आटा गूंथने से लेकर रोटी को बनाने तक कई वास्तु उपाय क्यों बताए गए हैं?

आटा गूंथने से लेकर रोटी को बनाने तक कई वास्तु उपाय क्यों बताए गए हैं?

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्‍क

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में मौजूद किचन एक ऐसी जगह है जहां पर परिवार के हर एक सदस्य का खाना बनाया जाता है। जो उनके स्वास्थ्य को अच्छा रखने में मदद करता है। ऐसे में अगर इस जगह पर किसी भी तरह का दोष होगा, तो उसका असर परिवार के सदस्यों पर भी पड़ेगा। ऐसे में किचन में ही रोटी भी बनाई जाती है।

जब से एकल परिवार का चलन बढ़ा है तब से रोटियां गिनकर बनाई जाती है, हालांकि यह सेहत और धन की बचत के लिए काफी सही है। लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार, आटा गूंथने से लेकर रोटी को बनाने तक कई वास्तु उपाय बताए गए हैं । जिनका जरूर पालन करना चाहिए। क्योंकि रोटी संबंधी इन गलतियों को करने से ग्रहों की स्थिति पर तो बुरा असर पड़ता ही है। इसके साथ ही घर की सुख-शांति, समृद्धि, परिजनों की सेहत भी छिन जाती है। जानिए किन वास्तु नियमों का रखें ख्याल।

jagran

जरूरत से ज्यादा बनाएं रोटियां

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में जितने सदस्य है उनकी जरूरत से ज्यादा हमेशा 4 -5 अधिक रोटियां बनानी चाहिए। क्योंकि पहली रोटी गाय को खिलानी चाहिए और आखिरी रोटी कुत्ते को खिलाना शुभ माना जाता है।

मेहमानों के लिए भी निकालें रोटी

वास्तु शास्त्र के अनुसार, रोटी बनाते समय 2 रोटी मेहमान के लिए भी जरूर बनानी चाहिए। क्योंकि घर आया मेहमान भगवान के समान होता है। इसलिए घर आए मेहमान को कभी भी भूखा नहीं भेजना चाहिए। इसलिए दो रोटी अधिक बनाएं, जिससे मां अन्नपूर्णा की हमेशा कृपा बनी रहे। इसके साथ ही घर की बरकत हो। अगर कोई मेहमान न आए, तो इन रोटियों को कुत्ते, बिल्ली या फिर पक्षियों को खिला दें।

jagran

इस आटे से न बनाएं रोटी

वास्तु शास्त्र के अनुसार, कभी भी आटा को गूंथ कर फ्रिज आदि में नहीं रखना चाहिए। क्योंकि बासी आटे से बनी रोटी पारिवारिक क्लेश का कारण बनती है। इसके साथ ही कई तरह के बैक्टीरिया भी उत्पन्न हो जाते हैं। इसके साथ ही बासी रोटी का संबंध राहु से है। इसलिए बासी आटे की रोटी को आप कुत्ते को दे सकते हैं। वहीं ताजी रोटी मंगल ग्रह को मजबूत बनाती है।

 

Leave a Reply

error: Content is protected !!