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राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान की सफ़लता को लेकर वेबिनार का आयोजन 

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान की सफ़लता को लेकर वेबिनार का आयोजन

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क्षेत्रीय स्तर से लेकर जिला व प्रखंड स्तरीय अधिकारियों ने लिया भाग:
01 से 19 आयु वर्ग के सभी बच्चों को कृमिनाशक के लिए निःशुल्क खिलाई जाएगी अल्बेंडाजोल गोली: सिविल सर्जन
अल्बेंडाजोल की गोली खाने के बाद उल्टी या मिचली महसूस होती है तो घबराने की जरूरत नही: डीपीएम
श्रीनारद मीडिया, पूर्णिया, (बिहार):

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान अगले महीने शुरू होने वाली है। इसे लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन किया। उन्होंने कहा कि आगामी 20 सितंबर को “राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस” मनाया जायेगा, 23 सितंबर को मॉप-अप दिवस होगा।

इस अभियान के तहत जिले में 01 से लेकर 19 आयु वर्ग तक के सभी बच्चे एवं किशोर-किशोरियों को कृमि मुक्ति के लिए अल्बेंडाजोल दवा खिलायी जायेगी। इसमें प्रभारी आरएडी डॉ एसके वर्मा, क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक कैशर इक़बाल, क्षेत्रीय आशा समन्वयक प्रियंका कुमारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी शिवनाथ रजक, डीपीएम ब्रजेश कुमार सिंह, डीसीएम संजय कुमार दिनकर, डीएमएंडई आलोक कुमार, आईसीडीएस की डीपीओ राखी कुमारी, जीविका के डीपीएम सुनिर्मल के अलावा प्रखंड स्तर पर एमओआईसी, बीएचएम, बीसीएम, बीईओ, सीडीपीओ सहित कई अन्य अधिकारीशामिल हुए ।

 

01 से 19 आयु आर्ग के सभी बच्चों को निःशुल्क खिलाई जाएगी अल्बेंडाजोल गोली: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ एसके वर्मा ने बताया कि जिले के सरकारी एवं गैर विद्यालय, केन्द्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, मदरसा, संस्कृत विद्यालय सहित सभी तकनीकी शिक्षण संस्थानों जैसे: पॉलिटेक्निक एवं आईटीआई सहित गैर तकनीकी संस्थानों एवं आगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से 01 से 19 आयु वर्ग के सभी बच्चों को अल्बेंडाजोल (400mg) की गोली खिलाई जाएगी। अल्बेंडाजोल दवा की आपूर्ति ससमय जिला औषधि एवं स्वास्थ्य केंद्रों के औषधि भंडारण पर सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया है।

 

अल्बेंडाजोल की गोली खाने के बाद उल्टी या मिचली महसूस होती है तो घबराने की जरूरत नही: डीपीएम
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि कृमि संक्रमण के कारण बच्चों के स्वास्थ्य पर कई प्रकार के हानिकारक प्रभाव पड़ते हैं। जिस कारण बच्चों में कुपोषण, खून की कमी, भूख न लगना, बेचैनी, पेट में सूजन और उल्टी दस्त से परेशानी होती है। उन्होंने कहा कि दवा खाने के बाद यदि किसी को ह उल्टी या मिचली महसूस होती है तो घबराने की जरूरत नहीं हैं। बच्चों के पेट में ज्यादा कीड़े होने पर दवा खाने के बाद सरदर्द, उल्टी, मिचली, थकान होना या चक्कर आना या महसूस होना आम बात है। कुछ देर के बाद सब कुछ सामान्य हो जाता है।

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