बिहार में कब देना है अस्ताचलगामी और उदित सूर्य को अर्घ्य?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
सूचिता का महापर्व छठ बिहार में पूरी पवित्रता के साथ मनाया जा रहा है. राजधानी पटना सहित पूरे प्रदेश में छठ की छटा बिखर गई है. आज नहाय खाय के साथ चार दिवसीय इस महापर्व की शुरुआत हो गयी. कल व्रति खरना का प्रसाद बनायेंगे और निर्जला व्रत रखने से पूर्व प्रसाद ग्रहण करेंगे. रविवार को पूरा बिहार डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य प्रदान करेगा. छठ में लोग सूर्य के प्रति अपना सम्मान और आभार व्यक्त करते हैं क्योंकि यह सभी जीवित प्राणियों को प्रकाश, सकारात्मकता और जीवन प्रदान करता है.
मिथिला और काशी पंचांग में तो सूर्योदय और सूर्यास्त का समय उल्लेखित है. आइए जानते हैं मौसम विभाग की ओर दे दी गयी सूर्योदय और सूर्यास्त की जानकारी के आधार पर जानें कि अर्घ्य का समय कब से कब तक रहेगा. बिहार में मौसम विभाग ने उगते और डूबते सूर्य की टाइमिंग दी है. जिस समय व्रत सूर्य को अर्घ्य प्रदान करेंगे.
बिहार के जिलों का समय
19 नवंबर को अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य दिया जाएगा. उसके अलगे दिन यानी 20 नवंबर को सुबह में उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. मौसम विभाग ने बिहार के सभी जिलों के लिए अर्घ्य का समय जारी किया है. आइए हम आपको बताते हैं कि किस जिले में कितने बजे अर्घ्य का सही समय रहेगा. 19 नवंबर को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने का समय निर्धारित है. व्रतियों को इस समय सूर्य को अर्घ्य प्रदान करना होगा. 19 नवंबर को सूर्य के डूबने का समय 5 बजे निर्धारित है. मौसम विभाग की ओर से ये भी कहा गया है कि छठ पर मौसम भी खुशनुमा रहेगा. आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे. वातावरण में गुलाबी ठंड होगी. घाट पर जाने से पहले खुद को गर्म कपड़ों से ढक लेना होगा. बच्चों का ख्याल रखना होगा.
डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य
- गया में सूर्य अस्त 5 बजकर 2 मिनट पर होंगे.
- भागलपुर में ये समय 4 बजकर 53 मिनट है.
- पूर्णिया में सूर्य के अस्त होने का समय 4 बजकर 50 मिनट है.
- जहानाबाद में शाम के अर्घ्य की टाइमिंग 5 बजकर 1 मिनट है.
- मुजफ्फरपुर में अर्घ्य की टाइमिंग 4 बजकर 58 मिनट है.
- सारण में अर्घ्य की टाइमिंग 5 बजकर 1 मिनट है.
- दरभंगा में अर्घ्य की टाइमिंग 4 बजकर 55 मिनट है.
- सुपौल में अर्घ्य की टाइमिंग 4:53 है.
- अरवल में अर्घ्य की टाइमिंग 5 बजकर 2 मिनट है.
- रोहतास में अर्घ्य की टाइमिंग 5 बजकर 5 मिनट है.
- मधुबनी में अर्घ्य की टाइमिंग 4 बजकर 55 मिनट है
- पूर्वी चंपारण में अर्घ्य की टाइमिंग 4 बजकर 59 मिनट है
- शेखपुरा में अर्घ्य की टाइमिंग 4 बजकर 58 मिनट है
- गोपालगंज में अर्घ्य की टाइमिंग 5 बजकर 1 मिनट है
- पश्चिमी चंपारण में अर्घ्य की टाइमिंग 5 बजे है
- जमुई में अर्घ्य की टाइमिंग 4 बजकर 57 मिनट है
- बक्सर में अर्घ्य की टाइमिंग 5 बजकर 5 मिनट है
- शिवहर में 4:58 बजे है.
- भोजपुर में अर्घ्य की टाइमिंग 5:02 बजे है.
- वैशाली में अर्घ्य की टाइमिंग 4:59 बजे है.
- सीतामढ़ी में अर्घ्य की टाइमिंग 4:57 बजे है.
- औरंगाबाद में अर्घ्य की टाइमिंग 5 बजकर 05 मिनट है
- बेगूसराय में ये टाइमिंग 4:56 बजे है
- नवादा में टाइमिंग 4:59 बजे है
- नालंदा में 4:59 बजे है.
- सीवान में ये टाइमिंग 5 बजकर 2 मिनट है.
- भभुआ में शाम के 5 बजकर 07 मिनट पर.
उगते हुए सूर्य को अर्घ्य
- राजधानी पटना में अर्घ्य देने का समय 6 बजकर 10 मिनट है.
- गया में अर्घ्य देने का समय 6 बजकर 9 मिनट है.
- भागलपुर में अर्घ्य की टाइमिंग 6 बजकर 2 मिनट है.
- पूर्णिया में ये समय 6 बजकर 1 मिनट है.
- जहानाबाद में ये समय 6 बजकर 10 मिनट है.
- मुजफ्फरपुर में उगते सूर्य को अर्घ्य देने का समय 6 बजकर 10 मिनट है.
- सारण में अर्घ्य देने की टाइमिंग 6 बजकर 12 मिनट है.
- दरभंगा में ये टाइमिंग 6 बजकर 8 मिनट है.
- सुपौल में ये समय 6 बजकर 5 मिनट है.
- अरवल में अर्घ्य देने का समय 6 बजकर 11 मिनट है.
- रोहतास में ये समय 6 बजकर 14 मिनट है.
- मधुबनी में ये समय 6 बजकर 8 मिनट है.
- पूर्वी चंपारण में 6:13 बजे.
- शेखपुरा में 6:06 बजे.
- गोपालगंज में अर्घ्य देने का समय 6:14 बजे है.
- पश्चिमी चंपारण में 6.15 बजे.
- जमुई में 6:05 बजे.
- बक्सर में 6:15 बजे सुबह.
- शिवहर में 6:11 बजे सुबह.
- भोजपुर में अर्घ्य की टाइमिंग 6:12 बजे है.
- वैशाली में 6:09 बजे.
- सीतामढ़ी में 6:10 बजे.
- औरंगाबाद में 6:12 बजे.
- बेगूसराय में अर्घ्य की टाइमिंग 6:06 बजे है.
- नवादा में अर्घ्य की टाइमिंग 6:07 बजे है.
- नालंदा में अर्घ्य की टाइमिंग 6:08 बजे है.
- सिवान में 6:14 .
- भभुआ में शाम के 6:15 सूर्योदय होगा.
- यह भी पढ़े………
- हरियाणा में 75 प्रतिशत नौकरी देने का आरक्षण असंवैधानिक,क्यों?
- सांसद सिग्रीवाल ने रामघाट पहुंच कर छठ घाट का किया निरीक्षण
- क्राउडफंडिंग फॉर टेरर फाइनेंसिंग आंतरिक सुरक्षा के लिये चुनौती है,कैसे?