दुबई में अचानक से हुई बारिश से बाढ़ क्यों आ गई?
भारी बारिश और बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
एक तरफ जहां दुनिया के कई देश तेज गर्मी से जूझ रहे हैं, तो वहीं संयुक्त अरब अमीरात (दुबई) बाढ़ की स्थिति झेल रहा है। जहां दुबई के लोग बादल देखते तक के लिए तरसते थे, उसी देश में बारिश से लोग आज परेशान हैं। दुबई में एक दिन में एक साल जितनी बारिश दर्ज की गई है।
दुबई में बारिश से कोहराम
दुबई में एकाएक हुई इस बारिश से हाहाकार मच गया। इसके कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं, जिसमें देखा जा सकता है कि बड़ी-बड़ी बिल्डिंग पानी में डूबी है और कारें पानी में तैर रही हैं। मंगलवार को दुबई में 142 मिलीमीटर बारिश हुई, जबकि यहां सालभर में औसतन 95 मिलीमीटर बारिश ही हो पाती है। AFP के मुताबिक, यूएई में हुई भारी बारिश की एक वजह क्लाउड सीडिंग भी हो सकती है।
क्या है क्लाउड सीडिंग?
क्लाउड सीडिंग एक आर्टिफिशियल बारिश कराने का एक तरीका है। इसमें सिल्वर आयोडाइड या ड्राई आइस को हवाई जहाज की मदद से बादलों पर छोड़ा जाता है। इसमें छोटे कणों को बादलों के बहाव के साथ छिड़क दिया जाता है। ये कण हवा से नमी को सोखते हैं और इसके बाद वो कंडेंस होकर इसके द्रव्यमान को बढ़ा देते हैं। इसके बाद बादलों से बारिश की मोटी बूंदे बनती हैं और बरसने लगती हैं। क्लाउड सीडिंग की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया के बाथुर्स्ट स्थित जनरल इलेक्ट्रिक लैब में फरवरी 1947 में हुआ था। यहीं इसका प्रदर्शन किया गया। इसके बाद कई देशों ने इसका इस्तेमाल किया।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका के न्यूयॉर्क में 1940 के दशक में इसका इस्तेमाल किया गया था। वहीं, इसके बाद चीन और कई और देशों ने इसका इस्तेमाल किया। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, 1952 में भारत में इसका पहली बार परीक्षण किया गया। वहीं, 1984 में तमिलनाडु में इसका पहली बार प्रयोग किया गया। इसके बाद आंध्र प्रदेश में भी इसका इस्तेमाल किया गया।
यूएई में भारी बारिश के कारण भारत और दुबई के बीच संचालित होने वाली 30 से ज्यादा उड़ानें मंगलवार और बुधवार को रद्द करनी पड़ीं। इनमें एअर इंडिया, एअर इंडिया एक्सप्रेस, इंडिगो, एमिरेट्स और स्पाइस जेट एयरलाइंस की उड़ानें शामिल हैं। एअर इंडिया के प्रवक्ता ने बताया कि एयरलाइन प्रभावित यात्रियों को अगले कुछ दिनों में अन्य उड़ानों में समायोजित कर जल्द से जल्द उनके गंतव्य तक पहुंचाने की प्रयास कर रही है। साथ ही एयरलाइन 16 और 17 अप्रैल का वैध टिकट रखने वाले यात्रियों को एक बार तिथि बदलने की छूट प्रदान कर रही है ताकि वे टिकट की वैधता अवधि में आगामी तिथियों में अपनी फ्लाइट को रिशेड्यूल कर सकें।
एअर इंडिया देश के विभिन्न शहरों से दुबई के लिए हफ्तेभर में 72 उड़ानों का परिचालन करती है। एक अधिकारी ने बताया कि बुधवार को दिल्ली एयरपोर्ट से दुबई जाने वाली 10 उड़ानें और आने वाली नौ उड़ानें रद्द हुईं। एअर इंडिया एक्सप्रेस के प्रवक्ता ने बताया कि दोनों दिन यूएई की उसकी तीन-चार उड़ानें विलंबित हुईं और सात उड़ानों को रद्द करना पड़ा।
