबर और जनवरी महीने में लंबे समय तक सर्दी के प्रकोप के बाद बिहार का मौसम बदला और लोगों को शीतलहर से राहत मिली। लेकिन एक बार फिर मौसम करवट लेता दिख रहा है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अगले दो तीन दिनों तक राज्य में कुछ स्थानों पर बारिश की संभावना है जिससे तापमान में गिरावट आएगी और एक बार फिर लोगों को ठंड का सामना करना पड़ सकता है। बताया गया है कि पटना, गया सहित दक्षिण बिहार के 19 जिलों में 13 और 14 फरवरी को हल्की बारिश, मेघगर्जन और वज्रपात की घटनाएं हो सकती हैं। मौसम विभाग ने इसे लेकर येलो अलर्ट जारी किया है।
शनिवार को राजधानी पटना समेत राज्य के 24 शहरों का न्यूनतम पारा 10 डिग्री के नीचे रहा। गया सबसे ज्यादा शीतलहर की चपेट में रहा। प्रदेश का सबसे ठंडा जिला 5.2 डिग्री सेल्सियस के साथ गया ही रहा। पटना सहित 25 शहरों का न्यूनतम और 30 का अधिकतम पारा चढ़ा। पटना में अधिकतम तापमान में 0.4 और न्यूनतम में 0.1 डिग्री की बढ़ोतरी हुई। राजधानी का अधिकतम तापमान 25 और न्यूनतम 8.2 डिग्री दर्ज किया गया। तापमान बढ़ने और तेज धूप से लोगों को गर्मी का एहसास हुआ। हालांकि सुबह और शाम ठंड लग रही थी।
मौसम विभाग से मिली जानकारी केअनुसार रविवार से अगले तीन दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होगी। वहीं अधिकतम तापमान में अगले 5 दिनों के दौरान कोई विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है, जबकि की शनिवार या रविवार की रात में बांका, जमुई, नवादा, गया और औरंगाबाद जिले के एक या दो स्थानों पर शीतलहर होने की संभावना है।
प्रदेश के अधिकतर शहरों में सतही पछुआ हवा का असर साफ दिख रहा है। एक चक्रवातीय परिसंचरण दक्षिण गुजरात एवं आसपास के क्षेत्रों में समुद्र तल से औसत 1.5 किलोमीटर ऊपर बना हुआ है। जिस कारण अगले तीन दिनों के दौरान प्रदेश का मौसम शुष्क बना रहेगा।
पटना सहित पूरे दक्षिण बिहार के मौसम में अगले तीन दिनों तक परिवर्तन होने के आसार हैं. मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार राज्य में पूर्वा और पछुआ हवाओं का मिश्रण होने और आर्द्रता में वृद्धि होने के कारण 13 से 15 फरवरी तक बक्सर से लेकर जमुई तक मध्यम से हल्की बारिश हो सकती है. वर्तमान में एक चक्रवाती परिसंचरण बन रहा है. इसके कारण भी मौसम में परिवर्तन होगा. 13 और 14 फरवरी को पटना सहित दक्षिण बिहार के जिलों में 15 से 50 एमएम तक बारिश हो सकती है. 15 फरवरी को भी बादलों का प्रभाव रहेगा और फिर 16 फरवरी से मौसम साफ होने की संभावना है.
न्यूनतम तापमान में वृद्धि दर्ज
पटना शहर के न्यूनतम तापमान में वृद्धि दर्ज की जा रही है. बीते दो तीन दिनों में तीन डिग्री तक न्यूनतम तापमान बढ़ा है. सोमवार को शहर का न्यूनतम तापमान 10.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं सोमवार को दिन साफ रहने और धूप में गर्मी बढ़ने के कारण अधिकतम तापमान 27.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्वानुमान के अनुसार मंगलवार को भी शहर का तापमान 10 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है.
मौसम का बदला मिजाज, दिन में गर्मी, तो सुबह-शाम कनकनी
बीते दो दिनों से गोपालगंज जिले में मौसम का मिजाज पल-पल बदल रहा है. दिन में जहां तापमान बढ़ा हुआ है, वहीं सुबह-शाम कनकनी बनी हुई है. कभी तापमान में वृद्धि, तो कभी गिरावट हो रही है. इसका सीधा असर लोगों की सेहत पर पड़ रहा है. हवा का रुख उत्तर पूर्व होने के कारण रात में जहां ठंड महसूस हो रही है, वहीं दिन में धूप खिलने से लोगों को ठंड से राहत मिली है. इधर, तापमान में तेजी से हो रही वृद्धि से किसान भी चिंतित हैं. सोमवार को तापमान में दो डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गयी. सोमवार को अधिकतम तापमान 26.9 डिग्री सेल्सियस रहा, वहीं न्यूनतम तापमान 18 डिग्री से बढ़कर 13.7 डिग्री पर पहुंच गया.
पूरे दिन जहां बादल छाये रहेंगे
इधर, मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मौसम में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा. मंगलवार को अधिकतम तापमान 26 डिग्री और न्यूनतम तापमान 14 डिग्री रहने की संभावना है. मंगलवार को पूरे दिन जहां बादल छाये रहेंगे, वहीं छह से आठ किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी. बुधवार को भी आसमान बादलों से ढका रहेगा. इस बीच बुधवार को जिले के अधिकांश हिस्से में बूंदाबांदी होने की संभावना मौसम विभाग ने व्यक्त की है, लेकिन अधिकतम तापमान में गिरावट रहेगी.
मौसम में बदलाव से लोग हो रहे बीमार
चिकित्सकों का कहना है कि बार-बार तापमान में उतार-चढ़ाव के कारण सर्दी, जुकाम सहित अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीज अस्पताल में पहुंच रहे है. ऐसे में फिलहाल सतर्कता से ही बीमारी की चपेट में आने से बचा जा सकता है. बता दें कि फरवरी की शुरुआत में एक दो दिन भले ही गर्मी का एहसास हुआ हो, लेकिन जल्द ही मौसम का मिजाज बदल गया. पुन: दूसरे सप्ताह के अंत से दिन-रात के तापमान में 10 से 12 डिग्री का अंतर आने से लोग बीमारी की चपेट में आ रहे हैं.