बिहार विधानसभा अध्यक्ष कब देंगे त्यागपत्र?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा दिल्ली जा रहे हैं. दिल्ली जाने से पूर्व उन्होंने सदन का विशेष सत्र बुलाए जाने के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय का अनुरोध स्वीकार कर लिया है. विशेष सत्र के दौरान नयी सरकार को सदन में बहुमत साबित करना होगा. इधर, विजय कुमार सिन्हा के खिलाफ महागठबंधन के विधायकों ने अविश्वास प्रस्ताव लाये जाने का नोटिस दिया है. माना जा रहा है दिल्ली से लौटने के बाद विजय सिन्हा अपने पद से इस्तीफा देने पर कोई अंतिम फैसला लेंगे. ऐसे में 15 अगस्त को विधानसभा में तिरंगा फहराने को लेकर संशय बरकरार है.
मैं दिल्ली जा रहा हूं
दिल्ली जाने के संबंध में पूछले जाने पर विजय कुमार सिन्हा ने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया. लेकिन कहा जा रहा है कि दिल्ली दौरे में शीर्ष नेतृत्व के साथ उनकी बैठक होगी. विधानसभा अध्यक्ष ने पत्रकारों से कहा कि मैंने मुख्यमंत्री कार्यालय से प्राप्त पत्र को स्वीकृति दे दी है. मैं दिल्ली जा रहा हूं और परसों वापस आऊंगा. मैं ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहता क्योंकि मैं एक संवैधानिक पद पर आसीन हूं.
75 विधायकों की तरफ से हस्ताक्षर
विजय कुमार सिन्हा के खिलाफ जो अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है. उसपर विपक्ष के 75 विधायकों की तरफ से हस्ताक्षर किए गए हैं. विजय कुमार सिन्हा के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव की जानकारी विधानसभा सचिव को दी गई है. अब इस अविश्वास प्रस्ताव का सामना अगर विधानसभा के मौजूदा अध्यक्ष करना चाहते हैं, तो उन्हें सदन में अपना बहुमत साबित करना होगा, अगर संख्या बल नहीं हुआ तो उन्हें पद से हटा दिया जाएगा और नये अध्यक्ष की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होगी.
15 अगस्त को झंडोत्तोलन करने के बाद देंगे इस्तीफा
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा अविश्वास प्रस्ताव का सामना नहीं करेंगे, यह बात बिल्कुल तय है, लेकिन हो सकता है कि विजय कुमार सिन्हा 15 अगस्त को विधानसभा में झंडोत्तोलन करने के बाद इस्तीफा दें. विजय कुमार सिन्हा गुरुवार को विधानसभा पहुंचे थे, हालांकि इस्तीफे के सवाल पर उन्होंने चुप्पी साधे रखी. भाजपा के एक बड़े नेता के अनुसार सरकार जाने के बाद विजय कुमार सिन्हा का सदन में अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना किसी भी तौर पर सही नहीं होगा.
विजय कुमार सिन्हा बिहार विधान सभा के वर्तमान अध्यक्ष हैं। वह भूमिहार जाति के है। वह भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं और 2010 से लखीसराय निर्वाचन क्षेत्र से बिहार विधान सभा के सदस्य हैं।आमतौर पर सरकार बदलने पर विधानसभा स्पीकर अपने पद से खुद से इस्तीफा दे देते हैं, लेकिन विजय कुमार सिन्हा ऐसा नहीं कर रहे हैं। विजय कुमार सिन्हा ने इस्तीफा देने से मना कर दिया है। संविधान के जानकार मानते हैं कि विजय कुमार सिन्हा के इस कदम के बाद महागठबंधन स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए स्वतंत्र है। आंकड़े महागठबंधन के पक्ष में हैं और ऐसे में विजय कुमार सिन्हा को कुर्सी से हटना ही होगा। जैसा की ऊपर बताया गया है कि महागठबंधन ने पहले ही अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस विधानसभा सचिव को दे दिया है।
- यह भी पढ़े…….
- NDA छोड़ने से उत्साहित नीतीश कुमार को झटका, 2024 में मोदी ही बनेंगे पीएम,कैसे?
- सीवान में भाई को राधी बांधने जा रही नाबालिग लड़की के साथ चार युवकों ने किया सामूहिक दुष्कर्म, एक गिरफ्तार
- बालीवुड ने भी देखा है विभाजन के मंजर को