क्या है बीपीएससी मेंस के पैटर्न में बदलाव के मायने?

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अब लेखन कौशल का महत्व बढ़ गया, awareness के स्तर में भी अभ्यार्थियों को करना होगा इजाफा

बदलाव को सकारात्मक तौर पर ही लें अभ्यर्थी, प्रतिभागियों को समान स्तर पर लाने के लिए शायद यह बदलाव लाया गया है

✍️ गणेश दत्त पाठक, निदेशक, PATHAK’ S IAS

बिहार लोक सेवा आयोग ने मुख्य परीक्षा के पैटर्न में कुछ् बदलाव लाने की घोषणा की है। लोक सेवा आयोग द्वारा समय समय पर सिविल सेवा परीक्षा के पैटर्न में बदलाव लाया जाता रहता है। इस बार बिहार लोक सेवा आयोग ने वैकल्पिक विषय के महत्व को थोड़ा घटाकर निबंध लेखन को विशेष तवज्जो दिया है। जिसका सीधा मतलब यह है कि बिहार लोक सेवा आयोग अभ्यार्थियों से ज्यादा awareness और उच्च स्तरीय लेखनशैली की माँग करता दिख रहा है। इस आलेख में बिहार लोक सेवा आयोग के द्वारा मुख्य परीक्षा के पैटर्न में बदलाव के मायनों को समझने का प्रयास किया जा रहा है।

क्या हुआ है परिवर्तन

बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा मुख्य परीक्षा के पैटर्न में मुख्य बदलाव वैकल्पिक विषय के क्लेवर में किया गया है और निबंध के प्रश्न पत्र को जोड़ा गया है। निबंध का प्रश्नपत्र 300 अंकों का होगा और समय 3 घंटे का मिलेगा। एक वैकल्पिक विषय जो 300 अंकों का सब्जेक्टिव होता था उसे 100 अंकों का कर दिया गया है जिसमें एम् सी क्यू होंगे। साथ ही इसे सामान्य हिंदी की तरह क्वालीफाइंग कर दिया गया है। यानी इसके अंक मेधा सूची के निर्धारण में भूमिका नहीं निभा पाएंगे।

अब बदलना होगी तैयारी की रणनीति

संघ लोक सेवा आयोग सहित अन्य लोक सेवा आयोग द्वारा सिविल सेवा परीक्षाओं में अभ्यार्थियों के awareness के स्तर को जांचने के प्रयास किये जा रहे है और लेखन कुशालता के सटीक परीक्षण का प्रयास किया जा रहा है। बिहार लोक सेवा का यह बदलाव भी इसी तथ्य की तरफ संकेत करता दिखता है। साथ ही, वैकल्पिक विषय के प्रश्न पत्र में बदलाव सभी अभ्यार्थियों को एक स्तर पर लाने की कवायद भी दिखती है। बदलाव के जो भी कारण हो अभ्यार्थियों को अपनी तैयारी की रणनीति को बदलना होगा। वैकल्पिक विषय के चयन में भी सावधानी रखनी होगी।

लेखन कौशल में लानी होगी बेहतरी

बिहार लोक सेवा आयोग के द्वारा मुख्य परीक्षा के पैटर्न में किया गया नवीनतम बदलाव लेखन कौशल में बेहतरी की माँग करता दिख रहा है। निबंध के प्रश्न पत्र में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए लेखन कौशल में विकास पर ध्यान देना होगा। इसके लिए नियमित तौर पर लेखन अभ्यास की आवश्यकता होगी। साथ ही नियमित तौर पर अखबार के सम्पादकीय पृष्ठ को पढ़ने की आदत भी विकसित करना होगी। जब आपकी संकल्पना स्पष्ट होती है और आपका शब्द कोष पर्याप्त रूप से समृद्ध होता है तो आपकी लेखनी शानदार अंदाज़ में चलती है। निश्चित तौर पर स्पष्ट संकल्पना का विकास और शब्द कोष की समृद्धि एक निरंतर प्रयास की मांग करती है। आपको लिखना होगा प्रतिदिन लिखना होगा।

वैकल्पिक विषय के चयन में रहें अब ज्यादा सावधान

बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा नवीनतम बदलाव वैकल्पिक विषय के चयन में सावधानीपूर्वक निर्णय लेने की तरफ भी संकेत करता दिख रहा है। अब वैकल्पिक विषय सिर्फ क्वालीफाइंग नेचर का हो गया है। इसलिए इसे लेकर अब तनाव की आवश्यकता नहीं रही। सामान्य अध्ययन के विषय से सम्बंधित विषय वैकल्पिक विषय के तौर पर समय बचाने वाले साबित हो सकते हैं। विशेष विषयो को अब वैकल्पिक विषय के तौर पर लेने की अवश्यक्ता अब नहीं रही।

कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि बिहार लोक सेवा आयोग की मुख्य परीक्षा में सफलता के लिए अब फोकस सामान्य अध्ययन और निबंध के प्रश्न पत्र पर ही करना है। इस लिए अब अभ्यार्थियों को अपने awareness के स्तर को बढ़ाने और लेखन कौशल को बढ़ाने पर ध्यान देना होगा।

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