एयर फोर्स स्टेशन पर हमले के पीछे क्या हो सकता है आतंकियों का उद्देश्य?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
जम्मू के एयर फोर्स स्टेशन पर 26-27 की देर रात को पाकिस्तानी आतंकवादियों ने पहली बार ड्रोन से हमला किया, जिसकी वजह से यहां ब्लास्ट हुआ और एयर फोर्स के दो कर्मचारी मामूली रूप से घायल हुए हैं. प्रारंभिक जांच के अनुसार दो विस्फोटक (आईईडी) को गिराने के लिए कम उड़ान वाले ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था. हमले का संभावित लक्ष्य एयर फोर्स स्टेशन पर खड़े हेलीकॉप्टर थे. इंडिया टुडे ने अपनी खबर में बताया है कि शुरुआती जांच में यह बात सामने आयी है कि एयरफोर्स स्टेशन पर काफी नजदीक से हमला किया गया है जिसका उद्देश्य हेलीकॉप्टरों को नुकसान पहुंचाना था.
हालांकि इस हमले में हेलीकॉप्टर को कोई नुकसान नहीं हुआ है. इस मामले में अब तक दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया हालांकि अभी बांग्लादेश की यात्रा पर हैं, लेकिन वे इस घटना पर लगातार नजर बनाये हुए हैं. हमला रात के पौने दो बजे के आसपास हुआ, जानें इस घटना में अबतक क्या बड़ी बातें हुईं.
कम शक्ति का विस्फोट
26-27 जून की रात लगभग पौने दो बजे जम्मू वायु सेना स्टेशन के तकनीकी क्षेत्र में विस्फोट हुआ. इस विस्फोट की क्षमता कम थी इसलिए नुकसान ज्यादा नहीं हुआ. विस्फोटक ड्रोन के जरिये गिराये गये. इस हमले में एक इमारत की छत को मामूली नुकसान पहुंचा है और दो कर्मचारियों को चोट आयी है.
दो संदिग्ध हिरासत में, UAPA के तहत दर्ज हुआ एफआईआर
जम्मू एयर फोर्स स्टेशन ब्लास्ट केस में दो संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है और गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
एनआईए ने शुरू की जांच
हमले की जांच भारतीय वायु सेना तो कर ही रही है साथ ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी की एक टीम भी मामले की जांच के लिए वायुसेना स्टेशन पहुंची है इसके पुलिस भी मामले की जांच में जुटी है. वायु सेना स्टेशन पर हुआ हमला आतंकी हमला था, जम्मू- कश्मीर के पुलिस प्रमुख दिलबाग सिंह ने कहा कि पुलिस और अन्य एजेंसियां हमले के पीछे की साजिश का पर्दाफाश करने के लिए साथ मिलकर काम कर रही हैं.
पहली बार किया गया ड्रोन अटैक
सूत्रों के हवाले से ऐसी जानकारी मिल रही है कि पाकिस्तान की ओर से पहली बार ड्रोन अटैक किया गया है. ड्रोन के जरिये विस्फोटक एयरफोर्स स्टेशन पर गिराये गये हैं, इसके पीछे की रणनीति को लेकर जांच चल रही है.
हाई अलर्ट जारी, रक्षामंत्री कर रहे समीक्षा
विस्फोट के बाद जम्मू-कश्मीर के तीनों एयरपोर्ट श्रीनगर एयरपोर्ट, श्रीनगर टेक्निकल एयरपोर्ट और अवंतीपुरा एयर बेस पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गयी है और अलर्ट जारी कर दिया गया है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मामले की समीक्षा कर रहे हैं.