क्या है डेरा प्रमुख राम रहीम का पैराेल और पंजाब चुनाव का नाता?

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

तीन आपराधिक मामलों में जेल में बंद डेरा सच्चा साैदा सिरसा (Dera Sacha Sauda Sirsa) के प्रमुख गुरमीत राम रहीम (gurmeet Ram Rahim) ने तीन सप्ताह की पैरोल मांगी है। इससे पंजाब (punjab) की राजनीति में गर्माहट आ गई है। पिछले दिनाें डेरा सच्चा साैदा ने बठिंडा के सलाबतपुरा में विधानसभा चुनाव काे लेकर बैठक बुलाई थी। इसके बाद से ही यह कयास लगाए जा रहे हैं कि डेरा मुखी पैराेल मांग सकते हैं। हालांकि अभी पंजाब चुनाव (punjab Election) में समर्थन काे लेकर साध संगत ने काेई फैसला नहीं किया है।

पंजाब की 117 में से 56 सीटाें पर डेरे का प्रभाव है। यहां से प्रत्याशियाें की जीत-हार में अनुयायियाें की बड़ी भूमिका रहती है। हरियाणा (Haryana) में भी 2014 और 2019 के विधानसभा चुनावों में भाजपा (BJP) की जीत में भी डेरा सच्चा सौदा ने एक बड़ी भूमिका निभाई थी। यहां भाजपा ने डेरे को पूरा समर्थन दिया था। अगर इस बार राम रहीम काे पैराेल मिलती है ताे इसका भाजपा काे पंजाब (punjab) में फायदा हाे सकता है।

पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश के कई इलाकाें में खासा प्रभाव

देश में पांच राज्यों पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव हैं। डेरा प्रमुख का पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाके में खासा प्रभाव है। ऐसे में डेरा प्रमुख द्वारा 3 सप्ताह की पैरोल मांगना बहुत ही अहम बात है। डेरा प्रमुख राम रहीम यौन साध्वियों के उत्पीड़न के दो अलग-अलग मामलों में 10-10 साल की सजा काट रहे हैं। इसके अलावा पत्रकार छत्रपति की हत्या और डेरे के पूर्व मैनेजर रणजीत सिंह की हत्या के मामले में उम्रकैद काट रहा है। अब गेंद सरकार के पाले हैं है कि वह पैरोल दे या न दे। माना जा रहा है कि सरकार उन्हें 3 सप्ताह की पैरोल दे सकती है।

डेराें के समर्थकाें की संख्या लाखाें में

पंजाब में 300 के करीब डेरे हैं। इनमें से करीब 10 डेरों के समर्थकों की संख्या लाखों में है। इनमें राधास्वामी ब्यास, डेरा सच्चा सौदा, निरंकारी, नामधारी, दिव्य च्योति जागृति संस्थान, डेरा सचखंड बल्लां, डेरा बेगोवाल के नाम प्रमुख हैं। चुनाव में अगर डेरों का समर्थन मिल जाए तो पार्टियों को बड़ा वोट बैंक हासिल हो सकता है। यहीं कारण है कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से लेकर शिअद अध्यक्ष सुखबीर बादल और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पिछले दिनों डेरा ब्यास व डेरा सचखंड बल्लां में नतमस्तक होने पहुंचे थे। हालांकि इनमें से कोई भी नेता इस बार अब तक कोई डेरा सच्चा सौदा नहीं गया है।

पहले कब-कब मांगी पैराेल

 

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