भीषण अग्निकाण्ड में लगभग एक हजार एकड़ में लगी गेहूँ व अरहर की फसल जलकर हो गया खाक

भीषण अग्निकाण्ड में लगभग एक हजार एकड़ में लगी गेहूँ व अरहर की फसल जलकर हो गया खाक

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श्रीनारद मीडिया, सचिन पांडेय, मांझी,  सारण (बिहार):

 

बिहार एवम यूपी की सीमा क्षेत्र में मांझी थाना क्षेत्र के डुमाइगढ़ से डुमरी के बीच सोमवार को भीषण अग्निकाण्ड में लगभग एक हजार एकड़ में लगी गेहूँ व अरहर की फसल जलकर खाक हो गई। वहीं दूसरी तरफ नदी के रेत पर सैकड़ों एकड़ में लगी परवल तथा ककड़ी, खीरा व तरबूज की फसल झुलस कर बर्बाद हो गई।

अलगलगी की इस घटना में लगभग पांच करोड़ रुपये की संपत्ति को नुकसान हुआ है। ग्रामीणों के मुताबिक सुबह में लगभग आठ बजे सारण जिले के डुमाइगढ़ तथा बलिया जनपद के गोपाल नगर गांव के बीच के दियारे में खड़ी फसल में सबसे पहले आग लगी और देखते हीं देखते सरयू नदी के बीच के दियारे में लगभग तीन किलोमीटर की दूरी तक आग फैल गई। खेतों में खड़ी फसल धु-धु कर जलने लगी।

इसी बीच पछिया हवा के झोंके से आग की लपटें बढ़ती गई और लगभग पांच किमी पूरब स्थित डुमरी के दियारे तक की फसल जलकर राख हो गई। आगलगी की इस घटना में कई किसानों के काटकर रखे गए गेंहूँ व अरहर आदि के हजारों बोझे जल गए। वहीं दवनी करके रखे गए सैकड़ों बोरे अनाज भी अग्निकांड की भेंट चढ़ गए। आग लगने की सूचना स्थानीय भाजपा नेता शिवाजी सिंह तथा पूर्व मुखिया संजीत कुमार साह आदि ने माँझी पुलिस तथा सीओ एवम जिला प्रशासन को दी। जिसके बाद स्थानीय प्रशासन ने तत्काल वहां अग्निशमन वाहन तो भेज दिया लेकिन नदी में पानी होने के कारण इधर किनारे ही खड़ा रह गया। सैकड़ों किसान दियारे में बोरिंग चलाकर तथा लाठी डंडे से आग बुझाने का भरपूर प्रयास किया लेकिन विफल रहे।

नदी के उस पार लगी आग से काफी दूर तक आसमान में धुंएँ का गुब्बारा भर गया। नदी के किनारे बसे डुमरी, घोरहट, गैरतपुर, सलेमपुर, गरया टोला तथा डुमाइगढ़ के ग्रामीण गांव में आग की चिंगारी पहुंचने की आशंका से भयभीत होकर नदी किनारे बने बांध पर दिनभर निगरानी करते रहे। आगलगी कि भीषण घटना के मद्देनजर मांझी सीओ धनंजय कुमार तथा थानाध्यक्ष अशोक कुमार दास कर्मचारियों एवम पुलिस बल के साथ लगातार कैम्प किये हुए थे। आगलगी के दौरान पानी डालने के अलावा किसान अपनी फसलों में ट्रैक्टर चलाकर आग को आगे बढ़ने से रोकने का भी प्रयास कर रहे थे। सैकड़ों महिला पुरुष नदी के किनारे बैठकर आग से हो रही क्षति को रोकने के लिए ईश्वर से गुहार लगा रहे थे।

आग लगने के कारणों के सम्बंध में ग्रामीणों से बात की गई तो पता चला कि यूपी- बिहार की सीमा पर स्थित दियारे में दर्जनों अवैध देसी शराब भट्ठियां संचालित की जा रही हैं जिसमें दोनों प्रदेशों के सैकड़ों युवक संलिप्त है। आग लगने की आशंका के मद्देनजर किसानों ने पहले ही तस्करों को फटकारा था। बावजूद इसके तस्कर अपनी जिद पर अड़े हुए थे। जिसका नतीजा यह हुआ कि इतने बड़े पैमाने पर किसानों की क्षति हुई। किसानों की शिकायत के जबाब में सीओ धनंजय कुमार ने तस्करों के खिलाफ दोनों प्रदेश की पुलिस द्वारा संयुक्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने किसानों की हुई क्षति का आकलन कर मुआवजा दिलाने का भरोसा दिलाया है।

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