आपकी चुनौतियां प्रबल है, ईश्वर आपको सफल बनाएं सुनक जी!
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
निश्चित तौर पर भारतीय मूल के पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री बने ऋषि सुनक की उपलब्धि शानदार है। ब्रिटिश दास्तां का दंश कभी उत्साह दिखा रहा है तो कभी चर्चिल याद आ जा रहे हैं। अल्पसंख्यक के सत्ता में आने पर कई मंसूबे ख्वाब सजा रहे हैं, और उसे सजना भी चाहिए। लोकतांत्रिक व्यवस्था की भीनी भीनी खुशबू भी अपनी सुगंध फैला रही है। सभी भारतीय खुश हो सभी राष्ट्रवादी प्रसन्न हो लेकिन ऋषि सुनक के लिए कामना भी करें कि वे ब्रिटिश प्रधानमंत्री के दायित्यों को सफलतापूर्वक निभाने में वे सफल भी हो।
ग्रेट ब्रिटेन अपने इतिहास के सबसे गंभीर संकट के दौर से गुजर रहा है। यूरोपियन यूनियन से अलग होने, नाटो रसिया टकराव से जनित आर्थिक चुनौतियों, ब्रिटेन की सुस्त अर्थव्यवस्था, आने वाली ठंडियों के लिए भारी मात्रा में ऊर्जा की उपलब्धता की चुनौती, ब्रिटिश मुद्रा पौंड की गिरती सेहत, घटती लोकप्रियता का सियासी पारा आदि चुनौतियां सुनक के लिए बेहद परेशानी उत्पन्न करनेवाली है।
स्थिति यह है कि एक भी सख्त या अतार्किक फैसला ब्रिटेन को तबाह कर सकता है। इसलिए ब्रिटेन के नवनियुक्त प्रधानमंत्री को बेहद संजीदगी और सावधानीपूर्वक अपना हर कदम बढ़ाना होगा। हे ईश्वर, आप अपनी असीम ऊर्जा से ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को अभिसिंचित करें ताकि वे अपने दायित्वों को सफलतापूर्वक अंजाम देकर ब्रिटिश जनता के हृदय में अपना स्थान बना सकें।
ब्रिटिश जनता की भरपूर सेवा करके ही उनके दिलों पर कब्जा कर ही सुनक भारतीय मेधा, प्रज्ञा, नेतृत्व क्षमता, प्रबंधकीय कौशल के शाश्वत स्वरूप को सुप्रतिष्ठित कर पाएंगे।
नारायण मूर्ति के दामाद हैं ऋषि सुनक
ऋषि भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति के दामाद हैं। उनके प्रधानमंत्री बनने पर मूर्ति ने कहा- ऋषि को बधाई। हमें उन पर गर्व है और हम उनकी सफलता की कामना करते हैं। हमें विश्वास है कि वो ब्रिटेन के लोगों के लिए ईमानदारी से काम करेंगे।
ब्रिटेन की आर्थिक स्थिति सुधारना सबसे बड़ी चुनौती
प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद सुनक के सामने कई चुनौतियां होंगी। सबसे मुश्किल चुनौती ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को सुधारना होगा। ‘द गार्डियन’ के मुताबिक मीटिंग में सुनक ने पार्टी सांसदों के साथ हुई प्राईवेट मीटिंग के बाद कहा- हमारे सामने वो सब समस्याएं हैं जो पहले से थीं और अब आर्थिक संकट भी है। हम साथ मिलकर इस संकट से बाहर निकलेंगे। हमें हर मोर्चे पर एकजुट रहना होगा। मैं कंजर्वेटिव पार्टी से प्यार करता हूं, उसकी सेवा करूंगा। देश को कुछ वापस दे पाना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान है। मैं वादा करता हूं कि मैं पूरी ईमानदारी से काम करूंगा।
- ऋषि सुनक के पेरेंट्स पंजाब के रहने वाले थे, जो विदेश में जाकर बस गए।
- सुनक का जन्म ब्रिटेन के हैंपशायर में हुआ था। ऋषि ने अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से MBA किया है।
- सुनक ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से राजनीति, दर्शन और अर्थशास्त्र की पढ़ाई की।
- राजनीति में आने से पहले ऋषि ने इन्वेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैश और हेज फंड में काम किया। इसके बाद उन्होंने इन्वेस्टमेंट फर्म की भी स्थापना की।
- उनकी मां एक फार्मासिस्ट और राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (MHS) में कार्यरत हैं। सुनक के पिता ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से ग्रैजुएट हैं।