कौन है ठाकुर राजा सिंह,जिनको ल्रकर मचा है बवाल?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
तेलंगाना भाजपा विधायक ठाकुर राजा सिंह लोध, जिन्हें सितंबर 2020 में फेसबुक ने डेंजरस मैन का टैग दिया था। कभी वो अपने रोहिंग्याओं को गोली मारने वाले बयान की वजह से चर्चा में रहे तो कभी राम मंदिर के लिए जान लेने की बात कहकर सुर्खियों में रहे। लेकिन पैगंबर को लेकर दिए उनके ताजा विवाद ने माहौल को गर्म कर दिया है।विधायक के बयान पर हंगामा बढ़ गया। प्रदर्शनकारी सड़क पर उतर आए और सिर तन से जुदा के नारे लगाए गए।
भारतीय जनता पार्टी के विधायक टी राजा सिंह को एक धर्म विशेष के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। विवाद बढ़ने के बाद टी राजा को बीजेपी ने सस्पेंड कर दिया है। बीजेपी विधायक ने स्टैंज अप कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी और धर्म विशेष की आलोचना करते हुए एक वीडियो जारी किया था। वीडियो में सिंह कथित तौर पर विवादित टिप्पणी करते दिख रहे हैं। हालांकि ये पहली बार नहीं है जब टी राजा सिंह ने विवादित बयान दिया है। इससे पहले भी वह कई बार भड़काऊ बयानों को लेकर विवादों में रहे हैं।
कौन हैं राजा सिंह?
टी राजा सिंह तेलुगु देशम पार्टी के सदस्य थे। बाद में वह भाजपा में शामिल हो गए और वर्तमान में तेलंगाना में पार्टी के सचेतक हैं। राजा सिंह ने मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाते हुए कई टिप्पणियां की हैं। 2020 में फेसबुक ने कथित तौर पर नफरत को बढ़ावा देने के लिए सिंह को प्लेटफॉर्म और इंस्टाग्राम से प्रतिबंधित कर दिया। फेसबुक के एक प्रवक्ता ने कहा था, “हमने राजा सिंह को फेसबुक पर प्रतिबंधित कर दिया है, जो हमारी नीति का उल्लंघन करते हैं और हिंसा को बढ़ावा देते हैं या हमारे मंच पर उपस्थिति से नफरत करते हैं।”
हालांकि, सिंह ने दावा किया कि वह अप्रैल 2019 से इस प्लेटफॉर्म पर थे ही नहीं। इस साल 20 अगस्त को, हैदराबाद पुलिस ने सिंह को उस समय हिरासत में लिया जब उन्होंने कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी को शहर में एक शो की मेजबानी करने की धमकी दी थी। इस साल फरवरी में यूपी चुनाव के वक्त टी राजा ने कहा था कि जो लोग भाजपा को वोट नहीं करते, उनसे कहूंगा कि योगी ने हजारों जेसीबी और बुलडोजर मंगवा लिए हैं। ये सभी यूपी की ओर से निकल चुके हैं। चुनाव के बाद ऐसे इलाकों को चिह्नित किया जाएगा, जिन लोगों ने योगी जी को सपोर्ट नहीं किया है।
चुनाव आयोग ने मतदाताओं को कथित रूप से धमकी देने के लिए उन्हें एक नोटिस जारी किया था। जुलाई में राजा सिंह दक्षिण कश्मीर में अमरनाथ के पवित्र गुफा मंदिर के पास एक बादल फटने से अचानक आई बाढ़ से चमत्कारिक रूप से बच गए थे। हमने महसूस किया कि मौसम अचानक बदल गया है और बिगड़ गया है। उन परिस्थितियों में हेलिकॉप्टर सेवा भी रद्द कर दी जाती। इसलिए हमने खच्चरों का उपयोग करके पहाड़ियों पर से उतरने का फैसला किया। मैंने पहाड़ियों से करीब एक किलोमीटर नीचे बादल फटते देखा। कई तंबू बाढ़ में बह गए।
बजरंग दल के एक सदस्य, सिंह ने 2009 में मंगलहाट से टीडीपी नगर पार्षद के रूप में राजनीति में प्रवेश किया। 2014 के आम चुनावों से पहले वो भाजपा में शामिल हो गए और कांग्रेस से गोशामहल विधानसभा सीट जीतने में सफल रहे। सिंह अक्सर दावा करते हैं कि उनके पूर्वज दशकों पहले हैदराबाद में बस गए थे और जीवन यापन के लिए देवी-देवताओं की मूर्तियाँ बनाते थे, और उन्होंने पारिवारिक व्यवसाय जारी रखा। उन्होंने पहले घर के बाहर ऑडियो और वीडियो कैसेट बेचने की एक दुकान चलाई। लेकिन बाद में इसे बंद कर दिया और घरेलू बिजली के तारों का व्यवसाय शुरू कर दिया।
