क्या हो गया तुम्हें…शराबबंदी के पक्ष में था न?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार के सारण में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है। इस मुद्दे को लेकर बिहार में राजनीति भी तेज हो गई है। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने जहरीली शराब से हुई मौतों का मुद्दा उठाया। हालांकि, इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन में अपना आपा खो दिया।
नीतीश कुमार ने सदन में खोया आपा
दरअसल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उस समय राज्य विधानसभा में अपना आपा खो दिया। जब विपक्ष के विजय कुमार सिन्हा ने छपरा में जहरीली शराब के कारण हुई मौतों के मद्देनजर राज्य सरकार के शराबबंदी पर सवाल उठाया। इसके बाद सीएम नीतीश कुमार अपना आपा खो बैठे और विपक्ष के नेता से कहा कि क्या हो गया तुम्हें…शराबबंदी के पक्ष में था न?
अब तक 14 लोगों की हुई मौत
बता दें कि बिहार के सारण जिले के छपरा में जहरीली शराब पीने से अब तक 14 लोगों की मौत हो गई है। इसमें सबसे अधिक मौते मसरख के 10 लोगों की हुई है। वहीं, जहरीली शराब पीने से मरने वालों में अमनौर के तीन एवं मढ़ौरा के एक व्यक्ति शामिल हैं।
सुधाकर सिंह ने सीएम नीतीश कुमार पर उठाए सवाल
वहीं, बिहार में शराब बंदी को लेकर राजद विधायक और पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह ने सीएम नीतीश पर हमला बोला। राजद विधायक सुधाकर सिंह ने मुख्यमंत्री को मानसिक दिवालियापन से ग्रसित बताया। उन्होंने कहा कि मेरा साफ कहना है कि किसी भी खाद्य पदार्थ या पेय पदार्थ पर प्रतिबंध लगाना मानसिक दिवालियापन है।
शराबबंदी वाले बिहार में एक बार फिर से जहरीली शराब का कहर देखने को मिला है। सारण जिले में जहरीली शराब पीने से मौत का आंकड़ा बढ़कर 21 पहुंच चुका है। इसमें सबसे अधिक मसरख के 10 लोगों की मौत हुई है, जबकि अमनौर के तीन एवं मढ़ौरा के एक व्यक्ति शामिल है। वहीं, बीमार पड़े कई लोगों ने आंखों की रोशनी घटने की शिकायत भी की है।
वहीं, आधा दर्जन से अधिक लोगों का उपचार सदर अस्पताल एवं पटना के पीएमसीएच में चल रहा है। मृतकों के कई परिजन बीमारी से मौत होने की भी बात बता रहे हैं। पुलिस प्रशासन इस घटना पर कुछ भी बताने से इनकार कर रहा है।पुलिस कप्तान संतोष कुमार ने बताया कि पूरे मामले की अभी पड़ताल की जा रही है। घटना के बाद सोमवार की रात ही सदर अस्पताल में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
ग्रामीणों ने शव रखकर स्टेट हाईवे को किया जाम
इस घटना के विरोध में आक्रोशित ग्रामीणों ने मशरख हनुमान चौक स्टेट हाईवे-90 पर शव को रखकर जाम कर दिया है। स्थानीय ग्रामीण जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। मशरख में ग्रामीण उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं। आक्रोशित लोगों को समझाने के लिए पुलिस के वरीय पदाधिकारी कई थाने के पुलिस के साथ वहां पहुंचे हुए हैं।
मशरख, आमौर एवं मढ़ौरा के मरे हैं लोग
घटना के संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि इसुआपुर थाना क्षेत्र के डोइला से आए जहरीली शराब पीने से अमनौर, मढौरा एवं मशरख प्रखंड के अब तक 21 लोगों की मौत हुई है। कई गंभीर रूप से बीमार हैं। सभी बीमारों को मशरख स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। वहां से एक व्यक्ति को छपरा सदर अस्पताल रेफर किया गया है। सदर अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, इसुआपुर थाना क्षेत्र में शराब पीने से डोयला गांव निवासी वकील सिंह के पुत्र संजय सिंह एवं मशरख जादू मोड निवासी यदु सिंह के पुत्र कुणाल कुमार की मौत पहले हुई, जबकि पचखान्दा के एक युवक सहित मशरख के हरेंद्र राम एवं डोयला के अमित कुमार की हालत नाजुक है। अमित कुमार का इलाज छपरा सदर अस्पताल में चल रहा है, जबकि अन्य बीमार लोगों का इलाज मशरख स्वास्थ्य केंद्र में किया जा रहा है।
सोमवार की रात लोगों ने पी थी शराब
बताया जाता है कि सभी लोगों ने सोमवार की शाम में एक जगह पर शराब पी रखी थी। इसके बाद मंगलवार के दिन से उनकी हालत बिगड़ने लगी। शाम में सभी को मशरख स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। वहां इलाज के बाद छपरा रेफर किए जाने पर तीन लोगों की मौत हो गई थी। मशरख के हनुमानगंज निवासी अजय कुमार ने बताया कि डोयला बाजार में वह मुकेश शर्मा के साथ शराब पी थी। बताया जाता है कि शराब की खेप डोयला, बहरौली, अमनौर में पह़ंची थी।
शराबबंदी पर राजद MLA का नीतीश पर वार
बिहार के छपरा जिले में बीते 24 घंटे के दौरान जहरीली शराब के कारण 14 लोगों के मरने की खबर आई है। इस बीच शराबबंदी की नीति को लेकर नीतीश कुमार के फैसले पर एक बार फिर से सवाल उठ रहे हैं। इस कड़ी में उनके अपने खेमे के लोग भी पीछे नहीं हैं। सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ हमेशा से तल्ख तेवर अपनाने वाले राजद विधायक और पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह ने भी शराबबंदी के फैसले को लेकर सीएम नीतीश पर निशाना साधा है। राजद विधायक ने मुख्यमंत्री को मानसिक दिवालियापन से ग्रसित बताया है।
शराब पीना क्रिमिनल एक्ट नहीं- राजद विधायक
राजद विधायक सुधाकर सिंह ने कहा कि मेरा मत स्पष्ट है कि किसी भी खाद्य पदार्थ या पेय पदार्थ पर प्रतिबंध लगाना मानसिक दिवालियापन है। आप प्रतिबंध नहीं लगा सकते। जागरूकता और परामर्श के माध्यम से आपको लोगों को यह समझाना चाहिए कि शराब का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। राजद विधायक ने आगे कहा कि शराब का सेवन करना क्रिमिनल एक्ट का हिस्सा नहीं बल्कि सिविल एक्ट का हिस्सा है। कई चीजें हैं जो गलत हैं लेकिन उनके लिए किसी को जेल भेजना न्यायोचित नहीं है।
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