कौन हैं काजल हिंदुस्तानी,जिन्हें गुजरात पुलिस ने किया गिरफ्तार?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
दक्षिणपंथी कार्यकर्ता काजल हिंदुस्तानी को बीते दिन गुजरात पुलिस ने गिरफ्तार किया है। काजल पर आरोप है कि उन्होंने राज्य के सोमनाथ जिले में रामनवमी के दिन भड़काऊ बयान दिया। उना शहर में रामनवमी के दिन हुई हिंसक झड़प के पीछे भी इसी बयान को माना जा रहा है।
धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप
गुजरात पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार, काजल हिंदुस्तानी ने ऊना में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर एक अदालत में पेश किया गया। अब अदालत ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। बता दें कि काजल के खिलाफ 2 अप्रैल को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 295 ए (किसी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के काम) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
Kajal Hindustani कौन हैं?
- काजल हिंदुस्तानी के ट्विटर बायो के अनुसार, उन्होंने खुद को एक उद्यमी, सामाजिक कार्यकर्ता, शोध विश्लेषक, राष्ट्रवादी और एक “गौरवांवित भारतीय” के रूप में बताया है। ट्विटर पर 92,000 फॉलोअर्स हैं।
- काजल हिंदुस्तानी का पहले नाम काजल शिंगला था और वो खुद को ‘गुजरात की शेरनी’ कहती हैं। उनका कहना है कि वे सदा राष्ट्रवादी विचारों पर कायम रहती हैं और इसी के कारण उन्होंने अपना ट्विटर अकाउंट भी काजल जयहिंद के नाम से बनाया है।
- काजल कई टीवी डिबेट्स और विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में नियमित रूप से भाग लेती दिखाई देती हैं। वो हमेशा भारतीय संस्कृति और धर्मों के बारे में जागरूकता फैलाने की बात करती दिखती हैं।
- बता दें कि काजल को पीएम मोदी, भाजपा नेता तेजिंदर बग्गा, कपिल मिश्रा आदि भी ट्विटर पर फॉलो करते हैं।
यह है मामला
काजल पर लगे आरोपों के मुताबिक उन्होंने विहिप द्वारा आयोजित एक हिंदू समुदाय की सभा में एक भड़काऊ भाषण दिया। पुलिस का आरोप है कि उनके बयान से लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हो सकती हैं।
अल्पसंख्यक वर्ग रहते हैं निशाने पर
सोशल मीडिया में काजल हिंदुस्तानी की पोस्ट काफी वायरल होती हैं. वह हिंदू हितों के बारे में आवाज उठाती हैं. अपनी बयानबाजी व पोस्ट के माध्यम से अक्सर वह अल्पसंख्यक वर्ग को हमेशा ही निशाने में लेती हैं. जब से उनके गिरफ्तारी की खबर सामने आई है. तब से ही उनके समर्थक सोशल मीडिया में उनको जल्द ही रिहा किए जाने की मांग कर रहे हैं.
काजल हिंदुस्तानी मूल रूप से राजस्थान के ब्राह्मण परिवार से ताल्लुख रखती हैं। उनका असली नाम काजल त्रिवेदी है। हालांकि, गुजरात के सिंगला परिवार में शादी होने के बाद उन्होंने अपना सरनेम बदलकर सिंगला कर लिया और वह काजल सिंगला कहलाने लगीं।
विश्व हिंदु परिषद से हैं जुड़ी
काजल हिंदुस्तानी विश्व हिंदू परिषद से भी जुड़ी हुई हैं। वह नियमित तौर पर विहिप के कार्यक्रमों में भाग लेती आई हैं और कथित तौर पर हिंदू राष्ट्र की समर्थक हैं। वह अपने बयानों को लेकर भी चर्चा में रहती हैं। बीते दिनों उनके बयान के बाद उना में दो दिनों तक सांप्रदायिक तनाव बना रहा, एक अप्रैल की रात पथराव भी हुआ। पुलिस ने इस मामले में 80 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया था।
कैसे बनीं काजल हिंदुस्तानी
काजल गुजरात में हिंदुत्व की ‘पोस्टर गर्ल’ कही जाती हैं। वह अपने ट्विटर प्रोफाइल पर खुद को एक उद्यमी, रिसर्च एनालिस्ट, सोशल एक्टिविस्ट, नेशनलिस्ट और गर्वित हिंदुस्तानी बताती हैं। माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर उन्हें 93 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। वह दावा करती हैं कि कुछ दलित नेताओं ने ब्राह्मणवाद के नाम पर उन्हें टारगेट करने की कोशिश की, जिसके बाद उन्होंने अपना सरनेम सिंघला से हटाकर हिंदुस्तानी कर लिया।
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