भाजपा विधायक के खिलाफ 75 से अधिक प्राथमिकी दर्ज हैं, जिनमें से ज्यादातर अभद्र भाषा, कर्फ्यू के आदेशों के उल्लंघन और कानून-व्यवस्था में व्यवधान से संबंधित हैं। वह अक्सर बयान जारी करते हैं या अयोध्या में राम मंदिर का विरोध करने वालों को धमकी देने वाले सोशल मीडिया पोस्ट डालते हैं। सिंह ने अतीत में कहा है कि वह गोहत्या को रोकने के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं, और उन्होंने और उनके गौरक्षकों ने “सभी हिंदू जातियों से आने वाले” ने हैदराबाद में हजारों गायों को बचाया था।
जुलाई 2018 में, सिंह ने कहा कि भारत में रहने वाले बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं को बंदूक की नोक पर देश छोड़ने के लिए मजबूर किया जाना चाहिए। भाजपा के सूत्रों ने कहा कि राजा सिंह जो कहते हैं या करते हैं उससे पार्टी नेता हमेशा सहमत नहीं होते हैं। वह अपने फैसले खुद करते है।
टी राजा सिंह से जुड़े विवाद
फेसबुक ने बताया था डेंजरस
2 सितंबर 2020 को फेसबुक ने टी राजा को डेंजरस इंडिविजुअल (खतरनाक व्यक्ति) के व्यक्ति का लेबल दिया था, जिसके बाद वह चर्चा में आए थे। भड़काऊ पोस्ट और वीडियो, अभद्र भाषा को लेकर फेसबुक ने उनके ऊपर बैन लगा दिया था।
रोहिंग्या को गोली मारने का बयान
टी राजा अपनी मुस्लिम विरोधी बयानबाजी को लेकर अकसर चर्चा में रहते हैं। मुसलमानों को देशद्रोही कहने से लेकर रोहिंग्या मुसलमानों को गोली मारने तक के बयानों तक उनके खिलाफ कई केस भी दर्ज हैं।
थियेटरों को जलाने की दी थी धमकी
6 नवंबर 2017 को राजा सिंह ने फिल्म पद्मावती का विरोध किया था। उन्होंने यहां तक धमकी दी थी कि फिल्म लगाने वाले थियेटरों को जला दिया जाएगा। अगस्त 2016 में उना में दलितों की पिटाई का भी राजा सिंह ने समर्थन किया था।
योगी को वोट न देने वालों के घर चलेगा बुलडोजर
उत्तर प्रदेश चुनाव के वक्त उनका एक वीडियो खूब वायरल हुआ था। जिसमें राजा सिंह कहते नजर आ रहे थे कि उत्तर प्रदेश में जो लोग योगी जी को पसंद नहीं करते वे भारी संख्या में घर से निकलकर वोट कर रहे हैं। भाजपा को वोट नहीं देने वालों से मैं कहूंगा कि योगी ने हजारों जेसीबी और बुलडोजर मंगवा लिए हैं। ये सभी यूपी की ओर से निकल चुके हैं। चुनाव के बाद ऐसे इलाकों को चिह्नित किया जाएगा, जिन लोगों ने योगी जी को सपोर्ट नहीं किया है। यूपी में रहना है, तो योगी-योगी कहना है, नहीं तो यूपी छोड़कर भागना पड़ेगा। –
धार्मिक भावनाएं आहत करने वाले नेताओं की बीजेपी ने बनाई लिस्ट
बीजेपी की तरफ से नेताओं के पिछले 8 साल यानी सितंब 2014 से 3 मई 2022 तक के बयानों को आईटी विशेषज्ञों की मदद से खंगालने का दावा किया गया है। मीडिया रिपोर्ट में कहा है कि 5200 बयान गैर जरूरी पाए गए। जबकि 2700 बयानों के शब्दों को संवेदनशील पाया गया है। जबकि 38 नेताओं के बयानों को धार्मिक मान्यताओं को आहत करने वाली लिस्ट में रखा गया है। हेट स्पीच देने वाले नेताओं में अनंत कुमार हेगड़े, शोभा करंदलाजे, गिरिराज सिंह, तथागत राय, प्रताप सिम्हा, विनय कटियार, महेश शर्मा, टी राजा सिंह, विक्रम सिंह सैनी, साक्षी महराज, संगीत सोम के नाम होने की बात रिपोर्ट में कही गई है।
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