बेंगलुरु में स्थित रामेश्वरम कैफे में क्यों हुआ ब्लास्ट ?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
कर्नाटक के रामेश्वरम कैफे में हुए ब्लास्ट की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मामले में इनाम देने का एलान किया है। एनआईए ने साथ ही बम धमाके के संदिग्ध की फोटो भी जारी की है।
जानकारी देने पर 10 लाख रुपये कैश
एनआईए ने कहा कि आरोपी की जानकारी देने पर 10 लाख रुपये इनाम के तौर पर दिए हैं। एनआईए ने कहा कि जानकारी देने वाली की पहचान भी गुप्त रखी जाएगी। एनआईए ने आरोपी की तस्वीर भी जारी की है।
तस्वीर में क्या है?
NIA द्वारा जारी तस्वीर में बम विस्फोट का संदिग्ध नजर आ रहा है। संदिग्ध ने सिर पर कैप पहनी हुई है। उसके कंधे पर एक बैग भी नजर आ रहा है इससे पहले सीसीटीवी फुटेज में भी संदिग्ध दिखा था। पुलिस को शक है कि संदिग्ध बैग लेकर कैफे में आया था। बैग में टाइमर के साथ इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) भी था। धमाके से पहले आरोपी ने इडली ऑर्डर की थी। संदिग्ध बैग टांगे ही इडली की प्लेट लेकर जाता है और कुछ ही समय बाद कैफे में विस्फोट हो जाता है।
धमाके में 10 लोग घायल
गौरतलब है कि रामेश्वरम कैफे में एक मार्च को जोरदार धमाका हुआ था। धमाके में कम से कम 10 लोग घायल हुए थे। रामेश्वरम कैफे में हुए विस्फोट की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दी गई है। बता दें कि 1 मार्च को ब्रुकफील्ड में रामेश्वरम कैफे में हुए विस्फोट में कम से कम 10 लोग घायल हो गए थे। सूत्रों ने कहा कि टोपी, मुखौटा और चश्मा पहने एक व्यक्ति इस मामले में मुख्य संदिग्ध है और अभी भी उसका पता नहीं चल पाया है।
इससे पहले, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने रविवार को कहा था कि जरूरत पड़ने पर सरकार रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपने पर विचार कर सकती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय अपराध शाखा (सीसीबी) मामले की जांच कर रही है।
कब और कैसे हुआ ब्लास्ट?
रामेश्वरम कैफे में यह धमाका शुक्रवार दोपहर 1 बजे हुआ। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध कैफे के अंदर बैग रखते हुए नजर आया है। पुलिस का मानना है कि विस्फोट को अंजाम देने के लिए टाइमर के साथ एक आईईडी डिवाइस का इस्तेमाल किया गया था।
गहन जांच में जुटी टीम
संदिग्ध हमलावर का सीसीटीवी फुटेज हासिल करने के बाद पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। बेंगलुरु सिटी पुलिस ने एक प्रेस बयान में कहा कि एचएएल पुलिस ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम 1967 और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। एफएसएल, बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वाड की एक टीम विस्फोट स्थल द रामेश्वरम कैफे के आस-पास गहन जांच में जुटी हुई है।
बेंगलुरु के व्हाइटफील्ड के पास स्थित रामेश्वरम कैफे में हुए विस्फोट के बाद से लोग काफी सहम गए है। इस हमले में 10 लोग घायल हो गए थे। जांच के कारण फिलहाल कैफे को बंद कर दिया गया है। हालांकि, 8 मार्च यानी महाशिवरात्री के दिन यह कैफे फिर से ओपन हो जाएगा।
इस दिन खुलेगा फिर से कैफे
रामेश्वरम कैफे के सह-संस्थापक और सीईओ राघवेंद्र राव ने इसको लेकर एक आधिकारिक बयान जारी किया है। उन्होंने बताया कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के एक हफ्ते के भीतर अपने ब्रुकफील्ड आउटलेट को 8 मार्च (शुक्रवार) को महाशिवरात्रि के शुभ दिन फिर से खोलने का फैसला किया है।
राव ने कहा ‘हम सभी अधिकारियों और ग्राहकों को हमारे पुनः उद्घाटन में शामिल होने के लिए हार्दिक निमंत्रण देते हैं। आइए हम एकजुटता से एकजुट हों और प्रदर्शित करें कि हम आगे बढ़ने की अपनी प्रतिबद्धता पर अडिग हैं। जैसा कि हम इस चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना कर रहे हैं, हम अधिकारियों को उनके समर्थन के लिए दिल से धन्यवाद देना चाहते हैं। हमारा दृढ़ विश्वास है कि कोई भी ताकत हमारे राष्ट्र की भावना को कम नहीं कर सकती।’
‘हम ब्रुकफील्ड ब्रांच में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना से बहुत दुखी’
रामेश्वरम कैफे की सह-संस्थापक और प्रबंध निदेशक दिव्या राघवेंद्र राव ने कहा कि हम अधिकारियों के साथ उनकी जांच में सहयोग कर रहे हैं। हमारी संवेदनाएं घायलों और उनके परिवारों के साथ हैं और हम उन्हें हर संभव सहायता और देखभाल प्रदान कर रहे हैं। हम उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं। हम अपनी ब्रुकफील्ड ब्रांच में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना से बहुत दुखी हैं।’
गहन जांच में जुटी टीम
बता दें कि रामेश्वरम कैफे में दोपहर 1 बजे (शुक्रवार) को धमाका हुआ था। संदिग्ध हमलावर का सीसीटीवी फुटेज हासिल करने के बाद पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। बेंगलुरु सिटी पुलिस ने एक प्रेस बयान में कहा कि एचएएल पुलिस ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम 1967 और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। एफएसएल, बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वाड की एक टीम विस्फोट स्थल द रामेश्वरम कैफे के आस-पास गहन जांच में जुटी हुई है।
‘इसे राजनीतिक मुद्दा न बनाएं विपक्षी’- कर्नाटक के गृह मंत्री
इस बीच कर्नाटक के गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर ने कहा ‘हम अपनी जांच जारी रख रहे हैं। 8 टीमें बनाई गई हैं और सभी अलग-अलग दिशाओं में काम कर रही हैं और अलग-अलग पहलुओं को देख रही हैं। हमने कई सीसीटीवी फुटेज एकत्र किए हैं। हर पहलू की जांच की जा रही है, जिसमें यह भी शामिल है कि क्या कोई ईर्ष्या कारक है। मैं विपक्ष से भी अपील करता हूं कि वे हमारे साथ सहयोग करें और इसे राजनीतिक मुद्दा न बनाएं।’
परमेश्वर ने कहा कि हमें नहीं पता कि मंगलुरु विस्फोट से इसका कोई संबंध है या नहीं। उन्होंने तकनीकी रूप से एक जैसी सामग्री और एक ही प्रणाली का उपयोग किया है। कल एनएसजी यहां पहुंची। हम उस व्यक्ति को अवश्य ढूंढ लेंगे। हमने कल एक बैठक की और सीएम को जानकारी दी। आज मैंने सभी वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई है। बीजेपी को नकारात्मक बयान जारी नहीं करने चाहिए।’
कब और कैसे हुआ ब्लास्ट?
रामेश्वरम कैफे में यह धमाका शुक्रवार दोपहर 1 बजे हुआ। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध कैफे के अंदर बैग रखते हुए नजर आया है। पुलिस का मानना है कि विस्फोट को अंजाम देने के लिए टाइमर के साथ एक आईईडी डिवाइस का इस्तेमाल किया गया था।
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