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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सुरक्षा शिखर सम्मेलन, 2023 के क्या मायने है? - श्रीनारद मीडिया

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सुरक्षा शिखर सम्मेलन, 2023 के क्या मायने है?

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सुरक्षा शिखर सम्मेलन, 2023 के क्या मायने है?

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

इंग्लैंड के बैलेचले पार्क में आयोजित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सुरक्षा शिखर सम्मेलन, 2023, फ्रंटियर AI प्रौद्योगिकियों द्वारा उत्पन्न चुनौतियों से निपटने हेतु वैश्विक दृष्टिकोण में एक प्रमुख परिवर्तन को चिह्नित करता है।

  • इन चुनौतियों से निपटान हेतु संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन, भारत तथा यूरोपीय संघ सहित 28 प्रमुख देशों ने इस पहले AI सुरक्षा शिखर सम्मेलन में बैलेचले पार्क घोषणा (Bletchley Park Declaration) पर हस्ताक्षर किये।
  • यह ऐतिहासिक घोषणा उन्नत AI सिस्टम, जिसे फ्रंटियर AI के रूप में जाना जाता है, के संभावित जोखिमों एवं लाभों को संबोधित करने के लिये एक सामूहिक समझ और समन्वित दृष्टिकोण बनाने का प्रयास करती है।

नोट:

  • फ्रंटियर AI को अत्यधिक सक्षम फाउंडेशन जेनरेटर AI मॉडल के रूप में परिभाषित किया गया है जो मांग के आधार पर टेक्स्ट, इमेज, ऑडियो या वीडियो जैसे यथार्थवादी एवं विश्वसनीय आउटपुट उत्पन्न करने में सक्षम है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सुरक्षा शिखर सम्मेलन 2023 की मुख्य विशेषताएँ:

  • बैलेचली पार्क डिक्लेरेशन:
    • बैलेचली पार्क डिक्लेरेशन फ्रंटियर AI जोखिमों से निपटने हेतु पहला वैश्विक समझौता है और यह विश्व के प्रमुख AI खिलाड़ियों के बीच उच्च स्तरीय राजनीतिक सहमति तथा प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
    • यह मानव कल्याण को बढ़ावा देने के लिये AI की क्षमता को स्वीकार करता है, लेकिन AI, विशेष रूप से फ्रंटियर AI द्वारा उत्पन्न जोखिमों की भी पहचान करता है, जो विशेष रूप से साइबर सुरक्षा, जैव प्रौद्योगिकी और दुष्प्रचार जैसे डोमेन में जान-बूझकर या अनजाने में गंभीर नुकसान पहुँचा सकता है।
    • यह AI से संबंधित जोखिमों को संबोधित करने के लिये अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता पर ज़ोर देता है, क्योंकि वे अंतर्निहित रूप से वैश्विक हैं और कंपनियों, नागरिक समाज तथा शिक्षाविदों सहित सभी अभिनेताओं के बीच सहयोग का आह्वान करता है।
    • इस घोषणापत्र में एक नियमित AI सुरक्षा शिखर सम्मेलन की स्थापना की भी घोषणा की गई है, जो फ्रंटियर AI सुरक्षा पर बातचीत और सहयोग के लिये एक मंच प्रदान करेगा।
      • अगले शिखर सम्मेलन की मेज़बानी एक वर्ष के भीतर फ्राँस द्वारा की जाएगी और दक्षिण कोरिया अगले छह महीनों में एक मिनी वर्चुअल AI शिखर सम्मेलन की सह-मेज़बानी करेगा।
  • सम्मेलन में भारत का रुख:
    • भारत AI विनियमन पर विचार न करने के रुख से हटकर जोखिम-आधारित, उपयोगकर्ता-नुकसान दृष्टिकोण के आधार पर सक्रिय रूप से नियम बना रहा है।
      • भारत ने ज़िम्मेदार AI उपयोग के प्रति प्रतिबद्धता का संकेत देते हुए नैतिक” AI उपकरणों के विस्तार के लिये एक वैश्विक ढाँचे का आह्वान किया।
    • भारत ने AI के ज़िम्मेदारीपूर्ण उपयोग को सुनिश्चित करने के लिये घरेलू तथा अंतर्राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर नियामक निकाय स्थापित करने में रुचि दिखाई है।
    • डिजिटल इंडिया अधिनियम, 2023जो अभी तक लागू नहीं हुआ है, में AI-आधारित प्लेटफाॅर्मों सहित ऑनलाइन मध्यस्थों के लिये समस्या-विशिष्ट नियम प्रस्तुत किये जाने की उम्मीद है।

बैलेचली पार्क के बारे में मुख्य तथ्य:

  • बैलेचली पार्क इंग्लैंड के बकिंघमशायर में लंदन से लगभग 80 किमी. उत्तर में स्थित है।
    • द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इसने ब्रिटिश गवर्नमेंट कोड एवं साइफर स्कूल (GC एवं CS) के लिये मुख्य स्थल के रूप में कार्य किया।
      • युद्ध के दौरान बैलेचली पार्क में दुश्मन के संदेशों को समझने पर कार्य किया गया था।
    • बैलेचली पार्क में विकसित ट्यूरिंग बॉम्बे कथित रूप से अटूट जर्मन एनिग्मा कोड को तोड़ने में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका के लिये प्रसिद्ध है।
      • इस इलेक्ट्रो-मैकेनिकल डिवाइस ने कोड तोड़ने की प्रक्रिया को काफी तेज़ कर दिया, जिससे द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान मित्र राष्ट्रों को सफलता प्राप्त हुई।
    • बैलेचली पार्क ने कोलोसस मशीन भी विकसित की, जिसे प्राय: विश्व का पहला प्रोग्राम योग्य इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर माना जाता है।
    • बैलेचली पार्क में विकसित सिद्धांत एवं नवाचार आधुनिक कंप्यूटिंग तथा कृत्रिम बुद्धिमत्ता को प्रभावित करते रहे हैं।
    • बैलेचली पार्क, अब एक संग्रहालय के साथ एक ऐतिहासिक स्थल मात्र है, जो इसके युद्धकालीन इतिहास एवं योगदान में रुचि रखने वाले आगंतुकों को आकर्षित करता है।
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