एयरलाइन ने प्रभावित यात्रियों को फुल रिफंड और फ्री रीशेड्यूलिंग का विकल्प दिया है। इंडिगो ने बताया कि उसे बुधवार को दुबई आने-जाने वाली 13 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। उसने यात्रियों से अनुरोध किया कि वे वैकल्पिक उड़ानों के विकल्प देखें या फुल रिफंड का अनुरोध करें।
संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में मंगलवार को हुई भारी बारिश की एक वजह ‘क्लाउड सीडिंग’ हो सकती है। इसमें छोटे विमान बादलों के बीच से गुजरने के दौरान विशेष नमक की लपटें छोड़ते हुए जाते हैं जिससे बारिश होती है। विज्ञानी जलवायु परिवर्तन को भी ऐसी मौसमी घटनाओं का कारण मान रहे हैं।
सोमवार से शुरू होकर मंगलवार को पूरे दिन बहरीन, ओमान, कतर और सऊदी अरब में भी बारिश हुई, लेकिन यूएई में बारिश तेज थी। सरकारी समाचार एजेंसी डब्ल्यूएएम ने इसे मौसम की ऐतिहासिक घटना कहा जो 1949 में आंकड़ों का एकत्रीकरण शुरू होने के बाद से दर्ज बारिश के किसी भी आंकड़े से अधिक रही।
राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानियों के हवाले से कई खबरों में बताया गया कि भारी बारिश से पहले उन्होंने छह या सात क्लाउड सीडिंग उड़ानें संचालित की थीं। हालांकि, मौसम विज्ञान केंद्र ने इस बारे में बुधवार को कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी।
फ्लाइट ट्रैकिंग डाटा के विश्लेषण से पता चला कि यूएई के क्लाउड सीडिंग प्रयासों से जुड़े एक विमान ने सोमवार को देश के ऊपर उड़ान भरी थी। यूएई अपने घटते भूजल का स्तर बढ़ाने के लिए क्लाउड सीडिंग का सहारा लेता है। दुबई में मंगलवार रात तक 24 घंटों में 5.59 इंच बारिश हुई, जबकि एक औसत वर्ष में दुबई इंटरनेशल एयरपोर्ट पर 3.73 इंच बारिश दर्ज होती है।
- अबुधाबी में अल ऐन के नजदीक के इलाके अल-शकला में मंगलवार को सबसे अधिक (10 इंच) बारिश हुई।
- यूएई के पूर्वी तट पर स्थित अमीरात फुजैरा में 5.7 इंच बारिश दर्ज की गई।
यूएई में बुधवार को भी स्कूल बंद रहे और सरकारी कर्मचारियों ने यथासंभव घर से काम किया। सड़कों और राजमार्गों से पानी निकालने के लिए प्रशासन ने टैंकर ट्रक लगाए हैं। मलबा भी हटाया जा रहा है। लोगों के घरों तक में पानी भरा है। राहत की बात यह है कि जान-माल का ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है।
पुलिस ने बताया कि वाहन बह जाने की वजह से रास अल खैमाह में एक 70 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई। दुनिया के सबसे व्यस्ततम हवाई अड्डों में से एक दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टैक्सीवे पर जलभराव के कारण मंगलवार रात विमानों का आवागमन रोक दिया गया।
जलभराव के चलते उड़ानें प्रभावित
दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने बुधवार को स्वीकार किया कि जलभराव की वजह से परिचालन के विकल्प सीमित रह गए और उड़ानें प्रभावित हुई हैं, क्योंकि विमानों के चालक दल हवाई अड्डे तक नहीं पहुंच सके। परिचालन सामान्य होने में कुछ समय लगेगा।
एयरपोर्ट के सीईओ पाल ग्रिफिथ ने बताया कि जलभराव की स्थिति बुधवार सुबह भी बनी रही, लिहाजा कुछ विमानों को दुबई के ही अल मकतोम एयरपोर्ट पर डायवर्ट करना पड़ा। कई एयरलाइनों ने दुबई से आने-जाने वाली कई उड़ानों को रद कर दिया है।
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