कोरोना के समय में क्यों बढ़ी तीन गुना साइकिल की मांग?
विश्व साइकिल दिवस
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
इस दिन लोगों में साइकिल चलाने के फायदे (cycling Benefits) यानि पर्यावरण, सेहत और किफायती दामों वाले ट्रांसपोर्टनेशन के फायदों के बारे में जागरूक किया जाता है। आमतौर पर तेजी से वजन घटाने के लिए लोग अक्सर जिम में भी साइक्लिंग करना पसंद करते हैं।
नियमित रूप से साइकिल चलाने पर तेजी से कैलोरी बर्न होती है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है। जबकि यूनीवर्सिटी ऑफ कैरोलाइना की एक शोध के मुताबिक सप्ताह में 5 दिन 30 मिनट साइकिल चलाने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। जिससे बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।
रोजाना सुबह के वक्त साइकिल चलाने से आपकी फिटनेस बरकरार रहती है।क्योंकि इससे ब्लड सेल्स और स्किन में ऑक्सीजन की पर्याप्त पूर्ति होती है आपकी त्वचा ज्यादा अच्छी और चमकदार होने के साथ पूरे दिन एनर्जेटिक फील करते हैं और हमेशा जवान दिखते हैं।
और जीवन शैली में बदलाव आया है। अब लोग व्यायाम और साइकिल चलाने को प्राथमिकता दे रहे हैं। इसलिए पिछले एक साल में साइकिल की बिक्री तीन गुना बढ़ गई है। कारोबारियों के मुताबिक मार्च 2020 तक लखनऊ में हर महीने करीब 1200 साइकिल बिकती थीं लेकिन जून 2020 के बाद से करीब 3500-3600 साइकिल प्रतिमाह बिक्री रही हैं। नतीजतन हर महीने करीब 50 करोड़ का कारोबार हो रहा है।
हालांकि कोरोना कफ्र्यू के कारण पिछले डेढ़ महीने से बाजार बंद है जिससे साइकिल की बिक्री भी बंद है। कारोबारियों को उम्मीद है कि शासन स्तर से जल्द कोरोना कफ्र्यू में छूट मिलेगी जिससे एक बार फिर बाजार चमकेगा।
कोरोना कफ्र्यू के कारण आर्डर की डिलीवरी में परेशानी
करीब 250 रिटेल साइकिल कारोबारी
साइकिल कारोबारी ने बताया कि लखनऊ में करीब 250 रिटेल साइकिल कारोबारी हैं। कोरोना महामारी से पहले हर महीने करीब 1200 साइकिल बिकती थीं लेकिन कोरोना महामारी के कारण पिछले एक साल में 30 फीसदी तक साइकिल की बिक्री बढ़ी है। लाटुश रोड, आलमबाग की अन्य बाजारों में साइकिल की सप्लाई लुधियाना, चेन्नई से होती है।
फेफड़ों की मजबूती के लिए जरूरी है साइकिल चलाना
डॉ. ने बताया कि साइकिल चलाने से फेफडे़ मजबूत होते हैँ। उन्होंने बताया कि किसी भी व्यायाम से फेफड़ों की सक्रियता बढ़ती है। तेजी से सांस लेने में फेफड़े मजबूत होते हैं। सामान्य व्यक्ति अगर 30 मिनट साइकिल चलाए तो उसके फेफड़ों को काफी फायदा होगा।
साइकिल इंडस्ट्री
– साइकिल की बिक्री 3500-3600 प्रतिमाह
– कारोबार 50 करोड़ प्रतिमाह
– रिटेलर 250
– प्रत्येक दुकानदार 10-12 साइकिल प्रतिदन बेचता है
– मुख्य बाजार लाटुश रोड, आलमबाग
– साइकिल की मांग बढ़ी 30 फीसदी
आंशिक कफ्र्यू में साइकिल चलाकर बढ़ा रहे इम्युनिटी
कोरोना कफ्र्यू के बीच अधिसंख्य पार्कों में ताला लगा दिया गया है। जिम भी बंद हैं। ऐसे में सेहत बनाने और शरीर को मजबूत करने के लिए साइकिल चलाने वालों की संख्या बढ़ी है। लखनऊ में पांच साइकिलिंग क्लब हैं। इनमें से एक सबसे बड़े क्लब साइक्लोपीडिया के सदस्यों की संख्या वाट्सएप ग्रुप की क्षमता से ज्यादा हो चुकी है। करीब 450 लोग इस ग्रुप के सदस्य हैं।
इन साइकिल सवारों में कोई छात्र है, कोई बिजनेसमैन तो कोई बड़ी कंपनी का अधिकारी। रोजाना सुबह इंजीनियरिंग कॉलेज, मुंशी पुलिया, 1090 चौराहा समेत कुछ स्थानों पर ग्रुप के अलग अलग सदस्य इकट्ठा हो रहे हैं। इसके बाद एक दूसरे से 15 फुट की दूरी बनाए रखते हुए साइकिल चला रहे हैं।
ग्रुप के संस्थापक विशाल शर्मा का कहना है कि फेफड़े और हृदय दोनों ही मजबूत होते हैं। आसानी से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी किया जा सकता है। सुबह पौ फटते समय साइकिल सवार निकल जाते हैं और क्षितिज पर सूरज चढ़ने से पहले 10 से 15 किलोमीटर साइकिल चलाकर घर लौट आते हैं।
साइकिल से लम्बी दूरी तय करने वाले एक अन्य ग्रुप यूनाइटेड व्हीलर के परिमिंदर सिंह पम्मी और उनकी टीम माह में एक बार साइकिल से 100 किलोमीटर की दूरी तय करती है। सप्ताह में एक बार 50 किलोमीटर का लक्ष्य रहता है। पम्मी का कहना है कि साइकिल से सेहत अच्छी रहती है और रोगों से लड़ने की क्षमता भी बढ़ती है।
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