क्यों 62 की उम्र में बीए की परीक्षा देने पहुंचे भाजपा विधायक फूल सिंह मीणा?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
चालीस साल पहले पढ़ाई छूट गई थी लेकिन पढ़ाई का जुनून अभी बाकी था। जब कभी स्कूलों में बच्चों को भाषण देते तो शर्मिंदगी रहती थी कि खुद के पढ़े नहीं होने पर वह कैसे बच्चों को सीख दें। इसलिए चालीस साल पहले छूटी पढ़ाई फिर से जारी करने की ठानी और इस काम में उनकी बेटियों की प्रेरणा बड़ी काम आई। यह कहानी उदयपुर ग्रामीण से भाजपा के विधायक फूल सिंह मीणा की है, जो इन दिनों वर्द्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय कोटा की ओर से आयोजित बीए फाइनल की परीक्षा दे रहे हैं। विधायक फूल सिंह बताते हैं कि उस समय घर के हालात ठीक नहीं थे ओर पढ़ाई छोड़नी पड़ी। रोजगार के लिए गृह जिला भीलवाड़ा छोड़कर उदयपुर आना पड़ा और यहां मजदूरी करने लगे और यहीं के बनकर रह गए। मजदूरों का साथ मिलने पर उन्होंने उदयपुर नगर परिषद के लिए पार्षद का चुनाव लड़ा और विजयी रहे।
उनके स्वभाव और लोकप्रियता को देखकर पार्टी ने साल 2013 में उदयपुर ग्रामीण से विधायक का चुनाव लड़ा और विजयी रहे। अब दूसरी बार विधानसभा में पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि भले वह विधायक बन गए, लेकिन पढ़ाई ना करने की कसक हमेशा दिल में रहती थी। यदा-कदा उन्हें स्कूलों में बतौर अतिथि बुलाया जाता तो शर्मिंदगी से महसूस होती। इसके बाद उन्होंने मन में ठान लिया कि पढ़ना होगा और इस काम में उनकी बेटियों ने उनकी मदद की। वह कहते हैं कि मुझे लगता था मैं खुद पढ़ा-लिखा नहीं हूं और स्कूली बच्चों को पढ़ने की शिक्षा देता हूं।
अब मुझे ऐसा नहीं लगता। अब वह छोटे बच्चों को ही नहीं, बल्कि बड़ों को भी पढ़ने की सलाह देते हैं। बेटियों ने ही पहली बार साल 2014 में ओपन स्कूल से दसवीं की फार्म भरवाया दिया, लेकिन विधायक बनने के बाद बढ़ी व्यस्तता की वजह से परीक्षा नहीं दे पाए। इसके अगले साल बाद फिर बेटियों ने फार्म भरवाया और दसवीं पास कर ली। साल 2016-17 में बारहवीं पास की और अब 2021 में बीए अंतिम वर्ष की परीक्षा दे रहे हैं। विधायक फूल सिंह की पांच बेटियां हैं और सभी पढ़ी-लिखी हैं। चार बेटियां पोस्ट ग्रेजुएट हैं, जबकि एक बेटी पुणे से लॉ की पढ़ाई कर रही है। वह फख्र से बताते हैं कि बेटियों ने उन्हें परीक्षा की तैयारी करवाई।