बिहार में बच्चा राय के कई ठिकानों पर इडी ने क्यों की छापेमारी?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार के इंटर टॉपर घोटाले के आरोपी बच्चा राय पर फिर एकबार ईडी ने शिकंजा कसा है. वर्ष 2016 के इस बहुचर्चित घोटाले के मुख्य अभियुक्त बच्चा राय के अलग-अलग ठिकाने पर ईडी ने छापेमारी की. इडी की तीन टीमों ने हाजीपुर के भगवानपुर प्रखंड के कीरतपुर राजाराम में कॉलेज व आवास पर छापेमारी की. छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में नकद बरामद किए. करीब तीन करोड़ रुपए नकदी बरामद होने की जानकारी सामने आयी है. साथ ही 100 दस्तावेज व कई अन्य कागजात बरामद किए गए हैं. शनिवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे ही छापेमारी शुरू कर दी गयी थी तो देर शाम तक चलती रही.
नोट गिनने वाली मंगाई गई थी दो मशीनें
ईडी की छापेमारी शनिवार सुबह 5.00 से लेकर रविवार सुबह 4.00 तक लगातार छापेमारी चलती रही। दिनभर वैशाली के भगवानपुर में गहमा गहमी का माहौल रहा। शनिवार दोपहर को दो नोट गिनने वाली मशीन मंगवाई गई थी जिसे अनुमान लगाया गया था की बड़ी मात्रा में कैश बरामद किया गया है। अमित कुमार उर्फ बच्चा राय के तीन अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की जा रही थी। जिसमें पहले ठिकाना भगवानपुर के किरतपुर स्थित बच्चा राय का आवास और उसके चंद मीटर की दूरी पर मौजूद बच्चा राय का एक कॉलेज के साथ ही एक अन्य मकान शामिल था। छह गाड़ियों से ईडी के अधिकारी छापेमारी के लिए पहुंचे थे। वहीं सूत्रों की माने तो तीन करोड़ से ज्यादा कैश बरामद किया गया है। इसके साथ ही 80 से ज्यादा प्रॉपर्टी के दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं।
स्वास्थ्य कारणों से बच्चा राय जेल से आए थे बाहर
2016 में हुए टॉपर घोटाले का मास्टरमाइंड अमित कुमार उर्फ बच्चा राय है। घोटाला सामने आने के बाद बच्चा राय की गिरफ्तारी की गई थी और ईडी ने बचा राय की कई संपत्तियों को जब्त कर लिया था। इसके बाद स्वास्थ्य संबंधित कारणों के वजह से पे रोल पर बच्चा राय बाहर आए थे। बाहर आते ही बच्चा राय फिर अपने रंग में आ गए और कई प्रोग्राम किया जिसमें कई माननीय भी शामिल हुए। इतना ही नहीं ईडी की ओर से जिस जमीन को कब्जा किया था, वहां से ईडी का बोर्ड हटाकर निर्माण कार्य भी बच्चा राय ने शुरू करवा दिया था।
इडी की जमीन पर कब्जा व अवैध निर्माण की वजह से आया सुर्खियों में
इस बार बच्चा राय पर इडी की जब्त की गयी करीब 42 डिसमिल जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर निर्माण कराने का आरोप है. बताया जाता है कि इस जमीन पर बच्चा राय प्लस टू स्कूल खोलने की तैयारी में था. इस मामले में बीते 24 नवंबर को परिवर्तन निदेशालय पटना क्षेत्रीय कार्यालय के असिस्टेंट डायरेक्टर राजीव रंजन ने भगवानपर थाना की पुलिस को बच्चा राय के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया था. आवेदन में इस बात का भी जिक्र है कि बीते 6 अक्टूबर को इडी को सूचना मिली थी कि इडी की जब्त जमीन पर अवैध तरीके से निर्माण कराया जा रहा है. जब इसकी जांच करायी गयी तो शिकायत सही मिली थी.
बच्चा राय से चल रही पूछताछ
शनिवार की सुबह पटना क्षेत्रीय कार्यालय परिवर्तन निदेशालय की टीम ने भगवानपुर प्रखंड के किरतपुर राजाराम स्थित विष्णु राय महाविद्यालय, विष्णु राजदेव टीचर ट्रेनिंग कॉलेज तथा अमित कुमार उर्फ बच्चा राय के किरतपुर राजाराम आवास पर एक साथ छापेमारी की. अंदर इडी के अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं और पुलिस फोर्स तैनात थी. बताया जाता है कि इडी की टीम बच्चा राय, उनके पिता राजदेव राय एवं छोटे भाई जज साहेब से भी पूछताछ कर रही है. इस मामले में इडी के पदाधिकारी कुछ भी बताने से फिलहाल परहेज कर रहे हैं.
छापेमारी में क्या-क्या मिला, हर कोई जानने को दिखा बेचैन
बच्चा राय के आवास व संस्थान पर इडी की टीम की छापेमारी की खबर शनिवार को जिले में चर्चा का विषय बनी हुई थी. छापेमारी की वजह से कॉलेज व आवास के समीप सन्नाटा पसरा हुआ था. छापेमारी स्थल के समीप मीडिया की टीम पहुंची हुई थी. मीडिया के साथ-साथ आमलोग भी छापेमारी से जुड़ी जानकारी के लिए बेचैन दिख रहे थे. भगवानपुर बाजार व अड्डा चौक पर हर ओर इडी की छापेमारी की चर्चा हो रही थी.
क्या है टॉपर घोटाला
वर्ष 2016 की इंटर परीक्षा में रूबी राय नाम की एक लड़की पूरे राज्य में टॉप कर गयी. रूबी बच्चा राय के ही कॉलेज की थी और इसकी बेटी थी. इसी साल टॉप 10 की लिस्ट में विशुन राय महाविद्यालय के ही अधिकतर छात्र थे. जब इनकी मेरिट चेक की गयी तो बड़ा खुलासा हुआ. पैसे लेकर परीक्षा में कॉपी बदलने और धांधली करके टॉपर बनने की बात सामने आयी. बच्चा राय समेत कई लोगों की मिलीभगत इसमें सामने आयी थी.
इडी ने क्यों की छापेमारी
इंटर घोटाला के बाद इडी ने बच्चा राय के भगवानपुर प्रखंड के किरतपुर राजाराम में 42 डिसमिल जमीन को जब्त कर लिया था. लेकिन जेल से बाहर आते ही बच्चा राय के हौसले फिर बुलंद हो गए थे. वह ईडी की जब्त की गयी जमीन पर फिर से अवैध तरीके से एक प्लस टू स्कूल बनाना शुरू कर दिया था. इडी की जमीन पर कब्जा करना उसके लिए मुसीबत बन गयी.वहीं बच्चा राय शिक्षा जगत में फिर से पुरानी वाली धाक जमाने की तैयारी में जुटा था. अपनी पत्नी के लिए राजनीतिक जमीन भी वह तैयार करने लगा था. लगातार कई राजनीतिक दलों के मंत्री-विधायक के संपर्क में था .अपनी पत्नी को वैशाली लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ाने की तैयारी भी बच्चा राय कर रहा था.